Punjab Election: चरणजीत सिंह चन्नी को मंझधार में छोड़ गए विदेश…राहुल गांधी आज से उतरेंगे मैदान में
हाइलाइट्स
- पंजाब में 20 फरवरी को 117 सीटों पर मतदान
- जालंधर से अभियान शुरू कर रहे हैं राहुल गांधी
- कांग्रेस ने किसी को अपना सीएम चेहरा नहीं बनाया
- दोआबा की 22 सीटों पर रविदासिया समुदाय अहम
चंडीगढ़: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi in Punjab) पंजाब के जालंधर (Rahul Gandhi Jalandhar News) से कांग्रेस के चुनाव प्रचार अभियान का आगाज करने जा रहे हैं। पंजाब में नेतृत्व परिवर्तन के बाद राहुल गांधी का यह पहला दौरा है। राहुल दोआबा क्षेत्र (Doaba Area of Punjab) के जालंधर में पहुंच रहे हैं। यहां से वह कार्यकर्ताओं की वर्चुअल रैली को संबोधित करेंगे। कांग्रेस ने इस बार पंजाब में ‘नई सोच-नया पंजाब’ (Nayi Soch Naya Punjab) का नारा दिया है। बताते चलें कि गुरुदास जयंती (Gurudas Jayanti) की वजह से राज्य में मतदान की तारीख (Punjab Election Date) को 14 फरवरी से आगे बढ़ाकर 20 फरवरी किया गया है।
सबसे पहले दरबार साहिब में नतमस्तक होंगे राहुल
राहुल गांधी अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरने के बाद दरबार साहिब में नतमस्तक होंगे। इसके बाद वह सभी 117 प्रत्याशियों के साथ लंगर सेवा में भाग लेंगे। दरबार साहिब के बाद राहुल गांधी दुर्गयाणा मंदिर और भगवान वाल्मीकि तीर्थ स्थल पर जाएंगे। इस दौरान कांग्रेस के सभी 117 प्रत्याशी उनके साथ होंगे। राहुल गांधी सड़क मार्ग से जालंधर जाएंगे। जालंधर में वह ‘पंजाब फतेह’ के नाम से आयोजित एक वर्चुअल रैली को संबोधित करेंगे।
2017 में अमृतसर के मजीठा से शुरू किया था अभियान
2017 में राहुल गांधी ने अमृतसर जिले के मजीठा विधानसभा क्षेत्र में चुनावी रैली को संबोधित करके चुनाव प्रचार अभियान शुरू किया था। उस समय वहां पर कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया गया था। इस बार कांग्रेस के समीकरण बदले हुए हैं। राहुल गांधी पर मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने के लिए पूरा दबाव है। यहां नवजोत सिद्धू, चरणजीत सिंह चन्नी मुख्यमंत्री फेस के रूप में काम कर रहे हैं। बहरहाल, कांग्रेस की चुनावी रणनीति किस तरफ चलेगी इसका ऐलान जालंधर से हो सकता है। पार्टी ने किसी को भी सीएम फेस ना घोषित करते हुए सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कही है।
Video: सिद्धू को मंत्री बनवाने के लिए पाकिस्तान से आया था मैसेज, अमरिंदर का बड़ा आरोप
राहुल ने जालंधर को क्यों चुना?
