satna: होटल पार्क की तीसरी मंजिल से लिफ्ट गिरी, चार घायल, दो गंभीर | satna: lift fell from third floor of hotel park, 4 injured, 2 serio | Patrika News
आयोजित की गई थी पार्टी मिली जानकारी के अनुसार पन्नी लाल चौक व्यापारी संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता के बड़े भाई अनिल गुप्ता की शादी की 25वीं वर्षगांठ पर होटल पार्क में एक पार्टी आयोजित की गई थी। जिसमें शहर के कई नामी व्यापारी और परिवार के सदस्य आमंत्रित थे। रात 10.30 बजे पार्टी समाप्त होने पर जब अतिथि लोग जाने लगे उसी दौरान लिफ्ट की तार टूटने से यह हादसा हुआ।
चार लोग लिफ्ट से उतर रहे थे पार्टी के आयोजक अनिल गुप्ता ने बताया कि उन्होंने 35 हजार रुपये में 50 लोगों के लिए कार्यक्रम के हिसाब से होटल बुक किया था। कार्यक्रम के बाद जब संजय चमड़िया उनकी पत्नी उर्मिला चमड़िया निवासी सिटी कोतवाली के पीछे और हेमा अग्रवाल व अजीत अग्रवाल निवासी गांधी चौक जब लिफ्ट से उतर रहे थे तभी लिफ्ट टूट कर गिर गई।
होटल प्रबंधन ने नहीं की कोई मदद अनिल गुप्ता ने बताया कि लिफ्ट के नीचे गिरने की जानकारी जैसे ही लोगों को मिली होटल में हड़कम्प मच गया। हम लोग भी भाग कर सीढ़ियों से नीचे पहुंचे। होटल वालों को एंबुलेंस बुलवाकर घायलों को अस्पताल भिजवाने कहा लेकिन उन्होंने कोई सहयोग नहीं दिया। तब मित्रों की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। चमड़िया दंपति पाठक हास्पिटल में और हेमा और अजीत बिरला अस्पताल में भर्ती कराये गए हैं।
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर अनिल गुप्ता ने कोलगवां थाना पुलिस को लिखित शिकायत में बताया है कि यह घटना होटल पार्क के मालिक और मैनेजर की लापरवाही के कारण घटित हुई है। इस पर पुलिस ने आरोपी होटल मालिक और मैनेजर पर आईपीसी की धारा 287 (मशीनरी के सम्बन्ध में उपेक्षापूर्ण आचरण) व धारा 337 ( उपेक्षा पूर्वक किसी कार्य द्वारा जिससे मानव जीवन या किसी की व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरा हो, चोट पहुँचाना कारित करता है) के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
होटल प्रबंधन डायवर्ट कर रहा मामला इस मामले में घायल पक्ष का कहना है कि लिफ्ट में चार लोग ही सवार थे। इससे ज्यादा लोग नहीं थे। जबकि होटल प्रबंधन खुद को बचाने फर्जी बयान देने में जुटा है कि लिफ्ट ओवर लोड होने के कारण गिरी। वैसे भी ओवर लोड होने पर लिफ्ट में बीप संकेत आने लगता है और लिफ्ट चलती नहीं है। लेकिन यहां ऐसा कुछ नहीं हुआ। स्थिति तो यह रही कि पांचवा आदमी लिफ्ट में अंदर प्रवेश कर पाता इससे पहले ही लिफ्ट नीचे गिर गई। इस दौरान प्रवेश करने वाला व्यक्ति बाल बाल बच गया। घटना में संजय चमड़िया के एडियों की हड्डियां टूटी हैं तो उनकी पत्नी की जांघ और पांव की हड्डी टूटने की जानकारी सामने आई है।
इंदौर में निरस्त कर दिया था लाइसेंस बताया गया है कि मंत्रालय में सीएम के लिफ्ट में फंसने के बाद सभी होटलों, संस्थाओं को रेसीडेन्शियल ब्लाकों में लिफ्ट की नियमित जांच करने के साथ ही संचालन संबंधी प्रोटोकॉल शासन ने भेजा था। लिफ्ट आपरेटर अनिवार्य किया गया था। लेकिन इस होटल में ऐसा नहीं था। उधर इंदौर के एक होटल में ऐसा ही हादसा होने पर होटल का लाइसेंस निगमायुक्त के प्रतिवेदन पर कलेक्टर ने निरस्त कर दिया था।
