Rajasthan Congress crisis: सोनिया गांधी के दूत के दिल्ली लौटने के बाद पायलट गुट के विधायक बोले- ‘आलाकमान शाम तक सुना देंगे फैसला’

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Rajasthan Congress crisis: सोनिया गांधी के दूत के दिल्ली लौटने के बाद पायलट गुट के विधायक बोले- ‘आलाकमान शाम तक सुना देंगे फैसला’

Rajasthan Congress crisis: सोनिया गांधी के दूत के दिल्ली लौटने के बाद पायलट गुट के विधायक बोले- ‘आलाकमान शाम तक सुना देंगे फैसला’

जयपुर: सचिन पायलट के समर्थक विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने राजस्थान में जारी सियासी संग्राम पर कहा कि ना केवल पार्टी आलाकमान बल्कि पूरा राजस्थान और देश देख रहा है कि इस वक्त क्या हो रहा है। हमारा आलाकमान कमजोर नहीं है, वह सही समय पर सही फैसला करेगा। उन्होंने कहा कि किसने कह दिया कि आलाकमान कमजोर है, उन्हें (अशोक गहलोत) तीन बार मुख्यमंत्री आलाकमान ने बनाया, हमको टिकट आलाकमान देता है। इसलिए आलाकमान कमजोर नहीं है। जो भी हुआ है उसका शाम तक रिजल्ट आ जाएगा। आलाकमान तय करेगा कि किसने बगावत की है, सारी सच्चाई सामने आ जाएगी। उन्होंने बताया कि शाम 7 बजे सीएम आवास पर विधायकों की बैठक होने वाली थी। सबको बता था कि दिल्ली से ऑब्जर्वर आए हैं। फिर उसी बात को लेकर शाम पांच बजे अलग जगह पर जाकर मीटिंग क्यों की। तो क्या यह बगावत नहीं है। क्या यह अनुशासनात्मक में नहीं आती है। दो ऑब्जर्वर आए थे उन्होंने अपनी आंखों से जो देखा है वह सारी बाते रिपोर्ट में लिखी है और वह उसे आलाकमान को सौंपेंगे। उसी रिपोर्ट पर आगे की कार्रवाई होगी।

खिलाड़ी लाल बैरवा ने कहा कि जिस दिन राजस्थान में मीटिंग हुई थी, अच्छा होता उसी दिन वह (अशोक गहलोत) सोनिया जी के पास जाते और कहते कि मैडम आपने मुझे बहुत कुछ दिया है, अब मेरा इस्तीफा संभालो और जो कुछ चाहो वह करो। अब वह क्या कह और कर रहे हैं वह सबको दिख रहा है। यहां बता दें कि खिलाड़ी लाल बैरवा वह राजस्थान के पहले विधायक हैं जिन्होंने सोनिया गांधी के समक्ष कहा था कि अशोक गहलोत को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी सौंपी जानी चाहिए और सचिन पायलट को राजस्थान कमान दी जानी चाहिए।

मैं किसी भी गुट में नहीं हूं: दिव्या मदेरणा
पायलट गुट के ही एक अन्य कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने कहा कि उन्हें केवल सीएम हाउस में शाम 7 बजे की मीटिंग की सूचना थी। सूचना थी कि 10 जनपथ की ओर से भेजे गए ऑब्जर्वर की मौजूदगी में विधायकों की बैठक होनी है। मैं केवल कांग्रेस अध्यक्ष की बात मानता हूं। मैं मदेरणा परिवार से आती हूं जिसके लिए ऊपर भगवान और नीचे कांग्रेस अध्यक्ष ही सर्वमान्य हैं। जहां भी कांग्रेस अध्यक्ष और आलाकमान होंगे, मैं उस फैसले के साथ जाऊंगी। उन्होंने कहा कि मैं किसी व्यक्ति पूजा में नहीं हूं, मैं सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस की पूजा करती हूं। मैं ना पहले किसी गुट में थी और ना अभी हूं और ना ही आगे रहूंगी।
अशोक गहलोत की जादूगरी के सामने फेल हुई राहुल-सोनिया की प्लानिंग! खाली हाथ दिल्ली लौटेंगे मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकनबता दें राजस्थान कांग्रेस में संकट गहराने पर पार्टी आलाकमान की ओर से भेजे गए दो पर्यवेक्षकों अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को कहा कि जिन विधायकों ने अनुशासनहीनता दिखाई है, उन पर कार्रवाई होगी। दोनों पर्यवेक्षकों के सोमवार को दोपहर बाद दिल्ली लौटने की संभावना है। दोनों ने कहा कि गहलोत खेमे के विधायकों ने जिस तरह अनाधिकारिक तौर पर बैठक की, उसे अनुशासनहीनता ही कहा जा सकता है।
navbharat times -Rajasthan Politics : गहलोत के समर्थन में 70 विधायकों का इस्तीफा, पायलट के खुले विरोध में आएकांग्रेस के राजस्थान प्रभारी माकन ने मीडियाकर्मियों से कहा, ‘अनाधिकारिक बैठक बुलाना अनुशासनहीनता है, हम देखेंगे कि इनके खिलाफ क्या कार्रवाई की जा सकती है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘कोई नहीं जानता कि (शांति धारीवाल या सीपी जोशी के आवास पर) कितने विधायक थे और उनमें से कितने ने इस्तीफा दे दिया है, लेकिन हम इन तथ्यों का मूल्यांकन बाद में करेंगे।’ कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक, जिसे रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर बुलाया गया था, को रद्द कर दिया गया, क्योंकि गहलोत के प्रति वफादार 90 से अधिक कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा देने की धमकी दी थी और उनमें से नया सीएम चेहरा चुनने की मांग की थी।

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