जालंधर के पास बल्लां स्थित डेरा सचखंड रविदास बिरदारी का सबसे महत्वपूर्ण स्थान है। बिरादरी के सभी फैसले यहीं से होते हैं। डेरे ने वाराणसी में गुरु रविदास जी के जन्मस्थान पर धार्मिक स्थल का निर्माण कराया है। हर साल रविदास जयंती पर बड़ी तादाद में श्रद्धालुओं को वाराणसी ले जाया जाता है। जालंधर के पास नूरमहल स्थित संस्थान का प्रभाव पंजाब ही नहीं, देश के कई हिस्सों में है। विदेश में भी इसकी शाखाएं हैं।
क्यों अहम रविदासिया समुदाय
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब में दलितों (SC) में 39 उपवर्ग हैं। इनमें भी 5 उपवर्ग ऐसे हैं, जिनमें 80% दलित आबादी (SC Population) आ जाती है। इनमें 5 उपवर्गों में भी 30% मजहबी सिखों के बाद दूसरे सबसे बड़े रविदासिया हैं। उनकी आबादी 24 प्रतिशत के करीब है। ज्यादातर रविदासिया पंजाब के दोआबा इलाके में पाए जाते हैं। इस क्षेत्र में जालंधर, होशियारपुर, नवांशहर, कपूरथला जैसे जिले आते हैं।
Punjab Election 2022 : दिल दा मामला है… देखिए भगवंत मान पर AAP-कांग्रेस में वीडियो वॉर
दोआबा के 4 जिलों की 22 सीटों पर प्रभाव
2011 की जनगणना के मुताबिक पंजाब में वोटर्स की संख्या करीब 2.12 करोड़ है। इसमें से 50 लाख से ज्यादा यानी करीब 25 फीसदी डेरों से जुड़े हैं। पूरे पंजाब में करीब 32 फीसदी जनता दलित है। 52 लाख की आबादी वाले दोआबा में जालंधर, होशियारपुर, नवांशहर और कपूरथला जिले आते हैं। यहां लगभग 20 लाख लोग यानी 37 फीसदी प्रतिशत दलित आबादी है। इसमें भी करीब 12 लाख लोग रविदासिया समुदाय से आते हैं। पंजाब की 22 विधानसभा सीटों पर रविदासिया समाज का सीधा असर है। इसमें जालंधर की 9, होशियारपुर की 6, नवांशहर की 3 और कपूरथला जिले की 4 विधानसभा सीटें शामिल हैं। यहां दलित समाज और डेरा सचखंड बल्लां के अनुयायियों की तादाद लाखों में है।
Bhagwant Mann CM Candidate: AAP ने बनाया पंजाब में मुख्यमंत्री पद का चेहरा, जानिए भगवंत मान की पूरी कहानी
पंजाब में 20 फरवरी को वोटिंग, 10 मार्च को रिजल्ट
पंजाब की सभी 117 सीटों पर 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। 10 मार्च को नतीजे आएंगे। नोटिफिकेशन 25 जनवरी को जारी किए जाएंगे। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 1 फरवरी होगी। नामांकन पत्रों की जांच 2 फरवरी को की जाएगी। नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 4 फरवरी होगी।
राहुल गांधी (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
- पंजाब में 20 फरवरी को 117 सीटों पर मतदान
- जालंधर से अभियान शुरू कर रहे हैं राहुल गांधी
- कांग्रेस ने किसी को अपना सीएम चेहरा नहीं बनाया
- दोआबा की 22 सीटों पर रविदासिया समुदाय अहम
सबसे पहले दरबार साहिब में नतमस्तक होंगे राहुल
राहुल गांधी अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरने के बाद दरबार साहिब में नतमस्तक होंगे। इसके बाद वह सभी 117 प्रत्याशियों के साथ लंगर सेवा में भाग लेंगे। दरबार साहिब के बाद राहुल गांधी दुर्गयाणा मंदिर और भगवान वाल्मीकि तीर्थ स्थल पर जाएंगे। इस दौरान कांग्रेस के सभी 117 प्रत्याशी उनके साथ होंगे। राहुल गांधी सड़क मार्ग से जालंधर जाएंगे। जालंधर में वह ‘पंजाब फतेह’ के नाम से आयोजित एक वर्चुअल रैली को संबोधित करेंगे।
2017 में अमृतसर के मजीठा से शुरू किया था अभियान
2017 में राहुल गांधी ने अमृतसर जिले के मजीठा विधानसभा क्षेत्र में चुनावी रैली को संबोधित करके चुनाव प्रचार अभियान शुरू किया था। उस समय वहां पर कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया गया था। इस बार कांग्रेस के समीकरण बदले हुए हैं। राहुल गांधी पर मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने के लिए पूरा दबाव है। यहां नवजोत सिद्धू, चरणजीत सिंह चन्नी मुख्यमंत्री फेस के रूप में काम कर रहे हैं। बहरहाल, कांग्रेस की चुनावी रणनीति किस तरफ चलेगी इसका ऐलान जालंधर से हो सकता है। पार्टी ने किसी को भी सीएम फेस ना घोषित करते हुए सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कही है।
Video: सिद्धू को मंत्री बनवाने के लिए पाकिस्तान से आया था मैसेज, अमरिंदर का बड़ा आरोप
राहुल ने जालंधर को क्यों चुना?
