RoHIT man Sharma और हार्दिक पंड्या के आगे नहीं टिक पाया रॉय, बटलर का तुफान

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भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी हार्दिक पंड्या ने रविवार को छक्का लगाकर भारत को जीत दिलाने का काम किया। हार्दिक से पहले पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को आपने कई बार छक्का लगाकर भारतीय टीम को जीत दिलाते देखा होगा। हार्दिक ने इस मैच में भारत को जीत दिलाने के साथ-साथ एक अनोखा रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। पंड्या भारत के लिए ऐसा करने वाले खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने टी-20 इंटरनेशनल के एक ही मैच में 4 विकेट लेने के अलावा 30 रन भी बनाया हो। पंड्या से पहले भारत की तरफ से किसी भी खिलाड़ी ने एक ही मैच में गेंद और बल्ले से इतना दमदार प्रदर्शन करने में कामयाबी हासिल नहीं की थी। पंड्या ने 38 रन देकर चार विकेट लिए जिस वजह से इंग्लैंड की टीम दस ओवर में 112 रन बनाने के बावजूद आखिर में नौ विकेट पर 198 रन ही बना पाई। इसके अलावा पांड्या ने 14 गेंदों पर चार चौके और दो छक्के जड़कर नाबाद 33 रन बनाए। अपने पहले ओवर में 22 रन लुटाने वाले पंड्या भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे। पंड्या ने अपने अंतिम के तीन ओवरों में महज 16 रन खर्चे और इस दौरान उन्होंने चार सफलताएं भी हासिल की।

Match winning series -

टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड ने पारी की शुरुआत विस्फोटक अंदाज में की। चाहर का स्वागत बटलर ने तीन चौकों से किया। उमेश, कौल और पंड्या जैसे तेज गेंदबाजों के सामने रॉय और बटलर ने पावरप्ले में 73 रन जोड़ दिए। लेग स्पिनर युजवेंद चहल (चार ओवर में 30 रन) कुछ हद तक दबाव बनाने में सफल रहे। पंड्या पावरप्ले का आखिरी ओवर करने आए थे जिसकी पहली चार गेंदों पर राय ने दो चौके और दो छक्के लगाये। आखिर में सातवें ओवर में चहल को गेंद थमायी गई। वह बटलर को आउट भी कर देते लेकिन गेंद कौल के हाथों से छिटक गई।

कौल ने हालांकि अगले ओवर में बटलर का मिडिल स्टंप हिलाकर भारत को बड़ी राहत दिलाई। बटलर ने अपनी पारी में सात चौके लगाए। चहल के पहले ओवर में लांग आन पर छक्का जड़कर 23 गेंदों पर अर्धशतक पूरा करने वाले रॉय भी इसके बाद ज्यादा देर तक नहीं टिक पाए। रॉय ने धीमी गेंद को कट करने के प्रयास में धोनी को कैच दिया और इस तरह से चाहर को पहला विकेट भी मिला। धौनी का यह 50वां कैच था। इसके बाद इंग्लैंड का कोई भी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका और पूरी टीम 198 रन ही बना सकी।