उत्तर प्रदेश में अब भी 300 के पार जाने का भाजपा का दावा, बताया- क्यों छोड़ गए स्वामी प्रसाद जैसे नेता

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उत्तर प्रदेश में अब भी 300 के पार जाने का भाजपा का दावा, बताया- क्यों छोड़ गए स्वामी प्रसाद जैसे नेता

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पहली सूची जारी करने के बाद भाजपा के एक शीर्ष नेता ने पार्टी की 300 से ज्यादा सीटें जीतने की पिछली सफलता को दोहराने का दावा किया है। पार्टी का मानना है कि पहले दो चरणों में उसकी एक भी सीट कम नहीं होगी, हालांकि कुछ सीटें बदल सकती है। भाजपा छोड़कर जाने वाले नेताओं से भी पार्टी परेशान नहीं है। उसका मानना है कि यह नेता भाजपा के भीतर उनकी जाति समूह का नेतृत्व खड़ा होने से ज्यादा परेशान थे। भाजपा ने शनिवार को पहले दो चरणों के लिए 107 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नाम शामिल थे। 

उत्तर प्रदेश के लिए पार्टी की रणनीति साफ है कि वह अपने अभी तक के कामों को लेकर और सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ेगी। शनिवार को पार्टी के एक नेता ने दावा किया कि राज्य में भाजपा पूरी तरह मजबूत है और वह पिछली बार की तरह ही 300 का आंकड़ा पार करेगी। इस नेता ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश की जनता निर्णायक जनादेश देती है और इस बार भी वह भाजपा के पक्ष में ही रहेगा। एक भी सीट कम नहीं होगी : पहले और दूसरे चरण के लिए पार्टी ने उम्मीदवारों की सूची घोषित की है। उसे लेकर नेतृत्व पिछली बार की सफलता दोहराने को लेकर पूरी तरह आश्वस्त है। पार्टी का कहना है कि पिछली बार इन दो चरणों में पार्टी जितनी सीटें जीती थी, उससे एक भी सीट कम नहीं होगी, हालांकि कुछ सीटें बदल सकती हैं। इन दो चरणों के बाद पार्टी का अभियान और तेज होगा और उसकी सफलता भी तेजी से बढ़ेगी।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पार्टी अपने सामाजिक समीकरणों को लेकर पूरी तरह आश्वस्त है और उसे समाजवादी पार्टी के नए बन रहे गठजोड़ से कोई खतरा नहीं दिख रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मानना है कि जो नेता हाल में पार्टी छोड़कर गए हैं वे पार्टी के भीतर अपनी स्थिति को लेकर ज्यादा परेशान थे। दरअसल, भाजपा के भीतर ही इन वर्गों का नेतृत्व उभरने लगा है। इससे उनको दिक्कत हो रही थी। हालांकि, पार्टी अपने किसी भी कार्यकर्ता को जाने नहीं देना चाहती है और इन नेताओं को भी रोकने की कोशिश की गई थी, लेकिन उनको अपने दूसरे हित साधने की चिंता रही होगी। आरक्षण का मुद्दा बना रहे बागी नेताओं पर पार्टी ने साफ किया है कि आरक्षण का कोई मुद्दा नहीं है।

मुलायम की बहू अपर्णा पार्टी में हो सकती हैं शामिल

सूत्रों के अनुसार, भाजपा बाबू सिंह कुशवाहा की पार्टी से गठबंधन करने नहीं जा रही है, उनसे कोई अधिकृत वार्ता भी नहीं हुई है। हालांकि, मुलायम सिंह की बहू अपर्णा यादव पार्टी में जल्दी शामिल हो सकती हैं। इस बारे में लखनऊ में घोषणा की जाएगी। लेकिन, वह चुनाव लड़ेंगी या नहीं इसका फैसला पार्टी लेगी। योगी को गोरखपुर से चुनाव लड़ाने पर पार्टी ने साफ किया कि अयोध्या पार्टी के लिए अहम मुद्दा है, पर एक सीट को लेकर पार्टी कोई रणनीति नहीं बनाती है।

अगली बैठक 19 जनवरी को होगी

पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की अगली बैठक 19 जनवरी को होगी, जिसमें गोवा और उत्तराखंड के साथ उत्तर प्रदेश के अगले चरण के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जाएगी। इस बीच भाजपा ने 23 जनवरी से अपने व्यापक चुनाव प्रचार अभियान की तैयारी शुरू कर दी है। गृह मंत्री अमित शाह 23 जनवरी से प्रदेश का दौरा शुरू करेंगे और पूरे प्रदेश में जाएंगे। उनके अलावा अन्य नेता भी प्रदेश का दौरा करेंगे।

मनोहर पर्रिकर के बेटे को टिकट की संभावना नहीं

बेटे-बेटियों टिकट देने के मामले पर पार्टी ने साफ किया है कि जो लोग पहले से चुनाव लड़ रहे हैं, उन पर लागू नहीं होगा, लेकिन पार्टी किसी भी नेता के बेटे-बेटी या पत्नी को टिकट नहीं देगी। इससे यह भी साफ हो गया है कि गोवा में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे को टिकट मिलने की संभावना नहीं है। पार्टी के अन्य नेता अपने परिजनों को टिकट दिलाना चाहते थे उनके मंसूबों पर भी पानी फिर गया है। पार्टी एक परिवार से दो लोगों को टिकट नहीं देगी।



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