Punjab Farmers agitation: स्टेशन पर गुजारनी पड़ी रात… घर जाने के लिए मारामारी, 50 ट्रेनें कैंसल होने से दरबदर हुए यात्री

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Punjab Farmers agitation: स्टेशन पर गुजारनी पड़ी रात… घर जाने के लिए मारामारी, 50 ट्रेनें कैंसल होने से दरबदर हुए यात्री

चंडीगढ़/जम्मू
पंजाब में टोल दरों में बढ़ोत्तरी के खिलाफ किसान मजदूर संघर्ष कमिटी के कार्यकर्ताओं का धरना प्रदर्शन जारी है। इस दौरान राज्य से गुजरने वाली सभी लाइनों पर डेरा डाल दिया, जिससे राज्य से होकर आने-जाने वाली सभी ट्रेनों का आवागमन ठप हो गया। 50 ट्रेनें कैंसल होने से हजारों यात्री जम्मू और रास्ते के स्टेशनों पर फंस गए। कड़ाके की ठंड के बीच कई यात्रियों को स्टेशन या स्थानीय होटलों में रात बितानी पड़ी। सबसे अधिक परेशानी दूर राज्य से आने वाले यात्रियों को हुई जो वैष्णो देवी के दर्शन पर आए थे। वापस जाने के लिए वैकल्पिक साधन लेना पड़ा जहां उनसे औने-पौने दाम वसूले गए।

पंजाब के देविदासपुरा और अमृतसर में अलग-अलग मांगों को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है। भारतीय रेलवे के अनुसार, 16 ट्रेनें आज और 35 ट्रेनें कल (20 दिसंबर) को कैंसल हो चुकी हैं। किसानों का कहना है कि ‘हम यहां किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों के परिवार को मुआवजा, नौकरी और किसानों का कर्ज माफ जैसी मांग को लेकर इतनी सर्दी में धरना दे रहे हैं। सरकार को देखना चाहिए।’

अचानक ट्रेन रद्द होने से सो यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई यात्रियों को बीच रास्ते में ही उतरना पड़ा। रेलगाड़ियां रद्द होने से सबसे अधिक परेशानी दूर के राज्यों के यात्रियों को हुई। माता वैष्णो देवी के दर्शन कर लौटने वाले श्रद्धालुओं को वैकल्पिक साधन लेना पड़ा। जम्मू से रवाना होने वाली रेलगाड़ियों के अचानक से रद्द होने से जम्मू में हजारों यात्री फंस गए। ठिठुरन में कई यात्रियों को स्टेशन में ही रात गुजारनी पड़ी।

बेगमपुरा में बैठने के दो घंटे बाद उतरे यात्री
बेगमपुरा एक्सप्रेस जम्मू से दोपहर 2 बजे चलती है। इस ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर लगते ही उसमें आरक्षण कराने वाले यात्री अपनी-अपनी सीटों पर पहुंच गए। वैष्णो देवी के दर्शन करके लौटे एमके मिश्र ने बताया कि वह तो थकान की वजह से अपनी बर्थ पर सो गए थे, लेकिन दो घंटे बाद उन्हें ट्रेन रद होने की जानकारी मिली।

वहीं दूसरे यात्री एके तिवारी ने बताया कि जम्मू स्टेशन पर कई ट्रेनों के एक साथ कैंसल होने का अनाउंसमेंट होने पर अचानक अफरातफरी मच गई। यहां तक कि दिव्यांगों को कोचों से उतरने के लिए कुलियों की मदद लेनी पड़ी। बेगमपुरा से वाराणसी के लिए आने वाले एसके सिंह ने बताया कि उनके पास स्लीपर के कंफर्म टिकट के बाद महज 200 रुपये बचे थे।

अब ट्रेन कैंसल हो जाने से उन्हें जम्मू स्टेशन के वेटिंग हॉल में रुकने पर मजबूर होना पड़ा है। उनके साथ सफर करने वाले राज किशोर की भी यही हालत है। उनके पास भी टिकट के अलावा 300 रुपये ही बचे थे। इसी तरह कई अन्य ट्रेनों के पैसेंजर भी जम्मू में परेशान रहे।

15 हजार रुपये तक पहुंचा फ्लाइट का टिकट
पंजाब आंदोलन के बाद ट्रेनों के अचानक कैंसल हो जाने से जम्मू से प्रस्थान करने वाली उड़ानों का किराया तीन से चार गुना हो गया। सोमवार को 6800 से लेकर 15000 तक में टिकट बिका। वहीं मंगलवार को जम्मू से आठ घंटे में लखनऊ पहुंचने वाली फ्लाइट में 7000 का टिकट मिल रहा था, जबकि इस उड़ान में महज कुछ सीटें ही खाली थीं।

इनके अलावा दूसरी उड़ानों में 8500 से लेकर 15000 तक का टिकट मिल रहा था। होटलों के रेट भी दोगुने हो गए। एसके सिंह ने बताया कि आम लोगों को होटलों में कमरे मिलना मुश्किल हो रहा है। वह पहले ग्रुप को होटलों में ठहराने को तरजीह दे रहे हैं। सिंगल व डबल बेड वाले कमरों में भी वह ज्यादा लोगों को ठहराने की कोशिश कर रहे हैं।

जम्मू रेलवे स्टेशन पर पहुंच कर यात्री रेले इंक्वायरी से रेलगाड़ियों के बारे में सूचना प्राप्त करने के लिए प्रयास करते देखे गए। वहीं जम्मू से दिल्ली और यूपी के लिए रोडवेज बस और वीडियो कोच बसों में टिकटों की मारामारी रही। यात्रियों का मजबूरी का फायदा उठाते हुए बस संचालकों ने दोगुना किराया वसूला जिसकी शिकायतें भी सामने आईं।

क्यों नाराज हैं किसान?
असल में किसान मजदूर संघर्ष कमिटी पंजाब सरकार की ओर से 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान किसानों और श्रमिकों से किए गए वादों को पूरा न करने पर कई दिनों से नाराजगी जाहिर कर रही थी। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ जत्थेबंदी के नेताओं की बैठक न होने से नाराज संघर्ष कमिटी ने 20 दिसंबर को किसान मजदूर संघर्ष कमिटी होशियारपुर और गुरदासपुर इकाई के सदस्यों ने टांडा रेल ट्रैक जाम कर ट्रेन सेवाएं ठप करा दीं।

50 ट्रेनें अचानक हुईं कैंसल
इससे रेलवे ने सोमवार को जम्मू से आने व जाने वाली 50 ट्रेनें अचानक कैंसल कर दीं। इससे जम्मू से लखनऊ जाने वाली 12238 बेगमपुरा सुपरफास्ट, 13152 सियालदह एक्सप्रेस व 12332 हिमगिरि एक्सप्रेस के यात्रियों को जम्मू में ही रुकना पड़ गया। रेलवे ने सभी यात्रियों के टिकट रद्द कर दिए।

वहीं दिल्ली, मुंबई, पुणे, अहमदाबाद, उज्जैन, चंडीगढ़, लुधियाना, जैसलमेर, देहरादून व कई अन्य शहरों की ट्रेनों के पैसेंजरों को भी जम्मू व पठानकोट और आसपास के स्टेशनों पर रुकना पड़ा। उत्तर रेलवे मुख्यालय ने 19 ट्रेनों को रास्ते में रेग्युलेट किया। ये ट्रेनें रात आठ बजे तक बीच रास्ते में खड़ी थीं।

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