RCB swat analysis IPL 2022: फाफ डु प्लेसिस पर दबाव है भारी, क्या इस बार आएगी RCB की बारी? जाने टीम की मजबूती, कमजोरी और X फैक्टर h3>
नई दिल्ली: रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने नीलामी में विदेशी और घरेलू खिलाड़ियों पर कुछ अच्छे दांव लगाए थे। देवदत्त पडिक्कल और युजवेंद्र चहल जैसे बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी भले ही इस बार स्क्वॉड का हिस्सा नहीं होंगे, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई पेसर जोश हेजलवुड, श्रीलंकन ऑलराउंडर वानिंदु हसरंगा और कैरेबियाई सनसनी शेरफेन रदरफोर्ड के आने से टीम को बल भी मिला है।
इस बार खत्म होगा खिताब का सूखा?
कोहली, ग्लेन मैक्सवेल और मोहम्मद सिराज को टीम ने मेगा ऑक्शन से पहले रिटेन किया था। आरसीबी कागज में हमेशा मजबूत टीम रही। बावजूद इसके बीते 14 साल में एक भी टाइटल नहीं जीत पाई। 2009, 2011 और 2016 में फाइनल में हार गई। बेंगलुरु की यह टीम इस बार इतिहास बदलने के इरादे से उतरेगी। आइए एक नजर डालते हैं टीम की ताकत, कमजोरी और संभावनाओं पर….
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आरसीबी की ताकत
स्क्वॉड पर नजर डाला जाए तो आरसीबी के पास टूर्नामेंट का सबसे खतरनाक पेस अटैक नजर आता है। डेथ ओवर्स में गेंदबाजी करने के लिए फाफ के पास कई विकल्प होंगे। मोहम्मद सिराज और ऑस्ट्रेलियाई पेसर जोश हेजलवुड मिलकर नई गेंद से मोर्चा संभालेंगे। पिछली बार पर्पल कैप होल्डर रहे हर्षल पटेल अपनी घातक स्लो कटर से बल्लेबाजों को परेशान करेंगे। तेज गेंदबाजी में जेसन बेहरनडॉर्फ, सिद्धार्थ कॉल और इंग्लैंड के लेफ्ट आर्म पेसर डेविड विली का भी आतंक होगा।
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आरसीबी की कमजोरी
मिस्टर 360 यानी एबी डिविलियर्स ने पिछले साल नवंबर में अचानक क्रिकेट के हर फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया था। यह खबर आरसीबी के लिए किसी झटके से कम नहीं थी। डिविलियर्स टीम की बल्लेबाजी की जान थे। इस बार बैटिंग में उनकी कमी खलेगी। ऐसे में मिडिल ऑर्डर में पूरा दबाव ग्लेन मैक्सवेल के कंधों पर आ जाएगा।
यहां देना होगा सबसे ज्यादा ध्यान
विराट कोहली पर वर्क लोड था, इससे कोई इनकार नहीं कर सकता। वह लगातार नौ सीजन से टीम की कप्तानी संभाल रहे थे। आरसीबी को उम्मीद करनी चाहिए कि मेगास्टार विराट कोहली पूरे टूर्नामेंट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करें। अगर वह ऑफ-कलर रहते हैं, तो दबाव ग्लेन मैक्सवेल, दिनेश कार्तिक और फाफ डुप्लेसिस पर ट्रांसफर हो जाएगा। यदि कार्तिक भी 22 गज की पट्टी पर प्रभाव डालने में विफल रहते हैं तो फाफ को अकेले ही टॉप ऑर्डर का ध्यान रखना होगा और यदि वह महत्वपूर्ण मौकों पर बड़े रन नहीं बनाते हैं, तो मिडिल ऑर्डर की बैंड बजनी तय है।
7वें कप्तान होंगे फाफ डुप्लेसिस
विराट की जगह अब साउथ अफ्रीकी दिग्गज फाफ डुप्लेसिस अब टीम की कमान संभालेंगे। पिछले सीजन तक विराट कोहली टीम के कप्तान थे, उन्होंने सीजन का दूसरा फेज शुरू होने से पहले कप्तानी छोड़ने का फैसला किया था। विराट ने 2011 में पहली बार टीम की कप्तानी की थी। इससे पहले विराट के अलावा 5 खिलाड़ियों ने बेंगलुरु की कप्तानी की थी। राहुल द्रविड़ टीम के पहले कप्तान थे। उसके बाद अनिल कुंबले, डेनियल विटोरी, केविन पीटरसन और शेन वॉटसन ने टीम की कमान संभाली।
RCB का स्क्वॉड
विराट कोहली, ग्लेन मैक्सवेल, मोहम्मद सिराज, फाफ डुप्लेसिस (कप्तान) , हर्षल पटेल, वानिंदु हसरंगा, दिनेश कार्तिक, जोश हेजलवुड, शाहबाज अहमद, अनुज रावत, आकाश दीप, महिपाल लोमरोर, फिन एलन, शेरफेन रदरफोर्ड, जेसन बेहरेनडोर्फ, सुयश प्रभुदेसाई, चामा मिलिंद, अनीश्वर गौतम, कर्ण शर्मा, डेविड विली, लवनीथ सिसोदिया, सिद्धार्थ कौल
कोहली, ग्लेन मैक्सवेल और मोहम्मद सिराज को टीम ने मेगा ऑक्शन से पहले रिटेन किया था। आरसीबी कागज में हमेशा मजबूत टीम रही। बावजूद इसके बीते 14 साल में एक भी टाइटल नहीं जीत पाई। 2009, 2011 और 2016 में फाइनल में हार गई। बेंगलुरु की यह टीम इस बार इतिहास बदलने के इरादे से उतरेगी। आइए एक नजर डालते हैं टीम की ताकत, कमजोरी और संभावनाओं पर….
