sidhi: एक दशक बाद भी शहर की नवीन कॉलोनियों में नहीं हो पाया सुविधाओं का विस्तार | sidhi: Even after a decade, facilities could not be expanded in the ne | Patrika News

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sidhi: एक दशक बाद भी शहर की नवीन कॉलोनियों में नहीं हो पाया सुविधाओं का विस्तार | sidhi: Even after a decade, facilities could not be expanded in the ne | Patrika News


sidhi: एक दशक बाद भी शहर की नवीन कॉलोनियों में नहीं हो पाया सुविधाओं का विस्तार | sidhi: Even after a decade, facilities could not be expanded in the ne | Patrika News

सतनाPublished: May 19, 2023 09:12:10 pm

बिजली, पानी, सडक़ और नाली जैसी बुनियादी सुविधाओं का टोंटा
-पिछले एक दशक में एक दर्जन से अधिक कॉलोनियां हो चुकी हैं विकसित
-ग्रामीण अंचल से आकर शहर में घर बनाकर रहने वाले लोंगों को नहीं मिल पा रही शहरी सुविधाएं

sidhi: Even after a decade, facilities could not be expanded in the ne

sidhi: Even after a decade, facilities could not be expanded in the ne

सीधी। नगर पालिका परिषद सीधी अंतर्गत शहरी क्षेत्र का लगातार विस्तार हो रहा है। नई कॉलोनियां विकसित हो रही हैं। पिछले एक दशक में शहरी क्षेत्र के साथ ही लगे ग्रामीण अंचलों में एक दर्जन से अधिक कॉलोनियां विकसित हो चुकी हैं। जमीन से जुड़े कारोबारियों द्वारा प्लाटिंग कराकर लोगों को भूखंड बेच दिये गए। भूखंड खरीदने वाले लोगों ने नगर पालिका से मकान निर्माण की अनुमति लेकर मकान भी बनवाकर रहने लगे, लेकिन अब उन्हें बुनियादी सुविधाओं के लिए परेशान होना पड़ रहा है। ऐसी कॉलोनियों में न तो अब पेयजल की पाइप लाइन पहुंची है, और न ही सडक़ों व नालियों का निर्माण हो पाया है। आलम यह है कि ग्रामीण अंचलों से बदतर स्थिति में अब वह शहरी क्षेत्र में रहने को मजबूर हैं।
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सुविधाएं नहीं, फिर भी टैक्स-
नगर पालिका क्षेत्र में विकसित हुई कॉलोनियों में नगर पालिका से घर बनाने की अनुमति मिलने के एक साल बाद से ही नगर पालिका द्वारा भवन स्वामियों पर शहरी क्षेत्र में लगाए जाने वाले विविध कर अधिरोपित कर दिये गए हैं। टैक्स न जमा करने वालों को बकाया नोटिस भी जारी की जाती है। लेकिन बुनियादी सुविधाओं को लेकर नगर पालिका द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
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यहां नवीन कॉलोनियों का निर्माण-
पिछले एक दशक में बड़ी तेजी के साथ शहर का विस्तार हुआ है। नगर के चहुंओर करीब एक दर्जन कॉलोनियां पूरी तरह से विकसित हो चुकी हैं। इनमें मुख्य रूप से वार्ड क्रमांक-1 में रामजानकी नगर तथा इससे लगे क्षेत्र में बड़ी कॉलोनी विकसित हो चुकी है। वहीं वार्ड क्रमांक-2 बनिया कॉलोनी, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के नीचे, टाटा कॉलेज के पास, नौढिय़ा, मधुरी, मुठिगवां, पनवार सेंगरान, पनवार चौहानन टोला, पड़ैनिया, डैनिहा, वार्ड क्रमांक-23, वार्ड क्रमांक-24, पडऱा, सीधी खुर्द, सीधी कला सहित अन्य मुहल्ले शामिल हैं।
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कच्ची सडक़ों में भरता है घरों का पानी-
प्लाटिंग के दौरान जमीन कारोबारी द्वारा जो कच्ची सडक़ें बनाई गई थी, वहीं सडक़े आज भी कॉलोनियों में हैं। भूखंड लेने वाले लोगों द्वारा जब घरों का निर्माण शुरू किया गया तो मकान सामग्री लेकर जाने वाले भारी वाहनों के कारण कच्ची सडक़ें धसक गईं। बारिश के मौसम में वाहनों के आवागमन से सडक़ों का बुराहाल हो गया। नपा की ओर से सडक़ व नालियों का निर्माण न किये जाने से अब घरों का पानी सडक़ों में बह रहा है।
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रहवासियों ने सुनाया दर्द-
…………रामजानकी नगर में एक दशक से मकान बनाकर रह रहा हूं। नगर पालिका द्वारा टैक्स भी लिया जा रहा है, लेकिन मुहल्ले में सडक़ , नाली जैसी बुनियादी सुविधाओं का विस्तार आज तक नहीं हो पाया है।
राकेश दुबे, स्थानीय रहवासी
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……….डैनिहा वार्ड क्रमांक-21 में नई कॉलोनी में दो दर्जन से अधिक मकान बनकर तैयार हो चुके हैं, लोगों रहने लगे हैं, मेरा भी मकान लगभग बन चुका है। लेकिन कॉलोनी में सडक़ और नाली का निर्माण अभी तक नहीं हुआ है।
कमलाकर तिवारी, स्थानीय रहवासी
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……पिछले पांच वर्ष से डैनिहा में यह कॉलोनी विकसित हो रही है। घरों का निर्माण लगातार जारी है। जो घर बन गए हैं, उनका टैक्स भी नपा द्वारा चालू कर दिया गया है, लेकिन नगर पालिका की ओर से सडक़ नाली का निर्माण नहीं किया जा रहा है।
सुखेंद्र ङ्क्षसह, स्थानीय रहवासी
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……………रामजानकी नगर में आधा सैकड़ा से अधिक माकान बन चुके हैं। नपा द्वारा सडक़ और नाली का निर्माण नहीं किया जा रहा है। जल प्रदाय योजना की पाइप लाइन का भी अता-पता नहीं है।
राकेश दुबे, रामजानकी नगर
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………..नई कॉलोनी जितने प्लाट बने थे, सभी में मकान का निर्माण हो गया। नपा का टैक्स भी चालू हो गया है। लेकिन सडक़ और नाली का निर्माण नहीं हो पाया है। गांव से भी बदतर स्थित कॉलोनी की है।
शिवा पांडेय, हाउसिंग बोर्ड के पीछे
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धीरे-धीरे विकसित होंगी सुविधाएं-
नगर पालिका के पास इतना ज्यादा बजट नहीं है कि एक साथ सभी मुहल्लों में सडक़ और नालियों का निर्माण किया जा सके। परिषद की बैठक में कार्य स्वीकृत किये जाते हैं। पार्षदों द्वारा जो प्रस्ताव आते हैं, उनमें परिषद प्राथमिकता के आधार पर स्वीकृति देती है। धीरे-धीरे सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।
मधुसूदन श्रीवास्तव, सीएमओ नगर पालिका सीधी
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