sidhi: नहीं पकड़ में आया खूनी तेंदुआ, दहशत में ग्रामीण | sidhi: Bloody leopard not caught, villagers in panic | Patrika News

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sidhi: नहीं पकड़ में आया खूनी तेंदुआ, दहशत में ग्रामीण | sidhi: Bloody leopard not caught, villagers in panic | Patrika News


sidhi: नहीं पकड़ में आया खूनी तेंदुआ, दहशत में ग्रामीण | sidhi: Bloody leopard not caught, villagers in panic | Patrika News

सतनाPublished: Dec 31, 2022 09:04:41 pm

वन विभाग द्वारा रखे गए दो पिंजरों में कैद की गई बकरियों की तकनीकि नहीं आ रही काम
-मासूम का शिकार किये बीत चुका है सप्ताह भर का समय
-वनकर्मियों पर किये गए हमले से गांव में जाने से डर रहे वनकर्मी

sidhi: Bloody leopard not caught, villagers in panic

sidhi: Bloody leopard not caught, villagers in panic

सीधी/पथरौला। जिले के आदिवासी बाहुल्य जनपद पंचायत कुसमी के संजय टाइगर रिजर्व अंतर्गत ग्राम पंचायत खैरी के विस्थापित ग्राम गिजोहर में 5 वर्षीय मासूम का शिकार करने वाला खूनी तेंदुआ अब तक वन विभाग की पकड़ में नहीं आ सका है। तेंदुए के पकड़ में न आने से ग्रामीण अभी भी दहशत में रात गुजार रहे हैं। तेंदुए को पकडऩे के लिए संजय टाइगर रिजर्व द्वारा गिजोहर गांव में दो पिंजरे रखकर उसमें तेंदुए को फंसाने के लिए बकरियां तो रखी गई हैं, लेकिन अधिकारियों की तकनीकि काम नहीं आ रही है। इधर घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों द्वारा वन अधिकारियों पर किये गए हमले से विभागीय अमला गांव में जाने से कतरा रहा है, जिससे सुरक्षा संबंधी कार्रवाइयां भी प्रभावित हो रही हैं।
संजय टाइगर रिजर्व अमले द्वारा तेंदुए को पिंजरे में कैद करने के लिए उसी जगह पिंजरा रखा गया है, जहा जहां तेंदुए मासूम को छोडक़र भाग गया था, वहीं दूसरा पिंजरा वहां रखा गया है जहां बकरी का शिकार किया गया था। इतना ही नहीं पिंजरे के पास कैमरा भी लगाया गया है, जिससे तेंदुआ की लोकेशन ली जा रही है। इधर संजय टाइगर रिजर्व के कर्मचारियों के द्वारा गांव से लगे जंगलों में रात दिन गस्ती करते हुए तेंदुआ के पग मार्क खोजे जा रहे हैं। जिससे पिंजरे को ऐसी जगह पर रखा जाए जहां से तेंदुए का आना जाना हो रहा है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि पिंजरे को जंगल में तेंदुआ के आने जाने वाले रास्ते पर रखने में ही वह पिंजरे में कैद हो सकता है। लेकिन गांव वालों के कहने पर दोनों पिंजरे घटना स्थल के पास रखे गए हैं। हालांकि जैसे ही तेंदुए का पग मार्क चिन्हित हो जाएगा तो तत्काल पिंजरे को चिन्हित जगह पर रखा जाएगा।
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सायरन व सर्च लाइट वितरण की है तैयारी-
बताया गया कि तेंदुआ सहित अन्य वन्य प्राणियों से ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए सायरन, सर्च लाइट आदि वितरित करने की कार्य योजना तैयार की गई है, इसके लिए ग्रामीणों की सूची तैयार की जा रही है। साथ ही गांव में फैले लेंटेना (बड़ी घास) की सफाई करने की कोशिश की जा रही है। जिससे की गांव में जानवरों के छिपने की जगह सुरक्षित ना रहे।
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एक सप्ताह पूर्व मासूम को घर से उठा ले गया था तेंदुआ-
बता दें कि बीते 24 दिसंबर की शाम तकरीबन 6.30 बजे संजय टाइगर रिजर्व एरिया अंतर्गत वन परिक्षेत्र बस्तुआ के विस्थापित ग्राम गिजोहर में 5 वर्षीय मासूम कमल पिता रामबहादुर बैगा को उस वक्त खूनी तेंदुआ ने अपना शिकार बना डाला था, जब कमल अपने एक भाई और दो बहनों के साथ सोलर लाइट के प्रकाश में आंगन बैठकर पढ़ाई कर रहा था। हालांकि मासूम के माता-पिता ने तेंदुआ से बच्चे को घर तीस मीटर की दूरी पर छुड़ा तो लिए लेकिन जिगर के टुकड़े की जिंदगी नहीं बचा पाए। इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम पर हमला कर दिया गया था, जिसमें बस्तुआ परिक्षेत्र अधिकारी को गंभीर चोट लगी है। जिसके बाद गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था। मृत मासूम के दाह संस्कार के बाद तकरीबन दर्जन भर ग्रामीणों के खिलाफ पुलिस चौकी पोंड़ी में प्रकरण दर्ज किया गया है।
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……ग्रामीणों के लिए टार्च, सायरन आदि वितरण की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही गांव में फैले लेंटेना की सफाई करवाई जाएगी। लेकिन यह सब तभी संभव है जब ग्रामीणों का सहयोग प्राप्त होगा। घटना के बाद से कर्मचारी सहमे हुए हैं। इसलिए गांव में पहुंचने की हिम्मत नहीं कर पा रहे हैं, अभी तेंदुआ नहीं पकड़ा गया है। जंगल में रात दिन गस्ती कर तेंदुआ के पग मार्क चिन्हित करने का प्रयास किया जा रहा है। जिससे सही जगह पर पिंजरा रखा जा सके।
कविता कोल, परिक्षेत्र अधिकारी संजय टाइगर रिजर्व पोंड़ी
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………कुछ ग्रामीणों द्वारा घटना से आक्रोशित होकर वन विभाग की टीम से जो अभद्रता पूर्ण व्यवहार किया गया है। उससे पूरा गांव शर्मिन्दा और क्षमा प्रार्थी है। लेकिन अब पूरा गांव वन विभाग के कर्मचारियों का सहयोग करने के लिए तैयार हैं। विभाग द्वारा जो भी सहयोग ग्रामीणों लिया जाएगा हम लोग आवश्यक रूप से करेंगे।
धनशाय बैगा, सरपंच ग्राम पंचायत खैरी
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