अंबेडकर को याद भी किया तो किस तरह, जगह-जगह हिंसा और तोड़ फोड़

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भारत के संविधान निर्माता डॉक्टर भीम राव अंबेडकर की आज यानी 14 अप्रैल को 127वीं जयंती है. अंबेडकर की जयंती पर देशभर में हर राजनीतिक दल अलग-अलग तरीकों से उन्हें श्रद्धांजलि देने की कोशिशों में जुटा है. देशभर की सभी पार्टियों के बीच बाबा साहब के प्रति सम्मान जताने की होड़ सी मची है. केंद्र की सत्ता में काबिज भाजपा करीब हर जिले में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित करेगी वहीं सपा भी हर जिले में अंबेडकर के प्रति सम्मान जताने के लिए एक विशेष कार्यक्रमों का आयोजन करेगी.

डॉक्टर भीम राव अंबेडकर का जीवन संघर्षों से भरा रहा था. माता-पिता की 14वीं संतान अंबेडकर बचपन में अनाथ हो गए. इससे उनका पूरा जीवन गरीबी में बीता. उन्होंने सामाजिक दुत्कार और बहिष्कार का सामना करना पड़ा. बहुत मेधावी होने के बावजूद उन्हें क्लास के बाहर रहकर पढ़ने को विवश होना पड़ा. जातीय जकड़बंदी और छुआछूत के शिकार होने के बावजूद आंबेडकर ने देश-विदेश में उच्च अध्ययन किया और कई विषयों में एमए किया.

आज देश भर में उनकी जयंती के अवसर पर कार्यक्रम और समारोह हो रहे हैं. उत्तर प्रदेश में भाजपा के महामंत्री विजय बहादुर पाठक ने बताया कि उनकी पार्टी अंबेडकर जयन्ती के मौके पर प्रदेश के सभी एक लाख 40 हज़ार बूथों पर कार्यक्रम आयोजित करेगी. इसके अलावा सभी जिला मुख्यालयों पर भी बड़े कार्यक्रम आयोजित होंगे.

इसी बीच खबर है कि पंजाब के अंबाला शहर में अंबेडकर जयंती के आयोजन को लेकर दलितों के दो गुट आपस में ही भिड़ गए. घटना अंबाला के नारायणगढ़ की है. जहां बृहस्पतिवार देर रात अंबेडकर भवन में बाबा साहब की प्रतिमा क्षतिग्रस्त कर दी गई. घटना का खुलासा शुक्रवार सुबह हुआ. घटना की सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया. वहीं दलित समुदाय ने अपने ही समुदाय के व्यक्ति सुदेश अंटवाल पर दंगा भड़काने के लिए मूर्ति क्षतिग्रस्त करने का आरोप लगाया है. अंबेडकर  भवन की कमेटी का कहना है कि सुदेश, अंबेडकर  जयंती पर निकाली जाने वाली शोभायात्रा में माहौल खराब कर दंगा भड़काना चाहता था. इस कारण उसने ही बाबा साहब की प्रतिमा क्षतिग्रस्त करायी.

हालांकि पुलिस ने अभी तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है, लेकिन उसके खिलाफ धार्मिक भावनाओं को भड़काने को ठेस पहुंचाने का केस दर्ज कर लिया है. अपनी शिकायत में अंबेडकर भवन कमेटी ने कहा है कि बृहस्पतिवार की रात भवन में रुकने वाले व्यक्ति की तबीयत खराब हो गई और वह अपने घर चला गया. इसी दौरान तड़के किसी शरारती तत्व ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा की बाजू और चेहरा क्षतिग्रस्त कर दिया. फिलहाल पुलिस अंबेडकर भवन में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रही है.

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उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के सीतुपर के बाद अब ग्रेटर नोएडा में अंबेडकर की मूर्ति तोड़ी गई है. घटना शुक्रवार की बताई जाती है, जहां रिछपाल गढ़ी में संविधान निर्माता की मूर्ति तोड़ दी गई. हालात के देखते हो हुए घटना स्थल पर सुरक्षा दस्ता तैनात किया गया है. एसपी (देहात) सुनीती सिंह ने कहा है कि अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कियागया है.

बता दें कि बीते दिनों में बाबा साहब समेत कई गणमान्य लोगों की प्रतिमाओं को देशभर में नुकसान पहुंचाया गया है. अंबेडकर जयंती को देखते हुए शासन इन घटनाओं को लेकर बेहद सतर्कता बरत रहा है. वहीं हाल ही में एससी एसटी अत्याचार निवारण कानून में हुए बदलावों और उसके बाद हुए बवाल को देखते हुए इस बार अंबेडकर  जयंती पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है. लगभग सभी राजनैतिक पार्टियां भी इस बार अंबेडकर  जयंती धूमधाम से मनाने की तैयारी कर रही हैं. दलितों की नाराजगी झेल रही भाजपा अंबेडकर जयंती पर पूरे देश में कई कार्यक्रमों का आयोजन करने जा रही है.