Sanjay raut: देश के लिए लड़ने वाले महीनों घर नहीं आते तो कुछ कभी नहीं लौटते…संजय राउत की मां को भावुक चिट्ठी

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Sanjay raut: देश के लिए लड़ने वाले महीनों घर नहीं आते तो कुछ कभी नहीं लौटते…संजय राउत की मां को भावुक चिट्ठी

Sanjay raut: देश के लिए लड़ने वाले महीनों घर नहीं आते तो कुछ कभी नहीं लौटते…संजय राउत की मां को भावुक चिट्ठी

मुंबई: शिवसेना राज्यसभा सांसद संजय राउत पात्रा चॉल घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगा है। वह जेल में बंद हैं। संजय राउत ने जेल से अपनी मां को एक भावुक चिट्ठी लिखी है। उन्होंने दावा किया है कि उनपर अपनी पार्टी से विश्वासघात करने का दवाब डाला गया था। उन्होंने अपनी ‘मां’ से गद्दारी नहीं की इसलिए उन्हें जेल में डाल दिया गया। उन्होंने अपने पत्र की शुरुआत प्रिय आई से की और लास्ट में उन्होंने लिखा कि वह जल्द ही उनसे मिलेंगे।

ईडी के गिरफ्तार किए जाने के बाद संजय राउत लगभग दो महीने से जेल में बंद हैं। दो दिन पहले ही उनकी हिरासत बढ़ाकर 17 अक्टूबर कर दी गई है। उन्होंने अपनी मां को लिखा, ‘शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और शिवसैनिक भी आपके बच्चे की तरह हैं और जबतक मैं जेल में रहूंगा वे आपकी देखभाल करेंगे।’ राउत ने आरोप लगाया कि सभी जानते हैं कि उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए और धमकाकर बयान दिलाए गए।

‘कोर्ट के बाहर बेंच से लिख रहा हूं पत्र’
शिवसेना प्रवक्ता ने लिखा, ‘कई वर्षों तक पत्र लिखने का अवसर नहीं मिला। मैं रोज ‘सामना’ के लिए फ्रंट पेज लिखता था। कॉलम लिखता था। आप और मैं रोज मिलते थे। दौरे के दौरान मैं सुबह-शाम फोन पर बात कर रहा था। आपको पत्र नहीं लिखा। अब केंद्र सरकार ने यह पत्र लिखने का मौका दिया है। अभी-अभी मेरा ईडी प्रवास समाप्त हुआ। मैं आपको यह पत्र न्यायिक हिरासत में जाने से पहले कोर्ट के बाहर बेंच पर बैठे हुए लिख रहा हूं। आपको पत्र लिखे हुए कई साल हो गए हैं।’

‘मैं वापस जरूर आऊंगा’
संजय राउत ने लिखा, ‘मां, मैं अवश्य वापस आऊंगा। महाराष्ट्र और हमारे देश की आत्मा को इतनी आसानी से नहीं मारा जा सकता। देश के लिए लड़ रहे हजारों सैनिक सीमा पर खड़े हैं और महीनों घर नहीं आते। कुछ कभी घर नहीं जाते। मैं भी अन्याय के आगे नहीं झुक सकता। मैं अन्याय के खिलाफ लड़ रहा हूं। इसलिए मुझे तुमसे दूर जाना पड़ा।’

‘शिवाजी का जन्म पड़ोसी के घर ही नहीं होना चाहिए’
‘शिवसेना को बचाने के लिए, हमें इसके लिए लड़ना होगा … हर बार वीर शिवाजी का जन्म पड़ोसी के घर में होना चाहिए?’ राउत ने कहा, ‘यहां मेरे सामने बंदूक की नोंक पर आतंक और दबाव से मेरे खिलाफ फर्जी बयानबाजी की जा रही है। परोक्ष रूप से ठाकरे का पक्ष छोड़ने की सलाह दी जा रही है। तिलक और सावरकर समेत कई लोगों को इस तरह का अत्याचार सहना पड़ा।’

‘महाराष्ट्र के अस्तित्व को खत्म करना चाहते हैं षडयंत्रकारी’
संजय राउत ने कहा, ‘आज राज्य षडयंत्रकारियों के हाथ लग गया है। वे शिवसेना के अस्तित्व और महाराष्ट्र के गौरव को कुचलना चाहते हैं। पर्दे के पीछे बहुत कुछ चल रहा है। ऐसे समय में आप अपने हाथ बंधे हुए और अपनी गर्दन नीचे करके गुलाम की तरह कैसे रह सकते हैं? मैंने अभी सुना, नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया और राहुल गांधी को भी परेशान किया जा रहा है। रोहित पवार को भी परेशान किया जा रहा है. इस नई क्रांति की चिंगारियां उड़ेंगी और आजादी का जश्न मनाया जाएगा। लोकतंत्र का पुनर्जन्म होगा।’

‘धमकियों के आगे नहीं झुका इसलिए आपसे दूर’
संजय राउत ने पत्र में लिखा है, ‘आप की तरह, शिवसेना भी मेरी मां है। मुझ पर अपनी मां (पार्टी) से विश्वासघात करने का दबाव था। मुझे सरकार के खिलाफ नहीं बोलने और ऐसा नहीं करने पर कीमत चुकाने की धमकी दी जा रही थी। मैं इन धमकियों के आगे झुका नहीं, इस वजह से आज आपसे दूर हूं।’
उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे (शिवसेना के एक गुट के नेता) उनके अच्छे मित्र और नेता हैं और अगर मुश्किल समय में उनका साथ छोड़ा तो पार्टी संस्थापक बाल ठाकरे को मुंह दिखाना मुश्किल होगा।

राउत ने अपनी मां को आश्वासन दिया कि वह निश्चित तौर पर जेल से बाहर आएंगे क्योंकि महाराष्ट्र और देश की आत्मा की हत्या नहीं की जा सकती। आपको बता दें कि जब ईडी ने संजय राउत को गिरफ्तार किया था तो उनकी मां ने अपने बेटे को तिलक लगातर आरती उतारी थी और संजय राउत अपने मां के पैरों से लिपट गए थे। मां ने अपने बेटे को गले लगा लिया था। संजय राउत इस क्षण में जहां भावुक नजर आए थे, वहीं उनकी मां की आंखों से आंसू बहने लगे थे।

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