Seemapuri Accident: सबसे पहले जिसके हाथ पर चढ़ा था ट्रक, उस चश्मदीद से पुलिस को नहीं मिली कोई मदद तो ऐसे ढूंढा ट्रक का नंबर
सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद निसारिया मस्जिद के पास एक सीसीटीवी कैमरे में ट्रक का नंबर आ गया। पुलिस अफसर बताते हैं कि हाई रिजॉल्यूशन सीसीटीवी कैमरे होने की वजह से ट्रक का नंबर साफ आ गया। अगर रिजॉल्यूशन हाई नहीं होता है तो फिर ट्रक के नंबर के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती। इससे मालिक की शिनाख्त कापसहेड़ा निवासी सुधीर यादव के तौर पर हुई, जो ट्रांसपोर्ट का काम करते हैं। पुलिस को इनसे ड्राइवर का नाम सुधार कुमार पता चला, जो बिहार का रहने वाला है। ड्राइवर को पुलिस की टीम शामली से पकड़कर ले आई, जो वहां माल डिलिवर करने गया था।
पूछताछ में आरोपी ड्राइवर ने बताया कि रेडलाइट में संतुलन जरूर बिगड़ा था और गाड़ी डिवाइडर से टकराई भी थी। लेकिन ये बिल्कुल भी पता नहीं चला कि इसकी चपेट में कोई आ गया है। वो तो अप्सरा बॉर्डर से भोपुरा की तरफ गैस भरवाने जा रहा था। इसके बाद उसे माल लेकर शामली जाना था।
45 मिनट बाद मिले जख्मी प्रदीप
ताहिरपुर में रहने वाले प्रदीप भी पहले नई सीमापुरी झुग्गियों में ही रहते थे। फैमिली में माता-पिता और तीन भाई हैं। वो भी रात को वहां आए और सो गए। पुलिस अफसरों ने बताया कि छह लोगों के रौंदे जाने की कॉल थी। लेकिन उन्हें मिले पांच ही थे। इसलिए छठे शख्स की खोजबीन शुरू हुई। करीब 45 मिनट बाद प्रदीप जख्मी हालत में कूड़े के ढेर के पास मिले। दोनों पैरों में फ्रैक्चर था। उसने पुलिस को बताया कि जख्मी होने से वो काफी डर गया था।