SBI BOB PSB Results : सरकारी बैंकों ने मचाई धूम, जमकर हुआ मुनाफा, शेयर बाजार के निवेशकों के लिए बढ़िया मौका

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SBI BOB PSB Results : सरकारी बैंकों ने मचाई धूम, जमकर हुआ मुनाफा, शेयर बाजार के निवेशकों के लिए बढ़िया मौका

SBI BOB PSB Results : सरकारी बैंकों ने मचाई धूम, जमकर हुआ मुनाफा, शेयर बाजार के निवेशकों के लिए बढ़िया मौका

नई दिल्ली : सरकारी बैंकों ने दूसरी तिमाही में धूम मचा दी है। शनिवार को कई सरकारी बैंकों के रिजल्ट (Public Sector Bank Results) जारी हुए हैं। दूसरी तिमाही यानी जुलाई से सितंबर महीने में इन बैंकों परफॉर्मेंस अच्छी रही है। इससे शेयर बाजार के निवेशकों के बीच इन बैंकों के शेयरों में आकर्षण बढ़ा है। देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अब तक का सबसे अधिक तिमाही मुनाफा दर्ज कया है। बैंक ऑफ बड़ौदा के मुनाफे में भी 59 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, पंजाब एंड सिंध बैंक का मुनाफा दूसरी तिमाही में 27 फीसदी उछला है।

59% बढ़ा बीओबी का मुनाफा
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा ने शनिवार को दूसरी तिमाही का परिणाम (Bank Of Baroda Q2 Results) जारी किया है। बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 59 फीसदी बढ़कर 3,313 करोड़ रुपये हो गया है। बैंक ने शनिवार को शेयर बाजारों को दी जानकारी में बताया कि फंसे कर्ज में कमी आने और ब्याज से प्राप्त आय बढ़ने से उसका लाभ बढ़ा है। पिछले वर्ष की समान तिमाही में बैंक को 2,088 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था।

बीओबी की ब्याज आय 34.5 फीसदी बढ़ी
बीओबी (BOB) की कुल आय वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही में बढ़कर 23,080.03 करोड़ रुपये हो गई। यह पिछले वर्ष 20,270.74 करोड़ रुपये थी। इसकी शुद्ध ब्याज आय भी 34.5 फीसदी बढ़कर 10,714 करोड़ रुपये हो गई।

एनपीए घटा
बैंक की सकल गैर निष्पादित आस्तियां (NPA) सितंबर 2022 के अंत में घटकर सकल अग्रिम का 5.31 फीसदी रह गईं। ये एक साल पहले समान अवधि में 8.11 फीसदी थीं। वहीं बैंक का शुद्ध एनपीए भी 2.83 फीसदी से घटकर 1.16 फीसदी रह गया। इसकी वजह से फंसे कर्ज और आकस्मिक परिस्थितियों के लिए प्रावधान समीक्षाधीन तिमाही में घटकर 1,627.46 करोड़ रुपये रह गया। पिछले वर्ष समान तिमाही में यह 2,753.59 करोड़ रुपये था।

ब्याज मार्जिन बढ़ा
समीक्षाधीन तिमाही में बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन बढ़कर 3.33 फीसदी और पूंजी पर्याप्तता अनुपात 15.55 फीसदी से घटकर 15.25 फीसदी रह गया। समेकित आधार पर बैंक ऑफ बड़ौदा का शुद्ध लाभ एक साल पहले की सितंबर तिमाही के 2,168 करोड़ रुपये से बढ़कर चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में 3,400 करोड़ रुपये हो गया है।

पंजाब एंड सिंध बैंक के मुनाफे में 27% का उछाल
सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब एंड सिंध बैंक ने दूसरी तिमाही का रिजल्ट (Punjab And Sind Bank Q2 Results) जारी कर दिया है। बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 27 प्रतिशत बढ़कर 278 करोड़ रुपये हो गया। पीएसबी (PSB) ने शनिवार को शेयर बाजारों को दी गई जानकारी में कहा कि जुलाई-सितंबर तिमाही में फंसे कर्जों के लिए वित्तीय प्रावधान की जरूरत घटने से उसके लाभ में वृद्धि हुई। एक साल पहले की समान तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 218 करोड़ रुपये रहा था।

पीएसबी की इनकम बढ़ी
बैंक की दूसरी तिमाही में कुल आय भी बढ़कर 2,120.17 करोड़ रुपये हो गई। जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 1,974.78 करोड़ रुपये रही थी। वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही में पीएसबी की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (NPA) घटकर सकल अग्रिम के 9.67 प्रतिशत पर आ गईं। जबकि पिछले साल यह अनुपात 14.54 प्रतिशत रहा था।

एनपीए में आई गिरावट
पीएसबी का शुद्ध एनपीए भी घटकर 2.24 प्रतिशत पर आ गया। जबकि पिछले वर्ष की दूसरी तिमाही के अंत में यह 3.81 प्रतिशत था। इसका नतीजा यह हुआ कि फंसे कर्जों एवं आकस्मिक खर्चों के लिए बैंक का वित्तीय प्रावधान घटकर 125 करोड़ रुपये रह गया। जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 203 करोड़ रुपये था।
SBI Q2 Results : एसबीआई की कमाई ने रचा इतिहास, अब तक का सबसे अधिक तिमाही मुनाफा, घट गया एनपीए
एसबीआई को हुआ बंपर मुनाफा

देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने दूसरी तिमाही का रिजल्ट (SBI Q2 Results) जारी कर दिया है। बैंक को दूसरी तिमाही में बंपर मुनाफा हुआ है। बैंक के लिए दूसरी तिमाही अब तक के सबसे अधिक मुनाफे वाली तिमाही रही है। एसबीआई ने चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में एकल आधार पर 13,265 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है। यह पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 74 फीसदी अधिक है। दूसरी तिमाही में बैंक की कुल आय भी बढ़कर 88,734 करोड़ रुपये हो गई। यह एक साल पहले की समान तिमाही में 77,689.09 करोड़ रुपये थी। पिछली तिमाही में एसबीआई की शुद्ध ब्याज आय (NII) 13 फीसदी बढ़कर 35,183 करोड़ रुपये हो गई। जबकि एक साल पहले यह 31,184 करोड़ रुपये थी।

एनपीए में आई गिरावट
जुलाई से सितंबर तिमाही में बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता भी बेहतर हुई है। इसकी सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (NPA) घटकर सकल अग्रिम का 3.52 फीसदी रह गईं। जबकि एक साल पहले की इसी तिमाही में यह 4.90 प्रतिशत थी। शुद्ध एनपीए यानी फंसे कर्जों का अनुपात भी घटकर कुल अग्रिम का 0.80 प्रतिशत रह गया। एक साल पहले की समान अवधि में यह अनुपात 1.52 फीसदी था।

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