Rajasthan:फिल्मी अदांज में भाग रहे हिस्ट्रीशीटर दीपक और किशन मेनारिया के साथ पुलिस की मुठभेड़, बदमाशों को फायरिंग का ऐसे मिला जवाब
एसपी ने किया पूरे मामले का खुलासा
एसपी विकास शर्मा ने बताया कि दोनों हिस्ट्रीशीटर दीपक मेनारिया और किशन मेनारिया का पुलिस करीब एक माह से पीछा कर रहे थी। लेकिन पुलिस को सफलता नहीं मिल रही थी। इस बीच दोनों ने जमीन के मामले में किशन रेबारी को अगवा कर लिया और राजसमंद ले गए। इसके बाद किशन को उदयपुर और राजसमंद जिले के बीच कार में लेकर घूमते रहे। इस बीच गोमती से उदयपुर की ओर जाने के दौरान डीएसटी टीम को इसकी जानकारी मिली। ऐसे में केलवा पुलिस ने केलवा ब्रिज समाप्त होने के बाद क्रेन लगाकर नाकाबंदी कर दी ।
नाकाबंदी देखकर बदमाश ब्रिज के ऊपर से ही रॉन्ग साइड में भागे। पीछे से आ रही डीएसटी टीम ने रोकने के लिए खुद की कार से बदमाशों की कार में टक्कर मार दी। इससे बदमाशों की कार डिवाइडर से टकरा गई। बदमाशों ने क्षतिग्रस्त कार में से ही पुलिस पर दो राउंड फायरिंग की। जवाब में पुलिस ने एक राउंड फायर किया। इसके बाद आरोपियों को धर दबोचा।
दो दर्जन से अधिक दर्ज है आपराधिक मुकद्में
एसपी विकास शर्मा ने बताया कि दीपक मेनारिया के खिलाफ दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज है। इसमें अपहरण, हत्या का प्रयास सहित संगीन अपराध से जुडे मामले शामिल है। उन्होंने बताया कि दीपक मेनारिया का किसी अन्य ग्रुप के साथ कोई संबध तो नहीं है इस दिशा में भी जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि पुलिस की ओर से कोशिश की जाएगी कि इन्हे जल्दी से जल्दी जमानत नहीं मिले ताकि अधिक समय तक यह जेल रह सके। करीब एक महीने की मेहनत के बाद दोनों अपराधी पुलिस की गिरफ्त में आए है लेकिन अब देखना यह होगा कि आगे पुलिस क्या करती है क्यों कई बार पुलिस की कमजोर पैरवी की वजह से ऐसे आरोपी जल्द छूट जाते हैं।
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