दिल्ली हाईकोर्ट की तर्ज पर हो हाईकोर्ट की पार्किंग समस्या का निदान | People’s representatives associated with advocacy in Jabalpur | Patrika News

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दिल्ली हाईकोर्ट की तर्ज पर हो हाईकोर्ट की पार्किंग समस्या का निदान | People’s representatives associated with advocacy in Jabalpur | Patrika News

जबलपुर में वकालत से जुड़े जनप्रतिनिधियों ने कहा, प्रशासन, बार एसोसिएशन व बार काउंसिल को करनी होगी पहल

जबलपुर

Published: April 22, 2022 07:32:35 pm

जबलपुर। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट की मुख्य पीठ जबलपुर के इर्द गिर्द बेतरतीब से खड़े होने वाले वाहनों की वजह से यातायात बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। इस समस्या को लेकर शहर के वे जनप्रतिनिधि भी खासे चिंतित हैं, जो वकालत के व्यवसाय से जुड़े हैं। जनप्रतिनिधि वकीलों का मानना है कि दिल्ली हाईकोर्ट की तर्ज पर इस समस्या का निदान केवल मल्टी लेवल पार्किंग का निर्माण कर किया जा सकता है। इसके लिए हाईकोर्ट के पास खाली पड़ी सरकारी जमीन का उपयोग किया जा सकता है। जनप्रतिनिधि वकीलों ने कहा कि हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, स्टेट बार काउंसिल व प्रशासन को मिलजुल कर इस समस्या का निराकरण करने की दिशा में प्रयत्न करने चाहिए।

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व्यवस्थित नहीं है पार्किंग

हाईकोर्ट प्रशासन ने वाहनों के लिए कचहरी वाले बाबा की दरगाह के बगल में स्थित जमीन पर पार्किंग बनाई है। लेकिन इस पार्किंग में कोई व्यवस्था नहीं है। यहां आने वाले वाहनों को समुचित स्थान पर खड़े करवाने के लिए कोई अटेंडेंट या कर्मचारी मौजूद नहीं रहता। नतीजा यह है कि जिसे जहां जगह मिली वहीं पर अपने वाहन खड़े कर देता है। इसके चलते यहां बहुत कम वाहन खड़े होने पर ही जगह भर जाती है।

परिसर में भी अव्यवस्था

हाईकोर्ट में आने वाले वाहनों की बड़ी संख्या को देखते हुए हाईकोर्ट प्रशासन ने परिसर के अंदर भी वकीलों की कारें खड़े करवाने की व्यवस्था की है। इसके बावजूद परिसर में निर्धारित स्थान के अलावा अन्य जगहों और सड़क पर भी वाहन खड़े कर दिए जाते हैं। परिसर में बेतरतीबी से कारें खड़ी होने के चलते बमुश्किल पैदल चलने की जगह बचती है।

इन जगहों पर हो सकती है व्यवस्था

वकीलों का मानना है कि हाईकोर्ट के समीप पुराने जिला अदालत की बिल्डिंग, बीएसएनएल ऑफिस में खाली पड़ी जगह के साथ ही वर्तमान पार्किंग की जगह पर मल्टीलेवल पार्किंग की व्यवस्था की जा सकती है। वर्तमान पार्किंग को व्यवस्थित करना भी बेहतर विकल्प हो सकता है।

वर्जनदिल्ली हाईकोर्ट की तर्ज पर मल्टीलेवल पार्किंग बनाकर इस समस्या का निदान सम्भव है। बार एसोसिएशन, बार काउंसिल को हाईकोर्ट प्रशासन से मिलकर हल निकालना होगा। प्रशासन को भी इस दिशा में ध्यान देना होगा।

सांसद विवेक तन्खा, वरिष्ठ अधिवक्ता

हाईकोर्ट परिसर में आने जाने वाले वाहनों के लिए पार्किंग व्यवस्थित होनी चाहिए, ताकि वकील और पक्षकारों और जनता को असुविधा ना हो। प्रशासन को इस ओर ध्यान देना होगा। बार काउंसिल और बार एसोसिएशन की भी जिम्मेदारी है।

विधायक लखन घनघोरिया

पार्किंग व्यवस्थित ना होने से सभी को असुविधा है। बार एसोसिएशन, बार काउंसिल को चीफ जस्टिस से मिलकर इस समस्या के निदान के लिए पहल करनी चाहिए। प्रशासनिक अधिकारियों के भी ध्यान में यह समस्या लाई जाएगी।

जीएस ठाकुर, भाजपा नगर अध्यक्ष

हाईकोर्ट में पार्किंग की व्यवस्था ना होना गरिमा के अनुकूल नहीं है। प्रशासन को शीघ्र ही समस्या की ओर ध्यान देकर इसका निराकरण करना होगा। वकीलों के साथ-साथ आम जनता को भी बेहद परेशानी हो रही है।

शरद जैन, पूर्व मंत्री

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