Shraddha Murder Case: आफताब का ऑन द स्पॉट एनकाउंटर करो… मनसे नेता बाला नंदगांवकर बोले- इनसे मौके पर मुलाकात की जाए

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Shraddha Murder Case: आफताब का ऑन द स्पॉट एनकाउंटर करो… मनसे नेता बाला नंदगांवकर बोले- इनसे मौके पर मुलाकात की जाए

Shraddha Murder Case: आफताब का ऑन द स्पॉट एनकाउंटर करो… मनसे नेता बाला नंदगांवकर बोले- इनसे मौके पर मुलाकात की जाए

मुंबई: पूरे देश को हिलाकर रख देने वाले श्रद्धा वाकर मर्डर केस ने सनसनी मचा दी है। लिव इन में रहने वाले आफताब पूनावाला ने श्रद्धा की बेरहमी से हत्या की थी। इतना ही नहीं इसके बाद आरोपी ने उसके 35 टुकड़े कर दिए। इसके बाद आरोपी ने एक-एक कर उसके शरीर के टुकड़े जंगल में फेंक दिए। इस घटना के बाद हर ओर आक्रोश व्यक्त किया जा रहा है। राजनीतिक नेताओं ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है और मांग की है कि आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दी जाए। इस घटना को लेकर महाराष्‍ट्र नवन‍िर्माण सेना (MNS) नेता बाला नंदगांवकर ने भी रोष जताया है। नांदगांवकर ने कहा है क‍ि आरोपी आफताब का ऑन द स्पॉट एनकाउंटर करो।

मनसे नेता बाला नंदगांवकर ने गुस्‍सा जाह‍िर हुए कहा क‍ि आरोपियों से मौके पर ही मुलाकात की जाए। बाला नंदगांवकर ने अपने ट्वीट में कहा, ‘पूरे देश में जिस हत्याकांड की चर्चा हो रही है, उसमें श्रद्धा हमारे महाराष्ट्र की बेटी है। भले ही यह मामला दिल्ली में है, महाराष्ट्र सरकार को इस पर विशेष ध्यान देना चाहिए और इस हैवान को फांसी पर लटका देना चाहिए। आफताब जितनी जल्दी हो सके। इसलिए इन सभी मामलों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाना चाहिए। सच तो यह है कि ऐसे बदमाशों से “ऑन द स्पॉट” एनकाउंटर किया जाना चाहिए।


राज ठाकरे के बाद मनसे के सबसे बड़े नेता है नांदगांवकर

बाला नांदगांवकर ने आगे कहा क‍ि सच कहूं तो ऐसे जल्लाद का ऑन द स्पॉट एनकाउंटर होना चाहिए। दरअसल बाला नांदगांवकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना में राज ठाकरे के बाद सबसे बड़े नेता है।

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क्या है पूरा मामला?

मुंबई के पास वसई में रहने वाली श्रद्धा की दोस्ती आफताब पूनावाला नाम के युवक से होती है। इसके बाद इनकी दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। श्रद्धा ने इसकी जानकारी अपने परिवार को दी। हालांकि, उसका परिवार इसके खिलाफ था। लेकिन परिवार के विरोध के बावजूद श्रद्धा आफताब से मिलती रहीं। इसके बाद उसने घर छोड़कर आफताब के साथ दिल्ली जाने का फैसला किया। दिल्ली जाने के बाद श्रद्धा और आफताब लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगे। श्रद्धा के घरवाले उनसे शादी के बारे में पूछते रहे। उसके बाद श्रद्धा भी आफताब से शादी के लिए कहने लगीं।

आफताब ने श्रद्धा के शरीर के 35 टुकड़े क‍िए

हालांकि आफताब बार-बार शादी की बात को टाल रहा था और इसी बात को लेकर दोनों में लड़ाई होने लगी। शादी के झगड़े से नाराज होकर आफताब ने श्रद्धा की हत्या कर दी। इतना ही नहीं उसके शरीर के 35 टुकड़े कर दिए गए। उसने इन सभी टुकड़ों को फ्रिज में रख दिया और फिर टुकड़ों को एक प्लास्टिक की थैली में रख कर हर रात बाहर फेंक दिया। आखिरकार पांच महीने बाद पुलिस को मामले की भनक लग ही गई और आरोपी आफताब अरेस्‍ट हुआ।

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श्रद्धा की हत्या के बाद वसई में विरोध प्रदर्शन जारी

बुधवार को वसई, माणिकपुर मनपा कार्यालय के सामने शिवसेना के पूर्व विरोधी पक्ष नेता विनायक निकम, पूर्व नगरसेविका किरण चेंदणकर के नेतृत्व में शिवसेना पदाधिकारियों ने आरोपी आफताब को फांसी की सजा देने की मांग की है। इसी तरह वसई के युवाओं ने स्कायवॉक पर आफताब का पुतला लटकाकर विरोध प्रदर्शन किया और फांसी की सजा की मांग की है।

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पिता की बात मानी होती तो जिंदा होती श्रद्धा

श्रद्धा वालकर के पिता विकास मदन वालकर ने बताया कि अगर श्रद्धा ने उनकी बात मानी होती तो वह आज जिंदा होती। 2019 में जब उसकी दोस्ती आफताब से हुई थी तो उसने अपनी मां से कहा था कि वह आफताब के साथ लिव इन में रहने जा रही है। उस वक्त हम दोनों ने मना किया था, लेकिन वह उसके साथ रहने चली गई। विकास ने कहा कि जब वह दिल्ली चली गई तो उसकी दोस्त शिवानी म्हात्रे व लक्ष्मण नाडर उससे मोबाइल पर हालचाल पूछकर मुझे बता देते थे। कुछ दिनों बाद श्रद्धा ने नाडर को बताया कि आफताब का और कई लड़कियों के साथ अफेयर है। इसी बात को लेकर दोनों में विवाद होने लगा और 18 मई को उसने श्रद्धा की हत्या कर दी। गुरुवार को शिवसेना की नेता नीलम गोरे ने वसई में श्रद्धा के पिता से मुलाकात की।

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