Rain In Rajasthan : यहां इलाज के पहले मौत का रास्ता करना पड़ता है पार

151
Rain In Rajasthan : यहां इलाज के पहले मौत का रास्ता करना पड़ता है पार

Rain In Rajasthan : यहां इलाज के पहले मौत का रास्ता करना पड़ता है पार

Rajasthan News : बारिश के मौसम में बारां जिले के कछावन गांव के ग्रामीण इस तरह का दर्द झेलते हैं। बड़ी मुश्किल से 4 महीने बारिश के निकलते हैं। पार्वती नदी में जब भी उफान आता है तो गांव टापू बन जाता है। फिर ट्यूब पर खटिया रखकर तैरते हुए लोग बरसाती नाला पार करते हैं।

 

बारां :राजस्थान सरकार दम भरती है कि प्रदेश में लोगों का मुफ्त इलाज हो रहा है। लेकिन, इलाज करवाने के लिए ग्रामीणों को अस्पताल तक पहुंचने के पहले मौत का रास्ता पार करना पड़ता है। नवभारत टाइम्स (NBT) राज्य सरकार को वह मौत का रास्ता दिखा रहा है। यहां से 75 साल की गुलाब बाई को बेटा-बहू और ग्रामीणों ने उफनती पार्वती नदी के नाले में ट्यूब पर चारपाई रखकर अस्पताल पहुंचाया गया। यह तस्वीर प्रदेश के बारां जिले के कछावन गांव की है। गुलाब बाई को बरसाती नाला पार करवा कर छबड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। यहां से उन्हें बारां जिला चिकित्सालय में रिफर किया। फिर वहां से भी कोटा रिफर किया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
Shajapur: शिव ‘राज’ के सुशासन की सच्चाई, जान जोखिम में डाल ट्यूब के सहारे नाला पार करने को मजबूर हैं लोग

गांव के पीछे पार्वती नदी, आगे बरसाती नाला
पड़ोस के गांव मूंडला के निवासी रामहित बेरवा ने NBT को बताया कि कछावन गांव में करीब 350 मतदाता हैं। गांव के पीछे वाले हिस्से में मध्य प्रदेश से आने वाली पार्वती नदी बहती है। मानसून के दौरान नदी में हमेशा पानी का जलस्तर ऊपर रहता है। नदी से जुड़ता हुआ बरसाती नाला गांव के सामने होकर गुजरता है। मतलब यह गांव चारों तरफ से पानी से घिरा हुआ है। नाले पर रपट बनी हुई है लेकिन, बरसात के मौसम में नजर नहीं आती। सोमवार को नदी में भारी उफान था, तो गांव का संपर्क बरां जिला मुख्यालय से कट गया। पिछले 8 दिन से यही स्थिति बनी हुई है।
navbharat times -Bhind: गांव में नहीं है मुक्तिधाम, बुजुर्ग महिला का बीच सड़क पर करना पड़ा अंतिम संस्कार

मां को अस्पताल ले जाने के लिए उफनते नाले में उतरे बेटे
75 साल की गुलाब बाई के बीपी की शिकायत उठी। बीमार मां को देख बेटे कालूराम और मुकेश ने ग्रामीणों की मदद लेते हुए ट्यूब और चारपाई का इंतजाम किया। ट्यूब पर चारपाई रखी और मां को उस पर लेटाई। पुष्पा बाई को मां के पास बैठाई। दोनों बेटे गांव के युवाओं की मदद से मां को अस्पताल ले जाने के लिए उफनते पार्वती नदी के नाले में उतर गए। इस तस्वीर को जिसने भी देखा उसका दिल पसीज गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
navbharat times -MP: कैथन नदी में अचानक पानी बढ़ने से फंस गए 29 ग्रामीण, SDERF की टीम ने सबको सुरक्षित निकाला

पांचवीं के बाद के बच्चे बरसात में नहीं जा पाते हैं स्कूल
मूंडला गांव के रामहेत बैरवा ने NBT से कहा कि गांव में पांचवीं तक का स्कूल है। पांचवीं के बाद के बच्चे बरसात में 8 से 15 दिन तक स्कूल नहीं जा पाते। उन्हें यह पार्वती नदी का नाला पार करना पड़ता है। गर्मी के दिनों में ग्रामीण राशन-पानी का इंतजाम कर लेते हैं। ग्रामीण सरकार से गुजारिश कर रहे हैं कि गांव में ऊंची पुलिया बना दी जाए। छबड़ा पंचायत समिति के प्रधान हरिओम नागर से NBT को बताया बारां जिला प्रमुख उर्मिला जैन भाया के जरिए सरकार को इस समस्या के समाधान के लिए प्रस्ताव दिया हुआ है। इस तरह के हालात से करीब 10 से 12 गांव जूझ रहे हैं। अगर पुलिया बन जाए तो इन गांव की तकदीर और तस्वीर बदल सकती है।
रिपोर्ट- अर्जुन अरविंद

Rajasthan Rain News: मॉनसून की बारिश ने मचाई तबाही, जोधपुर, कोटा और भीलवाड़ा में बुरा हाल

आसपास के शहरों की खबरें

Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप

लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें

Web Title : Hindi News from Navbharat Times, TIL Network

राजस्थान की और समाचार देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Rajasthan News