sidhi ये कैसी शिक्षा: अंग्रेजी माध्यम की स्कूलों में हिंदी माध्यम से पढ़ाई

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sidhi ये कैसी शिक्षा: अंग्रेजी माध्यम की स्कूलों में हिंदी माध्यम से पढ़ाई


sidhi ये कैसी शिक्षा: अंग्रेजी माध्यम की स्कूलों में हिंदी माध्यम से पढ़ाई

सीधी। जिले में अंग्रेजी माध्यम की शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं का हाल बेहाल है। यहां न तो अंग्रेजी के दक्ष शिक्षक हैं, और न ही अंग्रेजी माध्यम की पाठ्य पुस्तकों का अब तक वितरण हो पाया है। हिंदी माध्यम की पाठ्य पुस्तकों से बच्चों की पढ़ाई की जा रही है, बच्चे पढ़ाई तो हिंदी माध्यम से कर रहे हैं, लेकिन परीक्षाएं अंग्रेजी माध्यम से ली जा रही हैं। हाल ही में संपन्न हुई अद्र्धवार्षिक परीक्षा में छात्र-छात्राओं को अंग्रेजी माध्यम का प्रश्न पत्र दिया गया था, बच्चों ने भी औपचारिकता में परीक्षा दे दी।
बता दें की मप्र शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा समाज के कमजोर वर्ग के प्रतिभाशाली एवं मेधावी बच्चों को उनकी योग्यता के अनुसार उचित गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रदेश के गैर आदिवासी 224 विकासखंड मुख्यालयों में अंग्रेजी माध्यम की प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूलें संचालित की गई थी। शासन के निर्देश पर अंग्रेजी माध्यम की स्कूलें तो खोल दी गई, लेकिन आज तक वहां अंग्रेजी में दक्ष शिक्षकों की पदस्थापना नहीं हो पाई। आलम यह है की ये स्कूलें केवल नाम की होकर रह गई हैं, यहां पढ़ाई हिंदी माध्यम से हो रही है, और परीक्षा अंग्रेजी माध्यम से होती है। अभिभावक अपने बच्चों को प्रवेश तो अंग्रेजी माध्यम के स्कूल में दिला रहे हैं, लेकिन उनकी पढ़ाई हिंदी माध्यम की हो रही है।
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जिले में अंग्रेजी माध्यम की 9 स्कूलें-
शासन के निर्देश पर वर्ष 2015-16 में सीधी जिले में अंग्रेजी माध्यम की पांच प्राथमिक शालाएं सीधी विकासखंड अंतर्गत व आदिवासी विकासखंड कुसमी को छोडकऱ सीधी, मझौली, सिहावल व रामपुर नैकिन विकासखंड में एक-एक उत्कृष्ट माध्यमिक शाला खोली गई थी। लेकिन यहां अंग्रेजी माध्यमों के शिक्षकों की पदस्थापना आज तक नहीं हो पाई, वहीं समय पर पुस्तकों का भी वितरण नहीं हो पाता। आधा शैक्षणिक सत्र बीत चुका है, अद्धवार्षिक परीक्षा भी हो चुकी है, लेकिन अभी तक बच्चों को अंग्रेजी माध्यम की पाठ्य पुस्तकों का वितरण नहीं हो पाया है।
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जिले मेें अंग्रेजी माध्यम की प्राथमिक शालाएं-
*शासकीय प्राथमिक शाला कोतरकला सीधी
*शासकीय प्राथमिक शाला माडल सीधी
*शासकीय प्राथमिक शाला जोगीपुर सीधी
*शासकीय प्राथमिक शाला पडऱा नवीन सीधी
*शासकीय प्राथमिक शाला बम्हनी
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अंग्रेजी माध्यम की उत्कृष्ट माध्यमिक शालाएं-
*शासकीय उत्कृष्ट माध्यमिक शाला जमोड़ी कला विकासखंड सीधी
*शासकीय उत्कृष्ट माध्यमिक शाला चुवाही विकासखंड मझौली
*शासकीय उत्कृष्ट माध्यमिक शाला अगडाल विकासखंड रामपुर नैकिन
*शासकीय उत्कृष्ट माध्यमिक शाला सिहावल विकासखंड सिहावल
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सभी विद्यालयों की लगभग एक सी स्थिति-
जिले में अंग्रेजी माध्यम से संचालित जिले की समस्त प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं की लगभग एक सी स्थिति है। यहां अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों की पदस्थापना ही शासन स्तर नहीं हो पाई। जिससे ये स्कूलें केवल नाममात्र की अंग्रेजी माध्यम की होकर रह गई हैं। माध्यमिक शालाओं को नाम तो उत्कृष्ट विद्यालय का दे दिया गया है, लेकिन यहां उत्कृष्ट संस्थान जैसी कोई व्यवस्था नहीं है।
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उत्कृष्ट माध्यमिक शाला अगडाल में 92 छात्रों के बीच दो शिक्षक-
