एसआईटी ने थानाध्यक्ष समेत तीन को क्लीनचिट दी, Kanpur Dehat में पुलिस कस्टडी में हुई थी व्यापारी की मौत

26
एसआईटी ने थानाध्यक्ष समेत तीन को क्लीनचिट दी, Kanpur Dehat में पुलिस कस्टडी में हुई थी व्यापारी की मौत

एसआईटी ने थानाध्यक्ष समेत तीन को क्लीनचिट दी, Kanpur Dehat में पुलिस कस्टडी में हुई थी व्यापारी की मौत


गौरव राठौर, कानपुर देहात : यूपी के कानपुर देहात जिले के रनियां थाने में तीन माह पहले व्यापारी बलवंत सिंह की मौत हो गई थी। हत्या के मामले में मंगलवार को कन्नौज एसपी की एसआईटी ने सीजेएम कोर्ट में तीन सौ पन्ने की चार्जशीट दाखिल कर दी। इसमें आठ पुलिस कर्मी चार्जशीटेड किए गए हैं, जबकि हत्या में नामजद तत्कालीन रनियां थानाध्यक्ष समेत तीन आरोपियों को एसआईटी ने क्लीनचिट दे दी है। एसआईटी ने हत्या नहीं, बल्कि गैर इरादतन हत्या में चार्जशीट दाखिल की है। इससे वादी बेहद खफा हैं। वह कोर्ट में इसका विरोध कर फिर से जांच कराने की मांग करने की बात कह रहे हैं।

चूनी चोकर के व्यापारी लालपुर सरैंया गांव के निवासी बलवंत के चाचा के साथ हुई लूट की घटना के बाद पुलिस ने शक के आधार पर बलवंत को ही 12 दिसंबर को उठाया था। उसे रनियां थाने में रखकर इतना पीटा गया कि उसकी मौत हो गई। इसके बाद पुलिस कर्मी जिला अस्पताल शव छोड़कर फरार हो गए थे। पोस्टमार्टम में बलवंत के शरीर में 32 चोटें पाई गई थीं। बलवंत का मृत शरीर पुलिस की बर्बरता बयां कर रहा था। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ था। घटना के बाद हंगामा हुआ तो मामले में तत्कालीन एसओजी प्रभारी प्रशांत गौतम, शिवली कोतवाल राजेश कुमार सिंह, मैथा चौकी इंचार्ज ज्ञान प्रकाश पांडेय, तत्कालीन रनियां थानाध्यक्ष समेत अज्ञात पुलिस कर्मियों के विरुद्ध हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। इस घटना की चर्चा पूरे प्रदेश में हुई।

विधानसभा में अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरा। मामला तूल पकड़े जाने के बाद इस प्रकरण की जांच कन्नौज एसपी के नेृतत्व में गठित एसआईटी को दी गई। एसआईटी ने विवेचना पूरी करने के बाद मंगलवार को माती स्थित सीजेएम कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी। एसआईटी ने 302 हटाकर 304 गैर इरादतन हत्या में चार्ज शीट लगाई है। इसमें जेल में बंद आठ पुलिस कर्मियों को चार्जशीटेड किया गया है।

इनके विरुद्ध दाखिल हुई चार्जशीट

जेल में बंद तत्कालीन शिवली कोतवाल राजेश कुमार सिंह, एसओजी प्रभारी प्रशांत गौतम, मैथा चौकी इंचार्ज ज्ञान प्रकाश पांडेय, हेड कॉन्स्टेबल दुर्गेश कुमार, अनूप कुमार, सोनू यादव, विनोद कुमार, कॉन्स्टेबल प्रशांत कुमार पांडेय पर गैर इरादतन हत्या का आरोप पत्र दाखिल किया गया है। ये सभी आरोपी जेल में बंद हैं, जबकि जिन्हें क्लीनचिट दी गई है, उनमें तत्कालीन रनियां एसओ शिव प्रकाश सिंह, जिला अस्पताल के इमरजेंसी डॉक्टर पवन पार्या, एसओजी के सिपाही महेश गुप्ता। ये आरोपी जेल नहीं गए थे।

वादी नाराज, कोर्ट से करेंगे फिर जांच की मांग

पुलिस की जांच से वादी अंगद सिंह बेहद खफा हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस की भूमिका पहले दिन से ही ठीक नहीं थी। एसआईटी ने जांच में गड़बड़ी शुरू की थी तो इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से लगातार की जा रही है। जिस बात का अंदेशा था, वहीं हुआ। कहा कि आरोपी पुलिस कर्मियों को बचाने के लिए एसआईटी ने हत्या के मामले को गैर इरादतन हत्या साबित कर दिया। इससे जेल में बंद आरोपियों को बड़ी राहत मिलेगी। कहा कि इसका विरोध करेंगे। कोर्ट से फिर जांच कराने की मांग करेंगे। हत्या के पर्याप्त साक्ष्य हैं, जिसे पुलिस झुठलाने में लगी रही। पीड़ित को न्याय नहीं, आरोपी पुलिस कर्मियों की बचाने वाली जांच हुई है।

Get Kanpur News, Breaking news headlines about Kanpur crime, Kanpur politics and live updates on local Kanpur news. Browse Navbharat Times to get all latest news in Hindi.

उत्तर प्रदेश की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Uttar Pradesh News