जिन्ना की तस्वीर से पनपे विवाद पर एएमयू में चली लाठियां ,तीन छात्र घायल

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पाकिस्तानी संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की एक तस्वीर से शुरू हुए विवाद ने अब तूल पकड़ ली हैl

क्या है पूरा विवाद
दरअसल उत्तर प्रदेश के अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में छात्र संघ भवन में लगी हुई मोहम्मद अली जिन्ना की एक तस्वीर ने रातों-रात एएमयू को अखबारों और  न्यूज़ चैनल्स की सुर्ख़ियों में शामिल कर दिया l जिसके बाद अलीगढ से भारतीय जनता पार्टी के सांसद सतीश गौतम ने यूनिवर्सिटी के VC (वाईस चांसलर ) तारिक मंसूर से इस घटना पर  ख़त लिख कर लिखित में जवाब माँगा है l गौतम ने कहा कि मुझे नही पता ये तस्वीर यूनिवर्सिटी में कहा से आई ,लेकिन मेरा प्रश्न ये है कि ये तस्वीर वहां क्यों लगाई गयी ? साथ ही साथ उन्होंने तारिक को सलाह भी दे डाली ,उन्होंने कहा कि अगर आप विश्वविद्यालय के परांगन में किसी की  तस्वीर लगाना ही चाहते है तो ,पाकिस्तानी संस्थापक कि जगह महेंद्र प्रताप सिंह जैसे महान लोगो की तसवीरें लगाईये जिन्होंने इस विश्वविद्यालय के ज़मीन दान में दी थी l जिस पर जवाब देते हुए पूर्व AMUSU अध्यक्ष फैज़ल हसन ने कहा ,कि जिन्ना की तस्वीर आज़ादी से पहले 1938 में यहाँ  लगाई गयी थी l 1947 से पहले जिन्ना को लाइफ टाइम मेम्बरशिप से सम्मानित किया गया था l

हिन्दू युवा वाहिनी और एएमयू छात्रों के बीच टकराव
आपको बता दें कि ,बीती रात इस विवाद ने एक हिंसक रूप ले लिया l हिन्दू युवा वाहिनी भी अब इस विवाद में कूद चुकी है l संगठन के  कार्यकर्ताओं ने बीती बीते बुद्धवार (2 मई ) को जिन्ना का पुतला फूंका l इस घटना के बाद हिन्दू वाहिनी संगठन और एएमयू छात्रों के बीच टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गयी l दोनों गुट हाथापाई पर उतर आए ,लाठी और डंडे बहार निकल आए l घटना की जानकारी मिलते ही पुलिसकर्मी मौके पर वहां पहुंचे ,और स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस ने  लाठी चार्ज भी कियाl ताज़ा जानकारी के हिसाब से इसमें तीन छात्रों के घायल होने की खबर मिली हैl

AAMU university 1 news4social -

48 घंटे की मोहलत
आपको बता दें कि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वहां पत्थर बाज़ी भी कि गयी ,मौके की नजाकत को देखते हुए आरएएफ के जवानों को भी तैनात कर दिया गया है। आपको बता दें कि घटना उस वक़्त की है जब पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी एक कार्यक्रम में शिरकत करने एएमयू परिसर में ही मौजूद थे। बता दें कि हिंदू युवा वाहिनी ने जिन्ना की तस्वीर हटाने के लिए एएमयू प्रशासन को 48 घंटे की मोहलत देने का ऐलान किया था।