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा अंग्रेजी माध्यम से संचालित की जा रही रामपुर नैकिन विकासखंड की शासकीय उत्कृष्ट माध्यमिक शाला अगडाल में केवल एक नियमित शिक्षक की पदस्थापना है, शिक्षिका रजिया खान के पास प्रधानाध्यापक का भी प्रभार है, इसके अतिरिक्त केवल एक अतिथि शिक्षक पदस्थ हैं। अंग्रेजी माध्यम के शिक्षक न होने से यहां बच्चों की पढ़ाई हिंदी माध्यम से ही कराई जा रही है। रजिया खान के मुताबिक गत वर्ष परीक्षा भी हिंदी माध्यम से ही ली गई थी, इस वर्ष जो वर्क बुक उपलब्ध कराई गई है वह भी हिंदी माध्यम की ही है। प्रधानाध्यापक रजिया ने बताया की पिछले शैक्षणिक सत्र में जब हिंदी माध्यम का प्रश्न पत्र भिजवाया गया तो मेरे द्वारा बीआरसीसी से आपत्ति की गई, जिस पर उनके द्वारा कहा गया की शासन स्तर से ही यह मौखिक आदेश आया है, अब यहां पढ़ाई भी हिंदी माध्यम से ही होगी। बता दें की अगडाल स्कूल में कक्षा 6 से 8वीं तक 92 छात्र पंजीकृत हैं। अभी तक अंग्रेजी माध्यम की पुस्तकों का वितरण भी नहीं हो पाया है।
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शासकीय प्राथमिक शाला कोतरकला के बच्चों ने बयां की हकीकत-
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा अंग्रेजी माध्यम से संचालित की जा रही जिला मुख्यालय की शासकीय प्राथमिक शाला कोतर कला का पत्रिका द्वारा भ्रमण कर जायजा लिया गया तो यहां चौंकाने वाली स्थिति मिली। विद्यालय में कक्षा 1 से 5 तक कुल 136 बच्चे दर्ज हैं, अंग्रेजी माध्यम से अद्धवार्षिक परीक्षा संपन्न हो चुकी है, लेकिन अभी तक अंग्र्रेजी माध्यम की पाठ्य पुस्तकों का वितरण नहीं हुआ है। हिंदी माध्यम की कुछ पुस्तकें उपलब्ध कराई गई हैं, जिनके माध्यम से पढ़ाई कराई जाती है। विद्यालय में कुल 4 शिक्षिकाएं पदस्थ हैं, जो हिंदी माध्यम की हैं।
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बच्चों ने बयां की हकीकत-
फोटो नं.-एसडी 1304, अंशू सोंधिया।
………हमें अभी तक अंग्रेजी माध्यम की किताबें नहीं मिली है, हिंदी माध्यम की कुछ किताबें मिली हैं, उसी से पढ़ाई करते हैं।
अंशू सोंधियां, कक्षा-5
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फोटो नं.-एसडी 1305, प्रीती गुप्ता।
………अद्धवार्षिक परीक्षा हो चुकी है, अंग्रेजी से पेपर भी आया था, लेकिन किताबें अभी तक अंग्रेजी माध्यम की नहीं मिली हैं।
प्रीती गुप्ता, कक्षा-4
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फोटो नं.-एसडी 1306, खुशबू साहू।
……….अंग्रेजी माध्यम की किताबें कभी समय पर नहीं मिलती, पिछले वर्ष भी वार्षिक परीक्षा के पहले मिली थी, इस वर्ष भी अभी तक नहीं मिल पाई है।
खुशबू साहू, कक्षा-4
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फोटो नं.-एसडी 1307, रेशमा सोंधिया।
………हमारा प्रवेश अंग्रेजी माध्यम की स्कूल में कराया गया है, लेकिन यहां न अंग्रेजी माध्यम की किताबें मिलती, न ही पढ़ाई हो पाती, केवल परीक्षा अंग्रेजी माध्यम से होती है।
रेशमा सोंधिया, कक्षा-5
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अभी नहीं उपलब्ध हो पाई हैं किताबें-
अद्र्धवार्षिक परीक्षा हो चुकी है लेकिन अभी तक अंग्रेजी माध्यम की किताबें उपलब्ध नहीं हो पाई हैं, कुछ किताबें हिंदी माध्यम की मिली थी जो बच्चों को उपलब्ध करा दी गई थी, हम लोगों द्वारा अपने हिसाब से अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कराई जाती है।
किरण सिंह, प्रधानाध्यापक शासकीय प्राथमिक शाला कोतरकला
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……….अभी यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं है, अब तक पाठ्य पुस्तकों का वितरण हो जाना चाहिए। ऐसी स्थिति क्यों है पता लगाकर पाठ्य पुस्तकों का वितरण सुनिश्चित कराया जाएगा।
राकेश सिंह, डीपीसी जिला शिक्षा केंद्र सीधी
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