Rajya Sabha Sansad: राज्यसभा सांसदों का इतनी कम सैलरी में कैसे होता है गुजारा? सुविधाओं के बारे में भी जान लीजिए

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Rajya Sabha Sansad: राज्यसभा सांसदों का इतनी कम सैलरी में कैसे होता है गुजारा? सुविधाओं के बारे में भी जान लीजिए

संदीप तिवारी, लखनऊ: राज्यसभा सांसद (Rajya Sabha Sansad) के चुनाव की अपनी एक अलग ही लोकप्रियता है। यह चुनाव देश के साथ-साथ यूपी में भी बेहद खास माना जाता है। इसमें चुना गया सदस्य लोकसभा सांसद की तरह चुनाव तो नहीं लड़ता, लेकिन उसके बावजूद देश के उच्च सदन में जाने का मौका मिलता है। राज्यसभा सांसद को आम चुनाव का सामना नहीं करना पड़ता है। यानी वह लोकसभा और विधानसभा चुनाव की तर्ज पर जनता के वोट पर निर्भर नहीं होता। बल्कि यहां आम जनता के जरिए चुने गए प्रतिनिध यानी विधायक हिस्सा लेते है। इनके वोट के जरिए प्रत्येक राज्य से राज्यसभा सदस्य चुना जाता है। वहीं इतनी मशक्कत के बाद जब आप राज्यसभा सांसद की सैलरी (Rajya Sabha MP Salary) के बारे में जब आप जानेंगे तो चौंक जाएंगे। दरअसल इन्हें मात्र 16 हजार रुपये प्रतिमाह सैलरी मिलती है। इससे कहीं ज्यादा सैलरी भारत सरकार अपने कुशलतम मजदूरों को देती है, जो कि करीब 25,590 रुपये है। लेकिन इसके बाद भी सभी राजनीतिक दल और उम्मीदवार राज्यसभा में पहुंचने के लिए काफी जोड़तोड़ करते हैं। इसके पीछे उन्हें मिलने वाली सुविधाओं को मुख्य वजह माना जाता है।

एक राज्यसभा सदस्य का मासिक वेतन भले ही विधान परिषद सदस्य से कम हो, लेकिन उन्हें मिलने वाली सुविधाएं अनेक हैं। कई तरह के भत्तों के साथ ही साल में 50 हजार यूनिट मुफ्त बिजली का भी लाभ मिलता है। स्टेशनरी खर्च, टेलीफोन खर्च, फ्री इंटरनेट, हवाई यात्रा, ट्रेन यात्रा, राज्य के अंदर और राज्य के बाहर सड़क पर सफर करने के लिए 34 रुपए किलोमीटर के हिसाब से भत्ता दिया जाता है। वहीं कार्यकाल खत्म होने के बाद पेंशन का लाभ भी मिलता है। इसमें बिना चुनाव लड़े ही अपनी योग्यता के दम पर देश के उच्च सदन में जाने का मौका मिलता है।

आवास के साथ सालाना 50 हजार यूनिट बिजली फ्री
राज्यसभा सांसदों को रहने के लिए सरकारी आवास मिलता है। इस जगह का किराया भी सरकार की ओर से मिलने वाले भत्‍ते के अंतर्गत आता है। साथ ही इन्‍हें प्रतिवर्ष 4,000 किलोलीटर पानी और 50,000 यूनिट बिजली फ्री दी जाती है। ये सुविधा वे अपने सरकारी निवास या निजी भवन में ले सकते हैं। वहीं घर में फर्नीचर से लेकर पर्दे तक का खर्च सरकार वहन करती है। स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं के नाम पर वह सभी सुविधाएं मिलती हैं, जो सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्‍थ स्‍कीम के तहत सेंट्रल सिविल सर्विसेज के क्‍लास-1 ऑफिसर्स को मिलती है।

10 पॉइंट्स में समझिए राज्यसभा सदस्य को मिलने वाली सुविधाएं
1- प्रतिमाह वेतन के रूप में मात्र 16,000 रुपये मिलते हैं।
2- राज्यसभा सांसदों को साल में जितने दिन भी सदन चलता है, प्रतिदिन 1 हजार रूपए के हिसाब से दैनिक भत्ता दिया जाता है।
3- 20 हजार रुपये प्रतिमाह संवैधानिक भत्ता भी मिलता है।
4- 20 हजार रुपये कार्यालय व्‍यय भत्‍ते के नाम पर प्रतिमाह मिलता है। इसमें से वह 4000 रुपए स्टेशनरी, पोस्ट आइटम्स और सहायक रखने पर 14 हजार रुपए खर्च कर सकता है।
5- राज्यसभा सांसद को सड़क से यात्रा करने पर 34 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से भत्ता मिलता है।
6- ट्रेन से सफर करने के लिए प्रतिमाह एक फ्री नॉन-ट्रांसफरेबल फर्स्‍ट क्‍लास एसी और एक सेकंड क्लास एसी का किराया भी मिलता है।
7- हवाई यात्रा के लिए उन्हें अपने टिकट राशि का महज 25 फीसदी ही भुगतान करना होता है।
8- हर साल ये अपने एक किसी भी रिश्‍तेदार के साथ 34 हवाई यात्रा बिल्‍कुल फ्री कर सकते हैं।
9- इनका कोई भी रिश्‍तेदार अकेले साल में आठ बार मुफ्त हवाई सफर कर सकता है।
10- राज्यसभा सांसद को 2 फोन रखने का अधिकार है। इससे वह प्रतिवर्ष 50,000 लोकल कॉल कर सकते हैं। वहीं, इंटरनेट कनेक्शन की सुविधा फ्री में मिलती है।

यूपी में 11 राज्यसभा सदस्य हुए थे निर्वाचित
बीते दिनों यूपी की 11 सीटों पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ। 11 राज्यसभा सांसदों में से आठ भाजपा से और तीन सपा से हैं। भाजपा के लक्ष्मीकांत बाजपेयी, डॉ. राधामोहन दास अग्रवाल, दर्शना सिंह, संगीता यादव, बाबूराम निषाद, सुरेंद्र कुमार नागर, डॉ. के.लक्ष्मण और मिथिलेश कुमार को राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। वहीं सपा गठबंधन की ओर से जावेद अली, कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य निर्दलीय के तौर पर उतरे कपिल सिब्बल और रालोद के जयंत चौधरी चुने गए।

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