आज का सवाल NUMBER 187…. क्या ट्रांसजेंडर को हमारे समाज में समानता का अधिकार मिलना चाहिये?

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शानवी नामक लड़की ने एयर इंडिया में केबिन क्रू के लिए आवेदन दिया था. पद के लिए योग्य होने के बाद भी उसका आवेदन खारिज कर दिया गया. इसका कारण था कि वह एक महिला ट्रांसजेंडर थी. चार बार आवेदन खारिज किए जाने का कारण भी एयर इंडिया ने आसानी से नहीं बताया. एयर इंडिया से जवाब मांगने के लिए शानवी को सुप्रीम कोर्ट के चक्कर काटने पड़े.

दिन ब दिन शर्मिंदगी से परेशान होकर ट्रांसजेंडर महिला ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक ख़त लिखा और अपनी इच्छा मृत्यु के लिए मांग की.

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