T20 World Cup: इस वजह से एडिलेड में टॉस नहीं जीतना चाहेंगे रोहित शर्मा, सिक्का तोड़ देगा सपना
एडिलेड:ऑस्ट्रेलिया में जारी टी-20 वर्ल्ड कप में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा टॉस के बॉस बने हुए हैं। सुपर-12 राउंड के छह मैच में से पांच टॉस भारत के पक्ष में गिरे, लेकिन अब सेमीफाइनल में हिटमैन टॉस जीतना नहीं चाहेंगे। वैसे तो हर मैच में टीमें टॉस जीतकर अपने हिसाब से गेम चलाना चाहती है। बड़े टूर्नामेंट के नॉकआउट मुकाबलों में तो टॉस जीतने की दुआएं की जाती है फिर आखिर ऐसी क्या हुआ कि रोहित शर्मा और पूरी भारतीय टीम टॉस हारना चाहेगी। चलिए आगे समझते हैं।
टॉस जीतने वाला यहां हार जाता है
दरअसल, भारत और इंग्लैंड के बीच 10 नवंबर यानी गुरुवार को एडिलेड के जिस ओवल मैदान पर सेमीफाइनल मुकाबला खेला जाना है, वहां टॉस को लेकर दिलचस्प आंकड़े सामने आ रहे हैं। इस ग्राउंड पर मौजूदा वर्ल्ड कप के 11 मुकाबले खेले जा चुके हैं, लेकिन टॉस जीतने वाली टीमें यहां मैच हार जाती है। सिर्फ उसी टीम को जीत मिलती है, जो टॉस हारती है। भारत ने इस मैदान पर बांग्लादेश को हराया था। आपको जानकार हैरानी होगी कि टॉस बांग्लादेश के कप्तान शाकिब-अल-हसन ने जीता था।
प्रैक्टिस सेशन में रोहित चोटिल
भारतीय टीम का वैकल्पिक अभ्यास सत्र एक सामान्य दिन से व्यस्त दिन में तब्दील हो गया जब कप्तान रोहित शर्मा बल्लेबाजी के दौरान चोटिल हो गए। थ्रोडाउन का सामना करते हुए गेंद उनके हाथ पर जा लगी। रोहित दर्द में नजर आ रहे थे, उन्होंने बाहर जाकर उपचार करवाया और फिर अंत में अभ्यास के साथ सत्र का अंत किया। भारतीय बल्लेबाजों को अतिरिक्त गति के विरुद्ध खेलने में सहज होने के लिए थ्रोडाउन का सामना करना पसंद है। वे इन थ्रोडाउन को उच्च गति के खिलाफ अपने रिएक्शन टाइम में सुधार करने का श्रेय देते हैं।
डीके या ऋषभ पंत कौन खेलेगा?
सेमीफाइनल में भारत का सामना मोईन अली के रूप में ऑफ स्पिनर से होगा। यहां कार्तिक का पलड़ा भारी हो सकता है। टीम प्रबंधन ने कहा था कि भले ही पंत ने पिछला मैच खेला, इसका अर्थ यह नहीं है कि कार्तिक टीम से बाहर हो गए हैं। कार्तिक के अभ्यास से ऐसा लग रहा है कि वह इंग्लैंड के विरुद्ध खेलने के लिए तैयार हैं। पिछले मैच के बाद प्रमुख कोच राहुल द्रविड़ ने कहा था कि भविष्य को ध्यान में रखते हुए टीम को बदलाव करने का मौका मिला। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि चयन के लिए सब उपलब्ध हैं। सिर्फ. इसलिए कि कोई इस मैच में नहीं खेला इसका मतलब यह नहीं है कि हम उसके पास वापस नहीं जा सकते हैं।’
टॉस जीतने वाला यहां हार जाता है
दरअसल, भारत और इंग्लैंड के बीच 10 नवंबर यानी गुरुवार को एडिलेड के जिस ओवल मैदान पर सेमीफाइनल मुकाबला खेला जाना है, वहां टॉस को लेकर दिलचस्प आंकड़े सामने आ रहे हैं। इस ग्राउंड पर मौजूदा वर्ल्ड कप के 11 मुकाबले खेले जा चुके हैं, लेकिन टॉस जीतने वाली टीमें यहां मैच हार जाती है। सिर्फ उसी टीम को जीत मिलती है, जो टॉस हारती है। भारत ने इस मैदान पर बांग्लादेश को हराया था। आपको जानकार हैरानी होगी कि टॉस बांग्लादेश के कप्तान शाकिब-अल-हसन ने जीता था।
प्रैक्टिस सेशन में रोहित चोटिल
भारतीय टीम का वैकल्पिक अभ्यास सत्र एक सामान्य दिन से व्यस्त दिन में तब्दील हो गया जब कप्तान रोहित शर्मा बल्लेबाजी के दौरान चोटिल हो गए। थ्रोडाउन का सामना करते हुए गेंद उनके हाथ पर जा लगी। रोहित दर्द में नजर आ रहे थे, उन्होंने बाहर जाकर उपचार करवाया और फिर अंत में अभ्यास के साथ सत्र का अंत किया। भारतीय बल्लेबाजों को अतिरिक्त गति के विरुद्ध खेलने में सहज होने के लिए थ्रोडाउन का सामना करना पसंद है। वे इन थ्रोडाउन को उच्च गति के खिलाफ अपने रिएक्शन टाइम में सुधार करने का श्रेय देते हैं।
डीके या ऋषभ पंत कौन खेलेगा?
सेमीफाइनल में भारत का सामना मोईन अली के रूप में ऑफ स्पिनर से होगा। यहां कार्तिक का पलड़ा भारी हो सकता है। टीम प्रबंधन ने कहा था कि भले ही पंत ने पिछला मैच खेला, इसका अर्थ यह नहीं है कि कार्तिक टीम से बाहर हो गए हैं। कार्तिक के अभ्यास से ऐसा लग रहा है कि वह इंग्लैंड के विरुद्ध खेलने के लिए तैयार हैं। पिछले मैच के बाद प्रमुख कोच राहुल द्रविड़ ने कहा था कि भविष्य को ध्यान में रखते हुए टीम को बदलाव करने का मौका मिला। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि चयन के लिए सब उपलब्ध हैं। सिर्फ. इसलिए कि कोई इस मैच में नहीं खेला इसका मतलब यह नहीं है कि हम उसके पास वापस नहीं जा सकते हैं।’