इंशाअल्लाह! पंजशीर में मेरा वो आखिरी दिन होगा… तालिबानी हुकूमत को अहमद मसूद की ललकार
अफगानिस्तान में कब्जा करने वाले तालिबान के लिए पंजशीर जीत लेना इतना आसान नहीं होगा। पंजशीर घाटी को तालिबान द्वारा कब्जा किए जाने की खबरों के बीच अहमद मसूद ने हुंकार भरी है और कहा कि जिस दिन तालिबान पंजशीर को जीत लेगा, उस दिन घाटी में मेरा आखिरी दिन होगा। पंजशीर में तालिबानी कब्जे की मीडिया रिपोर्ट को नॉर्दन अलायंस के मुखिया अहमद मसूद ने सिरे से खारिज किया और कहा कि यह पाकिस्तान और वहां की मीडिया की साजिश है। रेसिस्टेंस फोर्स के मुखिया ने कहा कि तालिबान से उनकी जंग जारी रहेगी।
पंजशीर से रेसिस्टेंस फोर्स की कमान संभाल रहे और तालिबान को चुनौती देने वाले अहमद मसूद ने एक ट्वीट में कहा कि तालिबान के पंजशीर पर कब्जा करने की खबरें फर्जी हैं। उन्होंने कहा ‘पंजशीर को जीतने की खबरें पाकिस्तानी मीडिया में घूम रही हैं। यह एक झूठ है। इसे जीतना पंजशीर में मेरा आखिरी दिन होगा,इंशाअल्लाह।’ बता दें कि नॉर्दन अलांयस के एक ट्वीट के मुताबिक, ‘पंजशीर में गुरुवार रात की लड़ाई में 450 तालिबान मारे गए और 230 ने आत्मसमर्पण किया। वहीं, बदख्शां प्रांत के 170 तालिबानी रेसिस्टेंस फोर्स में शामिल हुए।’
News of Panjshir conquests is circulating on Pakistani media. This is a lie. Conquering Panjshir will be my last day in Panjshir, inshallah.
— Ahmad Massoud (@Mohsood123) September 3, 2021
इससे पहले खुद को अफगानिस्तान का कार्यवाहक राष्ट्रपति घोषित करने वाले एवं पंजशीर घाटी में प्रतिरोध बलों में शामिल हो चुके अमारुल्लाह सालेह ने शुक्रवार को कहा कि वह देश से नहीं भागे हैं और प्रांत को घेरने वाले तालिबान तथा अल कायदा जैसे आतंकवादी समूहों का समर्थन करने के लिए पाकिस्तान को सीधे तौर पर दोषी ठहराया। एक वीडियो संदेश में, सालेह (जो पूवोर्त्तर प्रांत पंजशीर में अहमद मसूद के प्रतिरोध आंदोलन के साथ सेना में शामिल हो गए हैं) ने कहा कि उनके अफगानिस्तान से भागने से संबंधित रिपोर्ट ‘पूरी तरह से निराधार’ हैं।
सालेह ने कहा कि मैं पंजशीर में हूं। स्थिति बहुत कठिन है। सालेह ने कहा कि हम पर तालिबान, उनके अल कायदा सहयोगियों, क्षेत्र और उसके बाहर के अन्य आतंकवादी समूहों द्वारा आक्रमण किया गया है, जैसा कि हमेशा की तरह यह पाकिस्तानियों द्वारा समर्थित है। उन्होंने कहा कि हमने मैदान पर कब्जा कर लिया है, हमने विरोध किया है। प्रतिरोध आत्मसमर्पण करने वाला नहीं है, आतंकवाद के आगे झुकने वाला नहीं है और यह जारी रहने वाला है। उन्होंने कहा कि कठिनाइयां हैं लेकिन मैं भागा नहीं हूं और न हीं फरार हूं।
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अफगानिस्तान में कब्जा करने वाले तालिबान के लिए पंजशीर जीत लेना इतना आसान नहीं होगा। पंजशीर घाटी को तालिबान द्वारा कब्जा किए जाने की खबरों के बीच अहमद मसूद ने हुंकार भरी है और कहा कि जिस दिन तालिबान पंजशीर को जीत लेगा, उस दिन घाटी में मेरा आखिरी दिन होगा। पंजशीर में तालिबानी कब्जे की मीडिया रिपोर्ट को नॉर्दन अलायंस के मुखिया अहमद मसूद ने सिरे से खारिज किया और कहा कि यह पाकिस्तान और वहां की मीडिया की साजिश है। रेसिस्टेंस फोर्स के मुखिया ने कहा कि तालिबान से उनकी जंग जारी रहेगी।
पंजशीर से रेसिस्टेंस फोर्स की कमान संभाल रहे और तालिबान को चुनौती देने वाले अहमद मसूद ने एक ट्वीट में कहा कि तालिबान के पंजशीर पर कब्जा करने की खबरें फर्जी हैं। उन्होंने कहा ‘पंजशीर को जीतने की खबरें पाकिस्तानी मीडिया में घूम रही हैं। यह एक झूठ है। इसे जीतना पंजशीर में मेरा आखिरी दिन होगा,इंशाअल्लाह।’ बता दें कि नॉर्दन अलांयस के एक ट्वीट के मुताबिक, ‘पंजशीर में गुरुवार रात की लड़ाई में 450 तालिबान मारे गए और 230 ने आत्मसमर्पण किया। वहीं, बदख्शां प्रांत के 170 तालिबानी रेसिस्टेंस फोर्स में शामिल हुए।’
News of Panjshir conquests is circulating on Pakistani media. This is a lie. Conquering Panjshir will be my last day in Panjshir, inshallah.
— Ahmad Massoud (@Mohsood123) September 3, 2021
इससे पहले खुद को अफगानिस्तान का कार्यवाहक राष्ट्रपति घोषित करने वाले एवं पंजशीर घाटी में प्रतिरोध बलों में शामिल हो चुके अमारुल्लाह सालेह ने शुक्रवार को कहा कि वह देश से नहीं भागे हैं और प्रांत को घेरने वाले तालिबान तथा अल कायदा जैसे आतंकवादी समूहों का समर्थन करने के लिए पाकिस्तान को सीधे तौर पर दोषी ठहराया। एक वीडियो संदेश में, सालेह (जो पूवोर्त्तर प्रांत पंजशीर में अहमद मसूद के प्रतिरोध आंदोलन के साथ सेना में शामिल हो गए हैं) ने कहा कि उनके अफगानिस्तान से भागने से संबंधित रिपोर्ट ‘पूरी तरह से निराधार’ हैं।
सालेह ने कहा कि मैं पंजशीर में हूं। स्थिति बहुत कठिन है। सालेह ने कहा कि हम पर तालिबान, उनके अल कायदा सहयोगियों, क्षेत्र और उसके बाहर के अन्य आतंकवादी समूहों द्वारा आक्रमण किया गया है, जैसा कि हमेशा की तरह यह पाकिस्तानियों द्वारा समर्थित है। उन्होंने कहा कि हमने मैदान पर कब्जा कर लिया है, हमने विरोध किया है। प्रतिरोध आत्मसमर्पण करने वाला नहीं है, आतंकवाद के आगे झुकने वाला नहीं है और यह जारी रहने वाला है। उन्होंने कहा कि कठिनाइयां हैं लेकिन मैं भागा नहीं हूं और न हीं फरार हूं।