Repo Rate: MPC की बैठक में रेपो रेट बढ़ाने के खिलाफ थे दो मेंबर, विरोध में किया था वोट, जानें फिर क्यों हुआ इजाफा
इन दो सदस्यों ने रेपो रेट में बढ़ोतरी का किया विरोध
आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक में दो सदस्यों ने रेपो रेट में बढ़ोतरी का विरोध किया था। एमपीसी के सभी सदस्यों में आशिमा गोयल और जयंत वर्मा ने रेपो रेट में बढ़ोतरी का विरोध किया। दोनों सदस्यों ने एमपीसी द्वारा अपनाए गए रुख के खिलाफ भी मतदान किया। हालांकि मौद्रिक नीति समिति के बाकी सदस्य रेपो रेट बढ़ाए जाने के पक्ष में थे। बाकी सदस्यों ने रेट रेट में इजाफे के पक्ष में वोट किया। इसके बाद रेपो रेट में बढ़ोतरी कर दी गई है। बता दें कि आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष 2022-23 के लिए जीडीपी की वृद्धि दर (GDP) के अनुमान को 6.8 फीसदी से बढ़ाकर सात फीसदी कर दिया है। वहीं अगले वित्त वर्ष यानी 2023-24 में जीडीपी की वृद्धि दर 6.4 फीसदी रहने का अनुमान रखा गया है।
खुदरा महंगाई दर के 6.5 फीसदी रहने का अनुमान
आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष में खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation) के 6.5 फीसदी और अगले वित्त वर्ष यानी वित्त वर्ष 2023-24 में खुदरा महंगाई दर के 5.3 फीसदी पर रहने का अनुमान जताया है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास के मुताबिक, ग्लोबल इकोनॉमी और महंगाई के आंकड़ों में उतार-चढ़ाव हो रहा है और यह भारतीय अर्थव्यवस्था पर असर डाल रहा है। उनके मुताबिक, भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है, लेकिन ग्लोबल चुनौतियां हमारे सामने हैं और उनके मुताबिक फैसले लेने होते हैं। आरबीआई गवर्नर के मुताबिक, वित्त वर्ष 2023 के लिए भारत की जीडीपी का अनुमान 7 फीसदी रखा गया है। वित्त वर्ष 2023-24 में महंगाई दर के 4 फीसदी के दायरे से ऊपर रहने की संभावना है।