Rashtrapati Chunav Kisse: दिल्ली के किस मंदिर में पूजा करने के लिए जाते थे पूर्व राष्ट्रपति आर. वेंकटरमण

115

Rashtrapati Chunav Kisse: दिल्ली के किस मंदिर में पूजा करने के लिए जाते थे पूर्व राष्ट्रपति आर. वेंकटरमण

नई दिल्लीः आर वेंकटरमण भारत के राष्ट्रपति पद पर रहते हुए भी कनॉट प्लेस के शिव मंदिर में पूजा के लिए आया करते थे। वे शिव मंदिर परिसर के भीतर बने गणेश मंदिर में विशेष रूप से पहुंचते थे। वे देश के आठवें राष्ट्रपति 25 जुलाई, 1987 से 25 जुलाई, 1992 तक रहे। वे भारत के उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के पदेन सभापति के पद पर भी रहे। उनसे पहले उपराष्ट्रपति से राष्ट्रपति बनने वाले डॉ. राधाकृष्णन, डॉ. जाकिर हुसैन और वीवी गिरि ही थे। उनका क्रम चौथा रहा। बहरहाल, वे गणेश मंदिर के प्रबंधन में भी भी रुचि लेते थे। गणेश मंदिर में सुबह-शाम बुलंद आवाज में श्लोक पढ़ते पुजारियों और बालों में गजरा लगाए महिलाओं को देखकर समझ आ जाता है कि ये कहां से संबंध रखती होंगी होंगी। गणेश मंदिर का शांत-सात्विक वातावरण आपको इधर कुछ वक्त बिताने के लिए मानो रोकता है। कहते हैं, दिल्ली-एनसीआर में करीब पांच लाख तमिल हैं। ये सभी गणेश मंदिर में आते-जाते रहते हैं। आर वेकटरामण की पत्नी जानकी वेंकटरामन भी गणेश मंदिर में आती थीं।

President Election 2022: प्लीज, ना मत करिएगा.. अटल का फोन, सिर्फ आपको हां या ना कहना है.. एपीजे कलाम के राष्ट्रपति बनने की कहानी
राष्ट्रपति, गणेश मंदिर और मणिशंकर अय्यर
अगर बात आर वेंकटरमण से हटकर करें तो गणेश मंदिर दिल्ली में दक्षिण भारतीय परंपरा के अनुसार बना पहला मंदिर है। इसके बाद 1970 के दशक के शुरू में आरके पुरम के पालम मार्ग में उत्तर स्वामी मलाई मंदिर की स्थापना हुई। फिर तो सरोजिनी नगर, लॉरेंस रोड, रोहिणी में भी बालाजी मंदिर स्थापित हुए। गणेश मंदिर की स्थापना कांग्रेस के नेता मणिशंकर अय्यर के पिता और चार्टर्ड एकाउंटेंट वी. शंकर अय्यर के प्रयासों से हुई थी। अब गणेश मंदिर में किसी को याद नहीं कि मणिशंकर अय्यर आखिरी बार इधर कब आए थे। इसमें गणेश जी, नवग्रह, हनुमान जी, दुर्गा की मूर्तियां हैं। गणेश मंदिर में हर शनिवार को शनि की मूर्ति पर तेल चढ़ाने का सिलसिला 1955 से ही चल रहा है। यानी इसकी स्थापना के वक्त से ही। जबकि बाकी मंदिरों में शनि की मूर्ति पर तेल चढ़ाने का सिलसिला कोई पुराना नहीं माना जा सकता। बहुत से मंदिरों में तो शनि भक्तों की बढ़ी संख्या को देखते हुए शनि की मूर्तियां स्थापित की गईं। गणेश मंदिर में बाकी मंदिरों के विपरीत तेल में तिल मिलाकर ही चढ़ाया जाता है। गणेश मंदिर के सामने एक संकट भी है। अब इसे तमिल पुजारी नहीं मिल रहे हैं। लिहाजा इधर आंध्र के पुजारियों से काम चलाया जा रहा है।

navbharat times -Ramnath Kovind: राष्ट्रपति के चश्मे की सुरक्षा में तैनात होंगे आधा दर्जन लंगूर बंदर
कब दिल्ली आ गए थे वेंकटरमण
आर वेंकटरमण 1952 में देश की पहली लोकसभा के लिए चुने गए थे। यानी वे तब से दिल्ली में आने-रहने लगे थे। वे 1957 में फिर से लोकसभा के लिए चुने गए थे। आर वेंकटरमण 1980 में वह एक बार फिर लोकसभा के लिए चुने गए। तब इंदिरा गांधी की सरकार में उन्हें रक्षा मंत्री बनाया गया। कहते हैं कि उन्होंने ही एपीजे अब्दुल कलाम को मिसाइल प्रोग्राम से जोड़ा था। उनके कार्यकाल में भारत के 4 प्रधानमंत्री राजीव गांधी, पीवी नरसिंह राव, चंद्रशेखर और विश्वनाथ प्रताप सिंह रहे। वे देश के राष्ट्रपति थे, जब राजीव गांधी की हत्या हुई थी। हालांकि वे तब प्रधानमंत्री नहीं थे। इस बीच, कहा जाता है कि आर वेंकटरमण राष्ट्रपति भवन के स्कूल में शिक्षक दिवस या किसी अन्य खास अवसर पर आकर बच्चों घुल-मिलकर बात करते थे।

navbharat times -

दिल्ली की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News

Source link