सज़ा के ऐलान के बाद हंसने लगा आसाराम, पढ़ें कोर्ट रूम से जुड़ी हर गतिविधि

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एक नाबालिग लड़की से रेप के आरोप में आसाराम को दोषी करार दिया गया है. आसाराम इस आरोप की वजह से क़रीब 5 साल से ज़्यादा वक़्त से जेल में बंद था. जोधपुर कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करते हुए आसाराम के साथ दो और लोगी को दोषी करार दिया है. बता दें कि नाबालिग से रेप के आरोप में कुल पांच लोग आरोपी थें, जिनमें दो लोगों को बरी कर दिया गया है.

गौरतलब है कि आसाराम रेप केस में फैसला सुनाने के लिए जेल में ही कोर्ट लगा और वहीं फैसला सुनाया गया. पुलिस ने आसाराम रेप में उनके सेवादारों के ख़िलाफ़ नवंबर 2013 में चार्जशीट दाख़िल की थी. इस केस में कुल 58 गवाहों ने गवाही दी.

नाटकीय रहा फैसले के बाद का मंज़र

आखिरकार न्याय के लम्बे इंतज़ार के बाद जोधपुर कोर्ट ने पीड़िता को इन्साफ देते हुए आसाराम को आजीवन कारावास की सज़ा दी है. कोर्ट ने फैसला सुनाया है कि नाबालिग से रेप की आरोप में आसाराम ताउम्र कैद की सज़ा काटेगा. कोर्ट ने कहा, वो मृत्‍यु होने तक जेल में रहेगा. जोधपुर जेल में जज मधुसूदन शर्मा ने जब आसाराम को दोषी करारते हुए फैसला सुनाया तो उसका चेहरा उतर गया. जज की स्टेटमेंट के बाद वह कुछ पल शांत रहकर वह राम नाम जपने लगा और फिर अचानक ही नाटकीय अंदाज़ में हंसने लगा. इसके बाद उसने जज से रहम की गुहार भी लगाई. फिर आसाराम ने वकीलों के कंधे पर हाथ रखकर कहा- कुछ तो बोलो. इसके बाद जब जज ने आसाराम को उम्रकैद की सज़ा सुनाई तो वह अदालत में ही रो पड़ा.

सज़ा से पहले भगवान की याद आई

बता दें कि सुरक्षा कारणों से जेल में ही कोर्ट लगाई गई. मामले की सुनवाई कर रहे जज मधुसूदन सुबह तय वक्त पर अदालत पहुँच गए थे. जब उन्होंने आरोपियों के पहुँचने के बाद आसाराम को बुलाया (वो वहां मौजूद नही था) तो बताया गया कि वह पूजा कर रहा है,जिसके 15 मिनट बाद जज के सामने पहुंचा.

आसाराम के साथ हॉस्‍टल वॉर्डन शिल्‍पी और हॉस्‍टल डायरेक्‍टर शरतचंद्र को भी कोर्ट ने दोषी करार दिया है. अदालत ने इस मामले में ने अडेंटेंडेट शिव और प्रकाश की कम उम्र का हवाला देते हुए उन्हें बरी कर दिया.

आगे क्या करेंगे आसाराम

उल्लेखनीय है कि सरकारी वकीलों ने आसाराम को कड़ी सजा दिए जाने को लेकर दलीलें दी और कड़ी से कड़ी सज़ा की पैरवी की. बता दें कि जेल में बनाई गई विशेष कोर्ट में आसाराम की तरफ से वकीलों की फौज मौजूद थी. उसकी पैरवी करने के लिए कोर्ट में 14 वकील मौजूद थे.

अपनी सज़ा का ऐलान सुनने के बाद आसाराम ने जज से कहा कि वह बूढ़ा हो गया है. उस पर रहम किया जाए. लेकिन जज ने उसकी बातों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.

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वहीं फैसला आने के बाद आसाराम के वकील ने कहा कि अभी मुझे कोर्ट के फैसले की कॉपी नहीं मिली है इसलिए अभी कुछ भी नहीं कह पाउंगा. हमारी वकीलों की टीम ये देखेगी कि अदालत के इस फैसले को चुनौती दी जाए या नहीं. उन्‍होंने कहा कि हमारो पास सबूत थे कि पीड़िता की उम्र 18 साल से ऊपर है लेकिन उसकी गलत उम्र बताई गई. लड़की के बयान में कई विरोधाभास थे.

आसाराम के प्रवक्‍ता नीलम दूबे ने कहा कि वह अपनी लीगल टीम से बात कर रहे हैं और आगे की कार्रवाई पर फैसला लेंगे. उन्‍होंने कहा कि हम न्‍यायपालिका पर पूरा विश्‍वास है.

पीड़िता के पिता का बयान

वहीं नाबालिग पीड़िता के पिता ने कहा, काफी दिक्‍कतों का सामना किया और आखिरकार उन्‍हें न्‍याय मिल गया. उन्होंने कहा अब हमें न्याय मिला है. साथ ही उन लोगों को भी न्याय मिला है जिनका कत्ल कर दिया गया था या अपहरण किया गया था. मुझे पूरा भरोसा था कि आसाराम को कड़ी से कड़ी सज़ा मिलेगी. उन्होंने कहा कि मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने इस लड़ाई में मेरी मदद की और साथ खड़े रहे.

धारा 144 लागू

प्रशासन ने हाई प्रोफाइल केस होने की वजह से सतर्कता बरतते हुए जोधपुर को किले में तब्दील कर दिया है. पूरे शहर में धारा 144 लागू है. पुलिस और सुरक्षाबलों के जवान फ़्लैग मार्च कर रहे हैं. हर आने-जाने वालों की तलाशी ली जा रही है. आसाराम के जोधपुर आश्रम को भी ख़ाली करा लिया गया है.