नई दिल्ली: तीन राज्यों में मिली करारी हार के बाद पीएम मोदी पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर जा रहें है. वाराणसी से पहले पीएम गाजीपुर जाएंगे.
पीएम मोदी की गाजीपुर यात्रा काफी अहम बताया जा रहीं है
बता दें कि पीएम मोदी की गाजीपुर यात्रा काफी अहम बताया जा रहीं है. क्योंकि उनकी कोशिश यहां के राजभर-पासी वोटों को साधने की है. उनकी इस यात्रा का स्थानीय सहयोगी दल विरोध कर रहें है. राज्य सरकार में सहयोगी भारतीय समाज पार्टी ने उनके कार्यक्रम में शामिल नहीं होने का फैसला है.
वाराणसी से पहले पीएम गाजीपुर जाएंगे जहां वह एक मेडिकल कालेज की आधारशिला रखने वाले है. वहां वह महाराजा सुहेलदेव पर एक डाक टिकट जारी करेंगे और आरटीआई मैदान पर जनसभा को संबोधित करेंगे. योगी सरकार के वरिष्ठ मंत्री और सुहेलदेव भाजपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर पहले ही ऐलान कर चुके है कि वह पीएम मोदी के इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे.
आरटीआई मैदान पर जनसभा को करेंगे संबोधित
भाजपा को उसकी एक अन्य सहयोगी पार्टी अपना दल (एस) से भी विरोध का सामना करना पड़ रहा है. अपना दल (एस) के अध्यक्ष आशीष पटेल ने मिर्जापुर में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान आरोप लगाया था कि एनडीए के बड़े घटक भाजपा की तरफ से छोटे दल अनदेखी महसूस कर रहें है. यूपी में 80 लोकसभा सीटों में से अपना दल की 15 से अधिक सीटों पर उपस्थिति है.
पीएम मोदी वाराणसी जाएंगे और यह पिछले दो महीने में अपने निर्वाचन क्षेत्र में उनकी दूसरा दौरा करेंगे. यहां पर 21 जनवरी से प्रवासी भारतीय दिवस होना है, जिसकी तैयारियां अपने अंतिम चरण में है. नरेंद्र मोदी ‘राष्ट्रीय बीज अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र’ के परिसर में ‘अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान’ और ‘दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र’ को राष्ट्र को समर्पित करेंगे.