satna: हेरिटेज होटल की आड़ में 25 लाख में दे दिया 31 करोड़ का माधवगढ़ किला | Conspiracy: Madhavgarh fort worth 31 crores given for 25 lakhs | Patrika News h3>
सतनाPublished: May 25, 2023 10:06:59 am
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सामने आई पर्यटन विकास निगम की बड़ी साजिश
4 साल बाद पहले ऑफर से 15 गुना कम मूल्य पर दी लीज
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Madhavgarh fort worth 31 crores given for 25 lakhs under the guise of heritage hotel
सतना। माधवगढ़ में लगभग 400 साल पहले बनाया गया ऐतिहासिक किला 10 साल से हेरिटेज होटल में तब्दील होने का इंतजार कर रहा है। मरम्मतीकरण नहीं होने के कारण वह अब जर्जर होने लगा है। इधर, हेरिटेज होटल के नाम पर पर्यटन विकास निगम ने बड़ा खेल कर दिया है। सुनियोजित तरीके से 31 करोड़ के वर्तमान बाजार मूल्य (मार्केट वैल्यू) वाले इस किले को महज 25 लाख रुपए की लीज पर 99 साल के लिए दे दिया गया है। हद तो यह हो गई कि यह लीज निगम द्वारा बुलाई गई पुरानी निविदा 3.90 करोड़ से 15 गुना कम है।
नगर निगम की सीमा पर स्थित माधवगढ़ का ऐतिहासिक किला टमस नदी से लगकर बना हुआ है। इसका निर्माण लगभग 400 साल पहले माधो सिंह ने कराया था। यह ऐतिहासिक किला शहर वासियों के लिए एक पर्यटन स्थल हुआ करता था और पुरातात्विक धरोहर में शामिल था। स्थानीय निवासी आकाश द्विवेदी बताते हैं कि किले को हेरिटेज होटल में बदलने का प्लान 2011 में शुरू हुआ था और तत्कालीन कलेक्टर मोहनलाल मीना के कार्यकाल में इसे हेरिटेज होटल में तब्दील करने की प्रक्रिया प्रारंभ की गई थी। इसके बाद यह किला पर्यटन विकास निगम को हस्तांतरित किया गया। इसके बाद से इसका रखरखाव बुरी तरह से प्रभावित हुआ और किला इसके बाद से जर्जर होता चला गया। निगम की अनदेखी से इस किले की उत्तर साइड की दीवार का एक छोटा हिस्सा भी बारिश में धराशायी हो गया।
सतनाPublished: May 25, 2023 10:06:59 am
सामने आई पर्यटन विकास निगम की बड़ी साजिश
4 साल बाद पहले ऑफर से 15 गुना कम मूल्य पर दी लीज
Madhavgarh fort worth 31 crores given for 25 lakhs under the guise of heritage hotel
सतना। माधवगढ़ में लगभग 400 साल पहले बनाया गया ऐतिहासिक किला 10 साल से हेरिटेज होटल में तब्दील होने का इंतजार कर रहा है। मरम्मतीकरण नहीं होने के कारण वह अब जर्जर होने लगा है। इधर, हेरिटेज होटल के नाम पर पर्यटन विकास निगम ने बड़ा खेल कर दिया है। सुनियोजित तरीके से 31 करोड़ के वर्तमान बाजार मूल्य (मार्केट वैल्यू) वाले इस किले को महज 25 लाख रुपए की लीज पर 99 साल के लिए दे दिया गया है। हद तो यह हो गई कि यह लीज निगम द्वारा बुलाई गई पुरानी निविदा 3.90 करोड़ से 15 गुना कम है।
नगर निगम की सीमा पर स्थित माधवगढ़ का ऐतिहासिक किला टमस नदी से लगकर बना हुआ है। इसका निर्माण लगभग 400 साल पहले माधो सिंह ने कराया था। यह ऐतिहासिक किला शहर वासियों के लिए एक पर्यटन स्थल हुआ करता था और पुरातात्विक धरोहर में शामिल था। स्थानीय निवासी आकाश द्विवेदी बताते हैं कि किले को हेरिटेज होटल में बदलने का प्लान 2011 में शुरू हुआ था और तत्कालीन कलेक्टर मोहनलाल मीना के कार्यकाल में इसे हेरिटेज होटल में तब्दील करने की प्रक्रिया प्रारंभ की गई थी। इसके बाद यह किला पर्यटन विकास निगम को हस्तांतरित किया गया। इसके बाद से इसका रखरखाव बुरी तरह से प्रभावित हुआ और किला इसके बाद से जर्जर होता चला गया। निगम की अनदेखी से इस किले की उत्तर साइड की दीवार का एक छोटा हिस्सा भी बारिश में धराशायी हो गया।