नौसेना के नए विध्वंसक ‘INS विशाखापत्तनम’ की एंट्री, बराक-ब्रह्मोस मिसाइल से लैस ‘बाहुबली’ से कांपेंगे दुश्मन, जानें खासियतें
भारतीय नौसेना का नया विध्वंसक आईएनएस विशाखापट्टनम आज नौसेना के बेड़े में शामिल हो गया। मुंबई में हुए एक कार्यक्रम में इससे जुड़ी औपचारिकताएं पूरी की गईं। इसे नौसेना के शीर्ष कमांडरों की मौजूदगी में सेवा में शामिल किया गया। इस समारोह में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हुए। इस मौके पर राजनाथ सिंह ने कहाकि भारत जल्द ही पूरी दुनिया के लिए जहाजों का निर्माण करेगा।
रक्षामंत्री ने चीन पर साधा निशाना
इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्चस्ववादी प्रवृत्तियों वाले ‘कुछ गैर-जिम्मेदार देश’ अपने संकीर्ण पक्षपातपूर्ण हितों के कारण समुद्र के कानून पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (यूएनसीएलओएस) को गलत तरीके से परिभाषित कर रहे हैं। सिंह ने कहा कि यह चिंता की बात है कि यूएनसीएलओएस की परिभाषा की मनमानी व्याख्या कर कुछ देशों द्वारा इसे लगातार कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अपना आधिपत्य जमाने और संकीर्ण पक्षपाती हितों वाले कुछ गैर-जिम्मेदार देश अंतरराष्ट्रीय कानूनों की गलत व्याख्या कर रहे हैं।
#WATCH | Indian Navy video on INS Visakhapatnam, the indigenously built guided-missile destroyer, that is all set to be commissioned by Defence Minister Rajnath Singh today.
(Source: Indian Navy) pic.twitter.com/G7tsk2AfbR
— ANI (@ANI) November 21, 2021
यह हैं इसकी खासियतें
–आईएनएस विशाखापट्टनम के कंस्ट्रक्शन की बात करें तो इसकी लंबाई 163 मीटर, चौड़ाई 17 मीटर और इसका कुल वजन 7400 टन है। इसमें लगे 75 फीसदी उपकरण स्वदेशी हैं।
–इसकी डिजाइन नेवी के नौसेना डिजाइन निदेशालय ने तैयार किया है। वहीं इसका कंस्ट्रक्शन मुंबई के मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) में हुआ है।
–आईएनएस विशाखापट्टनम की सबसे बड़ी खासियत यह है कि दुश्मन देश के राडार से ट्रैस नहीं कर पाएंगे। इसकी वजह यह है कि इसकी बाहरी सतह एक स्पेशल स्टील की धातु से तैयार की गई है।
–आईएनएस विशाखापट्टनम देश का पहला पी-15बी क्लास का स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक है। इसकी मैक्सिमम स्पीड 55.56 किलोमीटर प्रतिघंटा है।
–इसमें मीडियम रेंज सर्फेस टू एयर मिसाइल, सतह से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस, एलएंडटी कंपनी के टोरपीडो ट्यूब लॉन्चर, एलएंडटी के ही एंटी सबमरीन रॉकेट लॉन्चर और बीएचईएल की 76एमएम सुपर रैपिड गन हैं।
–दुश्मन के जहाज को देखते ही आईएनएस विशाखापट्टनम अपने डेक से एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल लॉन्च करने में सक्षम है।
–इस युद्धपोत में टॉरपीडो ट्यूब और लॉन्चर, पनडुब्बी रोधी रॉकेट लॉन्चर, सुपर रैपिड गन माउंट के अलावा, कॉम्बैट मैनेजमेंट सिस्टम, इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म मैनेजमेंट सिस्टम भी लगाया गया है।
भारतीय नौसेना का नया विध्वंसक आईएनएस विशाखापट्टनम आज नौसेना के बेड़े में शामिल हो गया। मुंबई में हुए एक कार्यक्रम में इससे जुड़ी औपचारिकताएं पूरी की गईं। इसे नौसेना के शीर्ष कमांडरों की मौजूदगी में सेवा में शामिल किया गया। इस समारोह में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हुए। इस मौके पर राजनाथ सिंह ने कहाकि भारत जल्द ही पूरी दुनिया के लिए जहाजों का निर्माण करेगा।
रक्षामंत्री ने चीन पर साधा निशाना
इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्चस्ववादी प्रवृत्तियों वाले ‘कुछ गैर-जिम्मेदार देश’ अपने संकीर्ण पक्षपातपूर्ण हितों के कारण समुद्र के कानून पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (यूएनसीएलओएस) को गलत तरीके से परिभाषित कर रहे हैं। सिंह ने कहा कि यह चिंता की बात है कि यूएनसीएलओएस की परिभाषा की मनमानी व्याख्या कर कुछ देशों द्वारा इसे लगातार कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अपना आधिपत्य जमाने और संकीर्ण पक्षपाती हितों वाले कुछ गैर-जिम्मेदार देश अंतरराष्ट्रीय कानूनों की गलत व्याख्या कर रहे हैं।
#WATCH | Indian Navy video on INS Visakhapatnam, the indigenously built guided-missile destroyer, that is all set to be commissioned by Defence Minister Rajnath Singh today.
(Source: Indian Navy) pic.twitter.com/G7tsk2AfbR
— ANI (@ANI) November 21, 2021
यह हैं इसकी खासियतें
–आईएनएस विशाखापट्टनम के कंस्ट्रक्शन की बात करें तो इसकी लंबाई 163 मीटर, चौड़ाई 17 मीटर और इसका कुल वजन 7400 टन है। इसमें लगे 75 फीसदी उपकरण स्वदेशी हैं।
–इसकी डिजाइन नेवी के नौसेना डिजाइन निदेशालय ने तैयार किया है। वहीं इसका कंस्ट्रक्शन मुंबई के मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) में हुआ है।
–आईएनएस विशाखापट्टनम की सबसे बड़ी खासियत यह है कि दुश्मन देश के राडार से ट्रैस नहीं कर पाएंगे। इसकी वजह यह है कि इसकी बाहरी सतह एक स्पेशल स्टील की धातु से तैयार की गई है।
–आईएनएस विशाखापट्टनम देश का पहला पी-15बी क्लास का स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक है। इसकी मैक्सिमम स्पीड 55.56 किलोमीटर प्रतिघंटा है।
–इसमें मीडियम रेंज सर्फेस टू एयर मिसाइल, सतह से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस, एलएंडटी कंपनी के टोरपीडो ट्यूब लॉन्चर, एलएंडटी के ही एंटी सबमरीन रॉकेट लॉन्चर और बीएचईएल की 76एमएम सुपर रैपिड गन हैं।
–दुश्मन के जहाज को देखते ही आईएनएस विशाखापट्टनम अपने डेक से एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल लॉन्च करने में सक्षम है।
–इस युद्धपोत में टॉरपीडो ट्यूब और लॉन्चर, पनडुब्बी रोधी रॉकेट लॉन्चर, सुपर रैपिड गन माउंट के अलावा, कॉम्बैट मैनेजमेंट सिस्टम, इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म मैनेजमेंट सिस्टम भी लगाया गया है।