Rajasthan CM : राजस्थान के लिए 3 पर्यवेक्षक नियुक्त, राजनाथ सिंह, विनोद तावड़े और सरोज पांडे को दी गई जिम्मेदारी | Rajasthan CM 3 observers Rajnath Singh Vinod Tawde Saroj Pandey appointed | News 4 Social h3>
Rajasthan CM 3 Observers : राजस्थान में भाजपा के सीएम के संभावित नामों का चुनाव करने के लिए आलाकमान ने तीन पर्यवेक्षकों की नियुक्त की है। इन तीनों पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह, विनोद तावड़े और सरोज पांडे को यह जिम्मेदारी सौंपी गई हैं।
राजनाथ सिंह कौन हैं?
राजनाथ सिंह भाजपा का एक बड़ा नाम है। वह मौजूदा वक्त में भारत के रक्षा मंत्री हैं। राजनाथ सिंह यूपी के सीएम से लेकर देश के गृह मंत्री और रक्षा मंत्री तक का सफर किया। राजनाथ सिंह का जन्म 10 जुलाई 1951 को उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के भभौरा गांव में हुआ था। बचपन से ही वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ जुड़ गए थे। फिर एबीवीपी के छात्र कार्यकर्ता के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया था। गोरखपुर यूनिवर्सिटी से फिजिक्स में मास्टर्स की डिग्री लेने के बाद राजनाथ सिंह ने मिर्जापुर के के.बी. पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज में फिजिक्स के टीचर भी रहे। राजनाथ सिंह 1974 में राजनीति में शामिल हुए थे। अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत जनता पार्टी से की थी। साल 1977 में राजनाथ सिंह ने मिर्जापुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीता। 1980 उन्होंने भाजपा ज्वॉइन कर लिया। उसके बाद से राजनाथ राजनीति में सफलता के सोपान लगातार चढ़ रहे हैं।। आज वे देश के रक्षा मंत्री है।
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विनोद तावड़े कौन हैं?
विनोद तावड़े की महाराष्ट्र की सियासत में बड़ी पकड़ है। विनोद तावड़े महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री के साथ ही मुंबई महानगर भाजपा अध्यक्ष भी रह चुके हैं। विनोद तावड़े का जन्म 20 जुलाई 1964 मुंबई के गिरगांव इलाके में एक मराठी परिवार में हुआ था। विनोद तावड़े बाल स्वयं सेवक रहे हैं। 1995 में उन्हें पहली बार भाजपा की तरफ से महाराष्ट्र महासचिव बनाया गया। विनोद तावड़े 1999 में मुंबई महानगर इकाई के अध्यक्ष पद के लिए चुने गए। इस पद के लिए चुने गए सबसे कम उम्र के उम्मीदवार होने का रिकार्ड उनके नाम है। 2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें बोरीवली विधानसभा से प्रत्याशी बनाया। तावड़े ने जीत दर्ज की और महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य बने। देवेन्द्र फडणवीस की सरकार में मंत्री बनाए गए। इसके साथ ही तावड़े 12वीं और 13वीं लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की समन्वय समिति के प्रमुख सदस्य भी थे।
सरोज पांडेय कौन हैं?
छत्तीसगढ़ से ताल्लुक रखने वाली सरोज पांडेय को सांसदी, विधायकी का लंबा राजनीतिक अनुभव है। सरोज पांडेय यूपी चुनाव में सह प्रभारी रही हैं।
विधायकों की सहमति के बाद ही होगी घोषणा
वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता ने पत्रिका से कहा कि ऐसा विधायक दल की बैठक की गरिमा बनाए रखने के लिए किया जा रहा है। अगर दिल्ली से ही चेहरे की घोषणा हो जाए तो फिर राज्य की राजधानी में होने वाली विधायक दल की बैठक का औचित्य ही क्या रह जाएगा? जब विधायक दल की बैठक आधी हो चुकी होगी, तब जाकर ऑब्जर्वर आधिकारिक रूप से किसी चेहरे की घोषणा करेंगे। शीर्ष नेतृत्व जो भी तय करेगा, उसके नाम की घोषणा विधायकों की सहमति के बाद ही की जाएगी।
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छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान के लिए भाजपा पर्यवेक्षक इस प्रकार तय किए गए हैं।
राजस्थान-रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विनोद तावड़े और सरोज पांडे
मध्य प्रदेश-हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, के लक्ष्मण, आशा लाकड़ा
छत्तीसगढ़-केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सर्बानंद सोनोवाल और… pic.twitter.com/pPXayf5cgy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 8, 2023