आरसीबी की ताकत
स्क्वॉड पर नजर डाला जाए तो आरसीबी के पास टूर्नामेंट का सबसे खतरनाक पेस अटैक नजर आता है। डेथ ओवर्स में गेंदबाजी करने के लिए फाफ के पास कई विकल्प होंगे। मोहम्मद सिराज और ऑस्ट्रेलियाई पेसर जोश हेजलवुड मिलकर नई गेंद से मोर्चा संभालेंगे। पिछली बार पर्पल कैप होल्डर रहे हर्षल पटेल अपनी घातक स्लो कटर से बल्लेबाजों को परेशान करेंगे। तेज गेंदबाजी में जेसन बेहरनडॉर्फ, सिद्धार्थ कॉल और इंग्लैंड के लेफ्ट आर्म पेसर डेविड विली का भी आतंक होगा।
आरसीबी की कमजोरी
मिस्टर 360 यानी एबी डिविलियर्स ने पिछले साल नवंबर में अचानक क्रिकेट के हर फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया था। यह खबर आरसीबी के लिए किसी झटके से कम नहीं थी। डिविलियर्स टीम की बल्लेबाजी की जान थे। इस बार बैटिंग में उनकी कमी खलेगी। ऐसे में मिडिल ऑर्डर में पूरा दबाव ग्लेन मैक्सवेल के कंधों पर आ जाएगा।
यहां देना होगा सबसे ज्यादा ध्यान
विराट कोहली पर वर्क लोड था, इससे कोई इनकार नहीं कर सकता। वह लगातार नौ सीजन से टीम की कप्तानी संभाल रहे थे। आरसीबी को उम्मीद करनी चाहिए कि मेगास्टार विराट कोहली पूरे टूर्नामेंट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करें। अगर वह ऑफ-कलर रहते हैं, तो दबाव ग्लेन मैक्सवेल, दिनेश कार्तिक और फाफ डुप्लेसिस पर ट्रांसफर हो जाएगा। यदि कार्तिक भी 22 गज की पट्टी पर प्रभाव डालने में विफल रहते हैं तो फाफ को अकेले ही टॉप ऑर्डर का ध्यान रखना होगा और यदि वह महत्वपूर्ण मौकों पर बड़े रन नहीं बनाते हैं, तो मिडिल ऑर्डर की बैंड बजनी तय है।
7वें कप्तान होंगे फाफ डुप्लेसिस
विराट की जगह अब साउथ अफ्रीकी दिग्गज फाफ डुप्लेसिस अब टीम की कमान संभालेंगे। पिछले सीजन तक विराट कोहली टीम के कप्तान थे, उन्होंने सीजन का दूसरा फेज शुरू होने से पहले कप्तानी छोड़ने का फैसला किया था। विराट ने 2011 में पहली बार टीम की कप्तानी की थी। इससे पहले विराट के अलावा 5 खिलाड़ियों ने बेंगलुरु की कप्तानी की थी। राहुल द्रविड़ टीम के पहले कप्तान थे। उसके बाद अनिल कुंबले, डेनियल विटोरी, केविन पीटरसन और शेन वॉटसन ने टीम की कमान संभाली।
RCB का स्क्वॉड
विराट कोहली, ग्लेन मैक्सवेल, मोहम्मद सिराज, फाफ डुप्लेसिस (कप्तान) , हर्षल पटेल, वानिंदु हसरंगा, दिनेश कार्तिक, जोश हेजलवुड, शाहबाज अहमद, अनुज रावत, आकाश दीप, महिपाल लोमरोर, फिन एलन, शेरफेन रदरफोर्ड, जेसन बेहरेनडोर्फ, सुयश प्रभुदेसाई, चामा मिलिंद, अनीश्वर गौतम, कर्ण शर्मा, डेविड विली, लवनीथ सिसोदिया, सिद्धार्थ कौल