गणेश चतुर्थी और दुर्गा पूजा की तरह नहीं है छठ…DDMA की गाइडलाइंस पर आप विधायक संजीव झा ने LG को लिखा पत्र

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गणेश चतुर्थी और दुर्गा पूजा की तरह नहीं है छठ…DDMA की गाइडलाइंस पर आप विधायक संजीव झा ने LG को लिखा पत्र

हाइलाइट्स

  • DDMA का फैसला यमुना घाटों में नहीं होगी छठ पूजा
  • छठ पूजा को लेकर DDMA के आदेश पर राजनीति शुरू
  • आप विधायक संजीव झा ने LG को पत्र लिखकर यमुना घाट में पर्व मनाने की इजाजत मांगी

नयी दिल्ली
कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए डीडीएमए ने यमुना नदी के किनारों पर छठ पूजा की अनुमति नहीं दी है। इस मामले में राजनीति भी तेज हो गई है। बुराड़ी विधानसभा क्षेत्र से आप के विधायक संजीव झा ने एलजी को पत्र लिखकर यमुना किनारे छठ पूजा करने की अनुमति देने का आग्रह किया है। इस मामले में बीजेपी के पूर्व दिल्ली अध्यक्ष मनोज तिवारी भी डीडीएमए के इस आदेश का विरोध कर रहे हैं।

आप विधायक ने लिखा पत्र
संजीव झा ने पत्र में लिखा है कि उच्च अधिकारियों में बैठक में डिवीजन कमिश्नर ने उक्त आदेश का हवाला देते हुए मुझे बताया कि इस साल छठ पूजा यमुना किनारे इसलिए नहीं बनाई जा सकती क्योंकि इसमें गणेश चतुर्थी और दुर्गा पूजा की तरह नदी में प्रदूषण स्तर बढ़ जाता है। उन्होंने आगे लिखा है कि दुर्गा पूजा और गणेश चतुर्थी के दिन नदी में प्रतिमा का विसर्जन होता है जबकि छठ पूजा में ऐसा कुछ भी नहीं होता।

दिल्ली एलजी से मिलने का वक्त मांगा
LG साहब से दिल्ली में युमना किनारे छठ पूजा करने की अनुमति देने का आग्रह किया है। क्योंकि छठ पूजा में आस्था रखने वाले लोग व्रत से पहले घाटों और नदियों की सफाई भी करते है, छठ पूजा से कभी भी युमना में प्रदूषण नहीं होता है। उत्तर पूर्वी दिल्ली से भाजपा के सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि यह कदम ‘पूर्वांचलियों की धार्मिक आस्थाओं से खेलने’ जैसा है। वहीं पश्चिमी दिल्ली से सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि वह छठ का पर्व यमुना के घाट पर ही मनाएंगे।

भाजपा सांसद मनोज तिवारी भी अड़े
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई ने यमुना नदी के किनारों पर छठ पूजा की अनुमति नहीं देने के दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के निर्णय पर शुक्रवार को आपत्ति जताई और कहा कि वह नियमों को तोड़ते हुए पर्व मनाने के लिए नदी के आसपास के इलाकों में जाएगी। उत्तर पूर्वी दिल्ली से भाजपा के सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि यह कदम ‘पूर्वांचलियों की धार्मिक आस्थाओं से खेलने’ जैसा है। वहीं पश्चिमी दिल्ली से सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि वह छठ का पर्व यमुना के घाट पर ही मनाएंगे।

तिवारी ने केजरीवाल सरकार पर लगाया आरोप
तिवारी ने एक बयान जारी करके कहा कि वह यह जानकर स्तब्ध हैं कि श्रद्धालुओं को छठ पर्व यमुना नदी के किनारों पर मनाने की अनुमति नहीं है। उन्होंने एक बयान में कहा,‘मैं यह जानकर हैरान हूं कि दिल्ली सरकार ने यमुना के तट पर छठ उत्सव पर फिर से प्रतिबंध लगा दिया है। यह पूर्वांचलियों की धार्मिक आस्थाओं के साथ खिलवाड़ करने का प्रयास है। अरविंद केजरीवाल की हिंदू विरोधी नीति बेनकाब हो रही है। हम पूर्वांचली इसे स्वीकार नहीं करते।’

सासंद प्रवेश सिंह ने भी ये मुद्दा उठाया
वहीं पश्चिमी दिल्ली से सांसद सिंह ने भी इस फैसले पर अपना गुस्सा जाहिर किया और कहा कि वह यमुना घाट पर ही छठ मनाएंगे। सिंह ने ट्वीट किया,‘छठ पूर्वांचल के भाइयों और बहनों के लिए सबसे बड़ा त्योहार है और उस पर प्रतिबंध लगाना उनकी मान्यताओं के साथ खेलने जैसा है। केजरीवाल जी, मैं खुद यमुना में जाऊंगा और सुनिश्चित करूंगा कि छठ पूजा वहां हो। अगर आप मुझे रोक सकें तो रोक लीजिए।’

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