Raghuram Rajan: भारत जैसे विशाल देश में राज्यों को अधिक ताकत देने की जरूरत क्यों बता रहे हैं रघुराम राजन

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Raghuram Rajan: भारत जैसे विशाल देश में राज्यों को अधिक ताकत देने की जरूरत क्यों बता रहे हैं रघुराम राजन

नई दिल्ली
Raghuram Rajan News: भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि भारत एक विशाल देश है और इसे सिर्फ केंद्र से संभालना संभव नहीं है। तमिलनाडु के वित्त मंत्री पी त्यागराजन के साथ एक बातचीत में रघुराम राजन ने कहा कि भारत में व्यवस्थाओं को डिसेंट्रलाइज किए जाने की जरूरत है।

रघुराम राजन इस बात पर सहमत हैं कि भारत में एक केंद्र सरकार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही भारत में कारोबारी गतिविधियां सुचारू रूप से चलाने के लिए जरूरी है कि राज्य सरकारों को अधिक पावर दिया जाए।

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सत्ता को आम आदमी तक पहुंचाएं
Rajan ने कहा, “इससे देश में लोकतंत्र को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।” रघुराम राजन ने कहा, “भारत जैसे देश में केंद्र सरकार के पास पर्याप्त ताकत होना जरूरी है, लेकिन लोगों के हाथ में सत्ता पहुंचाने के लिए जरूरी है कि राज्यों को भी अधिक ताकत दिया जाए। भारत जैसे देश में वास्तव में राज्य से लेकर नगर पालिका और नगर पालिका से लेकर स्थानीय निकाय तक पूरे सिस्टम को अधिक ताकतवर बनाने की जरूरत है। इससे देश में लोकतंत्र को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी और सालों से मौजूद पिछड़ेपन को दूर करने में सफलता हासिल होगी।”

आजादी के बाद हुई पहल
भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि लोकतंत्र के हिसाब से एक आजकल एक कमी यह देखी जा रही है कि बहुत सारे फैसले इस तरह लिए जा रहे हैं कि आम जनता को उसका कोई आइडिया ही नहीं लगता। रघुराम राजन राजन ने कहा, “भारत में अब भी बहुत सी चीजें केंद्रीकृत हैं। आजादी के बाद केंद्रीकृत व्यवस्था शुरू करने का कुछ अलग उद्देश्य था। उस समय देश को एकजुट रखने का सबसे बड़ा उद्देश्य था। समय के साथ राज्यों को अधिक ताकत देने की कोशिश की गई। बाद में पंचायती राज्य पंचायती राज के संवैधानिक सुधारों के साथ नगर पालिका और गांव तक सत्ता पहुंचाने की पहल की गई, लेकिन अधिकार का डिसेंट्रलाइजेशन नहीं किया गया। अब तक पंचायत और नगर निगम को उस हिसाब से अधिकार नहीं मिले हैं जिसकी उन्हें जरूरत है। इस हिसाब से हमें देश में सत्ता का विकेंद्रीकरण करने की जरूरत है।”

चेक एंड बैलेंस जरूरी
रघुराम राजन ने कहा कि किसी लोकतंत्र में सरकार पर चेक एंड बैलेंस होना जरूरी है। इससे सरकार को मनमाना फैसला लेने से रोका जा सकता है। रघुराम राजन ने कहा, “सरकार जनता की आवाज सुनने के लिए होती है। लोकतंत्र का मतलब 5 साल में सिर्फ एक बार चुनाव कराना नहीं है। आम लोग एक बार सरकार को वोट देते हैं और उसके बाद 5 साल के लिए सोने चले जाते हैं। लोकतंत्र में सरकार पर चेक एंड बैलेंस रखने का एक्टिव प्रोसेस होना चाहिए जिसमें लोग सरकार के फैसले लेने की क्षमता पर असर डाल सकें।”

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