आयोजित की गई थी पार्टी मिली जानकारी के अनुसार पन्नी लाल चौक व्यापारी संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता के बड़े भाई अनिल गुप्ता की शादी की 25वीं वर्षगांठ पर होटल पार्क में एक पार्टी आयोजित की गई थी। जिसमें शहर के कई नामी व्यापारी और परिवार के सदस्य आमंत्रित थे। रात 10.30 बजे पार्टी समाप्त होने पर जब अतिथि लोग जाने लगे उसी दौरान लिफ्ट की तार टूटने से यह हादसा हुआ।
चार लोग लिफ्ट से उतर रहे थे पार्टी के आयोजक अनिल गुप्ता ने बताया कि उन्होंने 35 हजार रुपये में 50 लोगों के लिए कार्यक्रम के हिसाब से होटल बुक किया था। कार्यक्रम के बाद जब संजय चमड़िया उनकी पत्नी उर्मिला चमड़िया निवासी सिटी कोतवाली के पीछे और हेमा अग्रवाल व अजीत अग्रवाल निवासी गांधी चौक जब लिफ्ट से उतर रहे थे तभी लिफ्ट टूट कर गिर गई।
होटल प्रबंधन ने नहीं की कोई मदद अनिल गुप्ता ने बताया कि लिफ्ट के नीचे गिरने की जानकारी जैसे ही लोगों को मिली होटल में हड़कम्प मच गया। हम लोग भी भाग कर सीढ़ियों से नीचे पहुंचे। होटल वालों को एंबुलेंस बुलवाकर घायलों को अस्पताल भिजवाने कहा लेकिन उन्होंने कोई सहयोग नहीं दिया। तब मित्रों की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। चमड़िया दंपति पाठक हास्पिटल में और हेमा और अजीत बिरला अस्पताल में भर्ती कराये गए हैं।
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर अनिल गुप्ता ने कोलगवां थाना पुलिस को लिखित शिकायत में बताया है कि यह घटना होटल पार्क के मालिक और मैनेजर की लापरवाही के कारण घटित हुई है। इस पर पुलिस ने आरोपी होटल मालिक और मैनेजर पर आईपीसी की धारा 287 (मशीनरी के सम्बन्ध में उपेक्षापूर्ण आचरण) व धारा 337 ( उपेक्षा पूर्वक किसी कार्य द्वारा जिससे मानव जीवन या किसी की व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरा हो, चोट पहुँचाना कारित करता है) के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
होटल प्रबंधन डायवर्ट कर रहा मामला इस मामले में घायल पक्ष का कहना है कि लिफ्ट में चार लोग ही सवार थे। इससे ज्यादा लोग नहीं थे। जबकि होटल प्रबंधन खुद को बचाने फर्जी बयान देने में जुटा है कि लिफ्ट ओवर लोड होने के कारण गिरी। वैसे भी ओवर लोड होने पर लिफ्ट में बीप संकेत आने लगता है और लिफ्ट चलती नहीं है। लेकिन यहां ऐसा कुछ नहीं हुआ। स्थिति तो यह रही कि पांचवा आदमी लिफ्ट में अंदर प्रवेश कर पाता इससे पहले ही लिफ्ट नीचे गिर गई। इस दौरान प्रवेश करने वाला व्यक्ति बाल बाल बच गया। घटना में संजय चमड़िया के एडियों की हड्डियां टूटी हैं तो उनकी पत्नी की जांघ और पांव की हड्डी टूटने की जानकारी सामने आई है।
इंदौर में निरस्त कर दिया था लाइसेंस बताया गया है कि मंत्रालय में सीएम के लिफ्ट में फंसने के बाद सभी होटलों, संस्थाओं को रेसीडेन्शियल ब्लाकों में लिफ्ट की नियमित जांच करने के साथ ही संचालन संबंधी प्रोटोकॉल शासन ने भेजा था। लिफ्ट आपरेटर अनिवार्य किया गया था। लेकिन इस होटल में ऐसा नहीं था। उधर इंदौर के एक होटल में ऐसा ही हादसा होने पर होटल का लाइसेंस निगमायुक्त के प्रतिवेदन पर कलेक्टर ने निरस्त कर दिया था।