जालंधर के पास बल्लां स्थित डेरा सचखंड रविदास बिरदारी का सबसे महत्वपूर्ण स्थान है। बिरादरी के सभी फैसले यहीं से होते हैं। डेरे ने वाराणसी में गुरु रविदास जी के जन्मस्थान पर धार्मिक स्थल का निर्माण कराया है। हर साल रविदास जयंती पर बड़ी तादाद में श्रद्धालुओं को वाराणसी ले जाया जाता है। जालंधर के पास नूरमहल स्थित संस्थान का प्रभाव पंजाब ही नहीं, देश के कई हिस्सों में है। विदेश में भी इसकी शाखाएं हैं।
क्यों अहम रविदासिया समुदाय
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब में दलितों (SC) में 39 उपवर्ग हैं। इनमें भी 5 उपवर्ग ऐसे हैं, जिनमें 80% दलित आबादी (SC Population) आ जाती है। इनमें 5 उपवर्गों में भी 30% मजहबी सिखों के बाद दूसरे सबसे बड़े रविदासिया हैं। उनकी आबादी 24 प्रतिशत के करीब है। ज्यादातर रविदासिया पंजाब के दोआबा इलाके में पाए जाते हैं। इस क्षेत्र में जालंधर, होशियारपुर, नवांशहर, कपूरथला जैसे जिले आते हैं।
Punjab Election 2022 : दिल दा मामला है… देखिए भगवंत मान पर AAP-कांग्रेस में वीडियो वॉर
दोआबा के 4 जिलों की 22 सीटों पर प्रभाव
2011 की जनगणना के मुताबिक पंजाब में वोटर्स की संख्या करीब 2.12 करोड़ है। इसमें से 50 लाख से ज्यादा यानी करीब 25 फीसदी डेरों से जुड़े हैं। पूरे पंजाब में करीब 32 फीसदी जनता दलित है। 52 लाख की आबादी वाले दोआबा में जालंधर, होशियारपुर, नवांशहर और कपूरथला जिले आते हैं। यहां लगभग 20 लाख लोग यानी 37 फीसदी प्रतिशत दलित आबादी है। इसमें भी करीब 12 लाख लोग रविदासिया समुदाय से आते हैं। पंजाब की 22 विधानसभा सीटों पर रविदासिया समाज का सीधा असर है। इसमें जालंधर की 9, होशियारपुर की 6, नवांशहर की 3 और कपूरथला जिले की 4 विधानसभा सीटें शामिल हैं। यहां दलित समाज और डेरा सचखंड बल्लां के अनुयायियों की तादाद लाखों में है।
Bhagwant Mann CM Candidate: AAP ने बनाया पंजाब में मुख्यमंत्री पद का चेहरा, जानिए भगवंत मान की पूरी कहानी
पंजाब में 20 फरवरी को वोटिंग, 10 मार्च को रिजल्ट
पंजाब की सभी 117 सीटों पर 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। 10 मार्च को नतीजे आएंगे। नोटिफिकेशन 25 जनवरी को जारी किए जाएंगे। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 1 फरवरी होगी। नामांकन पत्रों की जांच 2 फरवरी को की जाएगी। नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 4 फरवरी होगी।
राहुल गांधी (फाइल फोटो)