Repo Rate: MPC की बैठक में रेपो रेट बढ़ाने के खिलाफ थे दो मेंबर, विरोध में किया था वोट, जानें फिर क्यों हुआ इजाफा

4
Repo Rate: MPC की बैठक में रेपो रेट बढ़ाने के खिलाफ थे दो मेंबर, विरोध में किया था वोट, जानें फिर क्यों हुआ इजाफा

Repo Rate: MPC की बैठक में रेपो रेट बढ़ाने के खिलाफ थे दो मेंबर, विरोध में किया था वोट, जानें फिर क्यों हुआ इजाफा


नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने लगातार छठी बार रेपो रेट बढ़ा दी है। र‍िजर्व बैंक ऑफ इंड‍िया (RBI) की तरफ से बुधवार को रेपो रेट में 25 बेस‍िस प्‍वाइंट की बढ़ोतरी की गई थी। इस बढ़ोतरी के साथ ही रेपो रेट 6.25 प्रत‍िशत से बढ़कर 6.5 प्रत‍िशत पर पहुंच गया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को घोषणा की कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के रेट सेटिंग पैनल ने 4:2 बहुमत के साथ रेपो दर में 25 बीपीएस की वृद्धि करने का विकल्प चुना है। एमपीसी की यह बैठक इस वित्त वर्ष की आखिरी बैठक थी। बता दें कि रेपो रेट वह दर है जिस पर आरबीआई बैंकों को कर्ज देता है। बढ़ोतरी की घोषणा करते हुए, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि एमपीसी ने नीतिगत दर को 25 बीपीएस बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत करने का फैसला किया है। पिछले साल यानी 2022 मई से, आरबीआई ने महंगाई को कंट्रोल करने के लिए रेपो रेट में 225 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है। रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक सोमवार यानी 6 फरवरी 2023 से को हुई थी और आज 8 फरवरी 2023 को इसके फैसलों का एलान कर दिया गया। हालांकि मौद्रिक नीति समिति की बैठक में रेपो रेट में बढ़ोतरी का दो सदस्यों ने विरोध किया और इसे खिलाफ वोट किया। वहीं चार सदस्यों ने रेपो रेट की बढ़ोतरी के पक्ष में वोट किया था।

RBI Repo Rate Hike: किस्त पर महंगाई का ‘सिक्सर’ होम लोन पर कितनी बढ़ेगी EMI, जानें पूरा हिसाब

इन दो सदस्यों ने रेपो रेट में बढ़ोतरी का किया विरोध

आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक में दो सदस्यों ने रेपो रेट में बढ़ोतरी का विरोध किया था। एमपीसी के सभी सदस्यों में आशिमा गोयल और जयंत वर्मा ने रेपो रेट में बढ़ोतरी का विरोध किया। दोनों सदस्यों ने एमपीसी द्वारा अपनाए गए रुख के खिलाफ भी मतदान किया। हालांकि मौद्रिक नीति समिति के बाकी सदस्य रेपो रेट बढ़ाए जाने के पक्ष में थे। बाकी सदस्यों ने रेट रेट में इजाफे के पक्ष में वोट किया। इसके बाद रेपो रेट में बढ़ोतरी कर दी गई है। बता दें कि आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष 2022-23 के लिए जीडीपी की वृद्धि दर (GDP) के अनुमान को 6.8 फीसदी से बढ़ाकर सात फीसदी कर दिया है। वहीं अगले वित्त वर्ष यानी 2023-24 में जीडीपी की वृद्धि दर 6.4 फीसदी रहने का अनुमान रखा गया है।

navbharat times -RBI Repo Rate Hike: आरबीआई ने बढ़ाया रेपो रेट, जानिए कितनी बढ़ जाएगी आपके होम लोन की EMI

खुदरा महंगाई दर के 6.5 फीसदी रहने का अनुमान

आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष में खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation) के 6.5 फीसदी और अगले वित्त वर्ष यानी वित्त वर्ष 2023-24 में खुदरा महंगाई दर के 5.3 फीसदी पर रहने का अनुमान जताया है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास के मुताबिक, ग्लोबल इकोनॉमी और महंगाई के आंकड़ों में उतार-चढ़ाव हो रहा है और यह भारतीय अर्थव्यवस्था पर असर डाल रहा है। उनके मुताबिक, भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है, लेकिन ग्लोबल चुनौतियां हमारे सामने हैं और उनके मुताबिक फैसले लेने होते हैं। आरबीआई गवर्नर के मुताबिक, वित्त वर्ष 2023 के लिए भारत की जीडीपी का अनुमान 7 फीसदी रखा गया है। वित्त वर्ष 2023-24 में महंगाई दर के 4 फीसदी के दायरे से ऊपर रहने की संभावना है।

राजनीति की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – राजनीति
News