Rajasthan News: लव मैरिज वाले दंपत्ति के मांगलिक कार्य से खफा हुई खाप पंचायत, बरसा दिए परिवार पर डंडे

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Rajasthan News: लव मैरिज वाले दंपत्ति के मांगलिक कार्य से खफा हुई खाप पंचायत, बरसा दिए परिवार पर डंडे

भगवान प्रजापत, उदयपुर: राजस्थान के उदयपुर जिले में भोई समाज की खाप पंचायत का तुगलकी फरमान सामने आया है। इसके बाद समाज के लोगों ने पीड़ित परिवार के साथ जमकर मारपीट कर दी। एक साल पहले खाप पंचायत ने तुगलकी फरमान सुनाया और दो परिवारों को समाज से बहिष्कृत कर दिया। इसके बावजूद होली के दिन दंपति ,जब अपनी चार महीने की नन्हीं बेटी को ‘ढूंढ पूजन’ के लिए होलिका दहन के दिन कार्यक्रम स्थल पर पहुंचा, तो समाज के पंचो को यह नागवार गुजरा। इसके बाद उन्होंने दम्पति के साथ उनके अन्य परिजनों के साथ मारपीट कर दी।

इतना ही नहीं समाज के लोगों ने गर्भवती महिला के साथ भी जमकर मारपीट की । उसके पेट पर लात—घूसे चलाए। इस घटनाक्रम के बाद पीडित परिवार की ओर से खेरवाडा थाने में नामजद प्रकरण दर्ज करवाया गया है, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है।

लव मैरिज करना समाज के पंचो को गुजरा नागवार
पीड़ित हितेश भोई की पत्नी की ओर से दी गई है। इस रिपोर्ट के अनुसार दोनों ने एक साल पहले लव मैरिज की थी। यह बात शादी समाज के पंचों को नागवार गुजरी। समाज के पंचों ने फरमान सुनाते हुए दोनों परिवार को आजीवन समाज से बहिष्कृत कर दिया। साथ ही समाज के किसी भी व्यक्ति को संबंध नहीं रखने की बात कही थी। मांगलिक कार्यक्रम से लेकर किसी की भी मौत हो जाने पर भी समाज के पंचों ने पर बैन लगा दिया था।

महिलाओं से की समाज के ठेकेदारों ने बदसलूकी
परिवार का कहना है कि लेकिन होली पर दिन उनकी बेटी को ‘ढूंढ पूजन’ के लिए वो होलिका दहन स्थल पर पहुंचे थे। जब यह जानकारी पंचों तक पहुंची, तो समाज के कुछ लोग घर आए । इसके बाद उन्होंने गालीगलौच करने के बाद परिवार वालों के साथ मारपीट शुरू कर दी। पीड़ित की पत्नी ने यह भी बताया कि उसकी नंनद गर्भवती है, उसके साथ भी मारपीट की। आरोपी महिलाओं के कपड़े फाड़कर उन्हे नग्न अवस्था में गांव में उनका जुलूस निकालने की कही।

पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर बनाया दबाव
इस पूरी मामले में पुलिस की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। पीड़ित पक्ष ने हमलावरों के पहुंचते ही पुलिस को सूचना दी।इसके बाद पुलिस मौके पर भी पहुंच गई, लेकिन किसी को भी गिरफ्तार करने की बजाय हमलावरों को मौके से भगा दिया। जानकारी यह भी मिला है कि नामजद रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने ना तो कोई गिरफ्तारी की है और ना ही पीड़ित लोगों का मेडिकल करवाना जरूरी समझा है।

इधर दूसरी तरफ हमलावरों की पैरवी करने समाज अध्यक्ष कालूलाल राठौड़ सहित दो दर्जन लोग थाने पहुंच गए है। वहां मामला दर्ज नहीं करने की बात कहते हुए पुलिस के खिलाफ ही नारेबाजी करते रहे, किन्तु पुलिस यहां भी मूकदर्शक बनी रही।

समाज के अध्यक्ष कालूलाल है सीएलजी मेम्बर
पीड़ित पक्ष का कहना है कि खेरवाडा थाने की सीएलजी मेम्बर कालूलाल, जो कि भोई समाज के अध्यक्ष भी है। वे स्वंय उन लोगों के साथ मिलकर पुलिस पर दबाव बना रहे है जो कि आरोपियों की पैरवी कर रहे है। इतना ही नहीं कालूलाल भोई और समाज के अन्य लोगों ने मिलकर ही तुगलकी फरमान सुनाया था।

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