Punjab Assembly: भारी हंगामे के बीच सीएम भगवंत मान ने पेश किया विश्वास प्रस्ताव, बीजेपी-कांग्रेस पर भड़के, जानिए पंजाब असेंबली में क्या हुआ

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Punjab Assembly: भारी हंगामे के बीच सीएम भगवंत मान ने पेश किया विश्वास प्रस्ताव, बीजेपी-कांग्रेस पर भड़के, जानिए पंजाब असेंबली में क्या हुआ

Punjab Assembly: भारी हंगामे के बीच सीएम भगवंत मान ने पेश किया विश्वास प्रस्ताव, बीजेपी-कांग्रेस पर भड़के, जानिए पंजाब असेंबली में क्या हुआ

चंडीगढ़: बीजेपी पर ‘ऑपरेशन लोटस’ की कोशिश के आरोपों के बीच भगवंत मान सरकार ने पंजाब विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया। इस दौरान विधानसभा में जबरदस्त हंगामा हुआ। कांग्रेस विधायकों ने स्पीकर मुर्दाबाद के नारे लगाए जिसके बाद स्पीकर कुलतार सिंह संधवान ने कांग्रेस विधायकों को बाहर करने का फरमान सुनाया। भारी हंगामे के बीच विश्वास प्रस्ताव पेश करते हुए भगवंत मान ने कहा कि कांग्रेस बीजेपी के ‘ऑपरेशन लोटस’ का समर्थन कर रही है। इसी के साथ एक दिवसीय विधानसभा सत्र 3 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है। अब सोमवार को विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होगी।

सीएम भगवंत मान ने 22 सितंबर को विशेष सत्र बुलाया था लेकिन तब गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने इसकी इजाजत नहीं थी। इसे लेकर पंजाब सरकार और राज्यपाल के बीच खींचतान भी हुई और आखिरकार गवर्नर ने 27 सितंबर को सत्र की अनुमति दी थी।

कांग्रेस ने लगाए स्पीकर मुर्दाबाद के नारे
सीएम भगवंत मान के विश्वास प्रस्ताव लाने के दौरान विधानसभा में काफी हंगामा हुआ। सत्र के दौरान कांग्रेस विधायकों ने स्पीकर मुर्दाबाद के नारे लगाए। इसके बाद स्पीकर संधवान ने मार्शल से सभा की कार्यवाही में व्यवधान डालने वाले कांग्रेस विधायकों को बाहर करने को कहा। पंजाब सीएम भगवंत मान ने कहा, ‘पंजाब के 3 करोड़ आबादी का हमारे ऊपर भरोसा है। कांग्रेस बीजेपी के ऑपरेशन लोटस का समर्थन कर रही है। इनके विधायक चर्चा से भाग रहे हैं।’

‘बीजेपी चाहती है कि हर जगह सत्ता में वही रहे’
भगवंत मान ने ऑपरेशन लोटस को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये सोचती है कि वही हर जगह सत्ता में रहे। सदन में विश्वास प्रस्ताव पेश करने पर कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि सरकार को विश्वास प्रस्ताव लाने का कोई हक नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से लाया जा रहा यह प्रस्ताव संविधान के खिलाफ है। कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने जैसे ही बोलना शुरू किया तो विपक्ष ने खूब हंगामा किया और उन्हें बोलने से रोक दिया गया।

117 सदस्यीय विधानसभा में आम आदमी पार्टी के 92 विधायक हैं। हालांकि पार्टी का दावा है कि बीजेपी और इसका सेंट्रल हाईकमान राज्य सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है। आप ने आरोप लगाया था कि बीजेपी ने उसके 10 विधायकों से संपर्क कर उन्हें पंजाब सरकार को गिराने के लिए 25 करोड़ रुपये का ऑफर दिया था।

3 अक्टूबर तक बढ़ाया गया सत्र
सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई। इसके बाद दिवगंत नेताओं के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया। स्पीकर कुलतार सिंह संधवान ने कहा कि हाउस बिजनस अडवाइजरी कमिटी ने 3 अक्टूबर तक सत्र बढ़ाने का फैसला किया है।

गौरतलब है कि पंजाब सरकार ने गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित को बताया था कि सत्र में पराली जलाने, जीएसटी और बिजली आपूर्ति से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। आम आदमी पार्टी ने दिन की कार्यवाही के लिए सदन की बैठक से पहले अपने सभी विधायकों की बैठक बुलाई थी। कुछ विधायकों का कहना था कि सदन में सभी विधायकों की मौजूदगी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है हालांकि पार्टी की ओर से आधिकारिक रूप से कोई विप जारी नहीं किया गया।

राज्यपाल और सरकार के बीच चली थी खींचतान
पंजाब के विधानसभा सेशन को लेकर राजभवन और आप सरकार के बीच कई दिनों तक खींचतान के बाद राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने रविवार को 27 सितंबर को सदन आहूत करने की मंजूरी दे दी थी। सत्र के दौरान उठाए जाने वाले मुद्दों के बारे में राज्यपाल को आप सरकार की ओर से सूचित किए जाने के एक दिन बाद उन्होंने सत्र आहूत करने की मंजूरी दी।

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