BWF विश्व चैंपियनशिप में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीतने के बाद शटलर पीवी सिंधु मंगलवार की सुबह भारत पहुंचीं और अपने समर्थन के लिए प्रशंसकों का शुक्रिया अदा करते हुए नजर आईं, उन्होंने कहा कि वह देश के लिए कई और पदक लाना चाहती हैं।
उन्होंने कहा, “मैं चाहती हूं कि मुझे इस देश के लिए और भी कई पदक मिलें। मैं अपने सभी प्रशंसकों को धन्यवाद देना चाहूंगी। यह उनके आशीर्वाद और प्यार की वजह से है कि मैं आज यहां हूं।” पीवी सिंधू ने यह बातें इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सोमवार रात को अपने आगमन पर कही।
सिंधु स्विट्जरलैंड के बासेल में रविवार को महिला एकल फाइनल में जापान की नोजोमी ओकुहारा को 21-7, 21-7 से हराकर विश्व चैंपियनशिप का स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनीं।
24 वर्षीय सिंधू ने आगे कहा कि वह इतने लंबे समय से तैयारी कर रही थी और अपने माता-पिता, कोच और ट्रेनर को जीत के लिए धन्यवाद दिया। सिंधु मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय युवा मामलों और खेल मंत्री किरेन रिजिजू से मिलने वाली हैं।
विश्व चैंपियनशिप का स्वर्ण पदक जीतने के बाद पीवी सिंधु की नज़र अब जापान में होने वाले टोक्यो ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीतने की होगी।
24 वर्षीय सिंधू विश्व चैंपियनशिप जीतने के बावजूद दुनिया में नंबर 5 की खिलाड़ी है।
सोमवार को सिंधु के 75,684 अंक थे। वह अपने 21-7, 21-7 जीत के बाद 6950 अंक पा सकती इसके बाद वह नोजोमी ओकुहारा को चौथे नम्बर से हटा सकती है। जापान के नंबर 1 खिलाड़ी अकाने यामागुची के के 93,930 अंक हैं, जबकि चीनी ताइपे की ताई त्ज़ु यिंग नंबर 2 (91,845), चीन की चेन यू फी नं .3 (90,565) और ओकुहारा 88,836 अंकों के साथ नंबर 4 हैं।