Sri Lanka Video: राजपक्षे समर्थक बने हैवान! PM के संबोधन के बाद बौखलाई भीड़, प्रदर्शनकारियों को क्रूरता से पीटा

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Sri Lanka Video: राजपक्षे समर्थक बने हैवान! PM के संबोधन के बाद बौखलाई भीड़, प्रदर्शनकारियों को क्रूरता से पीटा

कोलंबो : श्रीलंका इस वक्त मुश्किल दौर से जूझ रहा है। गंभीर आर्थिक संकटों ने देश को जकड़ लिया है। हर तरफ विरोध प्रदर्शन और संघर्ष दिखाई पड़ रहा है। सोमवार को श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने इस्तीफा दे दिया। प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे का भी इस्तीफा मांग रहे हैं। कोलंबो में सरकार समर्थक समूहों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के चलते पूरे देश में कर्फ्यू लगा दिया गया है। प्रदर्शनकारियों पर हमले में 23 लोग घायल हो गए जिसके बाद कोलंबो में सेना के जवानों को तैनात कर दिया गया है।

श्रीलंकाई मीडिया न्यूजवायर ने झड़प का एक वीडियो शेयर किया है जिसमें राजपक्षे सरकार समर्थक प्रदर्शनस्थल ‘GotaGoGama’ पर प्रदर्शनकारी को बुरी तरह पीटते नजर आ रहे हैं। वीडियो को रीट्वीट करते हुए पत्रकार मीरा श्रीनिवासन ने लिखा कि राजपक्षे समर्थकों ने GotagoGama पर प्रदर्शनकारियों को निशाना बनाया और उन पर हमला किया, जहां पिछले एक महीने से शांतिपूर्ण ढंग से सरकार विरोधी प्रदर्शन चल रहा है।

महिंदा राजपक्षे के संबोधन के बाद बौखलाई भीड़
उन्होंने लिखा कि पांच लोग एक युवक को बुरी तरह पीट रहे थे जबकि उनके ठीक पीछे पुलिस की एक गाड़ी खड़ी थी। यह प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के अपने समर्थकों को संबोधित करने के ठीक बाद हुआ। नौ अप्रैल से पूरे श्रीलंका में हजारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर हैं, क्योंकि सरकार के पास आयात के लिए धनराशि खत्म हो गई है। आवश्यक वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं। बढ़ते दबाव के बावजूद राष्ट्रपति राजपक्षे और उनके भाई एवं प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे पद छोड़ने से इनकार कर रहे थे।
Sri Lankan PM Resigns : श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने दिया इस्तीफा, प्रदर्शनकारियों की मांग- राष्ट्रपति भी पद छोड़ें
आजादी के बाद से सबसे बुरे दौर में श्रीलंका
हालांकि सोमवार को प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने इस्तीफा दे दिया। साल 1948 में ब्रिटेन से आजादी मिलने के बाद श्रीलंका अब तक के सबसे गंभीर आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है। यह संकट मुख्य रूप से विदेशी मुद्रा की कमी के कारण पैदा हुआ जिसका अर्थ है कि देश मुख्य खाद्य पदार्थों और ईंधन के आयात के लिए भुगतान नहीं कर पा रहा है। शुक्रवार को एक कैबिनेट मीटिंग के बाद राष्ट्रपति राजपक्षे ने देश में आपातकाल की घोषणा कर दी। श्रीलंका में करीब एक महीने के भीतर दूसरी बार आपातकाल की घोषणा की गई है।



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