PM Modi का भाषण सुनने मालासेर में उमड़ा जनसैलाब, Gurjar समाज और Rajasthan के बारे क्या कहा? यहां पढ़ें 10 बड़ी बातें

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PM Modi का भाषण सुनने मालासेर में उमड़ा जनसैलाब, Gurjar समाज और Rajasthan के बारे क्या कहा? यहां पढ़ें 10 बड़ी बातें

PM Modi का भाषण सुनने मालासेर में उमड़ा जनसैलाब, Gurjar समाज और Rajasthan के बारे क्या कहा? यहां पढ़ें 10 बड़ी बातें


भीलवाड़ा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को राजस्थान के भीलवाड़ा स्थित मालासेरी पहुंचे। प्रधानमंत्री यहां भगवान देवनारायण जयंती पर अपनी धार्मिक यात्रा पर पहुंचे थे। पीएम मोदी ने मंदिर में भगवान देवनारायण के दर्शन के बाद जनसभा को संबोधित किया। उन्हें सुनने के लिए भारी जनसैलाब मालासेरी में उमड़ा था। अपने 30 मिनट के संबोधन में पीएम नरेन्द्र मोदी ने राजस्थान, किसान, गुर्जर समाज, पशुधन, साधु-संत और बिजोलिया का किसान आंदोलन और वीर सेनानियों के बारे में भी बात की। यहां पढ़ें, प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी के मालासेरी में भाषण की प्रमुख बातें…

चौकीदार गाना, मोदी का राजस्थानी साफा और मालासेरी डूंगरी पर जनसैलाब

पीएम मोदी जब मंच पर पहुंचे तो ‘चौकीदार चौकीदार, मैं हूं देश का चौकीदार’ गाना बजाया गया। राजस्थानी परम्परा से साफा पहनाकर उनका स्वागत पुजारी हेमराज गुर्जर ने किया। यहां केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल भी मंच पर मौजूद थे। जनसैलाब में मोदी मोदी के नारों गी गूंज के बीच पीएम मोदी का भाषण शुरू हुआ।

एक यात्री के रूप में आशीर्वाद लेने आया हूं

एक हाथ में संविधान, दूसरे हाथ में धर्म ध्वजा लेकर राष्ट्र को विश्व गुरू के आशन पर बैठाने को आतुर है। अन्याय का प्रतिहार मालासेरी डूंगरी की, साडू माता की, सवाई भोज महाराज की, देवनारायम भगवान की दो दो बार जय बोली, साडू माता गुर्जरी की तपोभूमि, म्हारो प्रणाम, श्री हेमराज जी गुर्जर, सुरेश दास, दीपक पाटिल, रामप्रसाद दाभाई, अर्जुन मेघवाल, सुभाष मेहरिया जी, भगवान देवरारायण का बुलावा आया तो मौका छोड़ सकता है क्या, आप ये मानिए, यहां कोई प्रधानमंत्री नहीं आया, मैं पूरे (मोदी, मोदी) पूरे भक्ति भाव से आप ही की तरह एक यात्री के रूप में आशीर्वाद लेने आया हूं, अभी मुझे यज्ञशाला में पूर्णाहुति देने का सौभाग्य मिला, मेरे लिे यह भी सौभाग्य का विषय है कि आपके बीच आकर भगवान देवनारायम और आप सब भक्तों का आशीर्वाद प्राप्त करने का पुण्य प्राप्त हुआ. दोनों के दर्शन करके में मैं आज धन्य हो गया, देशभर से पधारे सभी भक्तों की भांति मैं भगवान से अनवरत राष्ट्र सेवा के लिए गरीबों के कल्याण के लिए आशीर्वाद मांगने आया हूं।

साथियों ये भगवान देवनारायमण का 1111वीं अवतरण दिवस है, सप्ताहभर से यहां समारोह चल रहे हैं। जितना बड़ा यह अवसर है, उतनी ही बड़ी भागीदारीर गुर्जर समाज ने सुनिश्चित की है। इसके लिए मैं आप सभी को बधाई देता हूं, समाज के प्रत्येक व्यक्ति के सहयोग के लिए प्रार्थना करता हूं, दुनिया की अनेक सभ्यताएं समय के साथ समाप्त हो गई, परिस्थितों के साथ खुद को ढाल नहीं पाई, भारत को भी भौगोलिक, सामाजिक, वैचारिक रूप से तोड़ने के बहुत प्रयास हुए, लेकिन भारत को कोई भी ताकत समाप्त नहीं कर पाई। भारत एक सिर्फ भूभाग नहीं है, बल्कि ये समृदि की अभिव्यक्ति है, आज भारत अपने वैभवशाली भविष्य की नींव रख रहा है। इसके पीछे सबसे बड़ी प्रेरणा किसकी है…. किसके आशीर्वाद से भारत अजर है, अटल है, अमर है… यह शक्ति देश के कोटी कोटी जनों की है, समाज शक्ति की बहुत बड़ी भूमिका रही है.

हमारा यह बड़ा सौभाग्य रहा है कि भगवान देवनारायम भी ऊर्जा पूंज थे, जिन्होंने अत्याचार से हमारे जीवन की रक्षा की, मात्र की 31 वर्ष की आयु बिताकर जनमानस में अमर हो जाना सर्वसिद्ध अवतार के लिएही संभव है, उनहोंने समजा में फैली बुराइयों को दूर किया, समरसता का भाव फैलाया, समाज के विभिन्न वर्गों को साथ जोड़कर आदर्शन व्यवस्था स्थापित करने की दिशा में काम किया, इसीलिए हर वर्ग में श्रद्धा है, आस्था है, इसलिए भगवान देवनारायम लोगजीवन में परिवार के मुखिया की तरह है, उनके साथ परिवार का सुखदुख बांटा जाता है, भाईयों और बहिनों उन्होंने हमेशा सेवा और जनकल्याम को प्राथमिकता दी, यही प्रेरणा लेकर हम जाते हैं।

सुख सुविध के बजाय उनहोंने सेवा और जनकल्याण का कठिन मार्ग चुना, अपनी ऊर्जा का उपयोग भी उन्हों ने जनकल्याण के लिए किया, भला जी भला, देव भला… इसी उद्धोष में भले की कामना है, कल्याण की कामना है, भगवान देव नारायण ने जो रास्ता दिखाया है, वह सबके विकास का है, आज देश इसी रास्ते पर चल रहा है, बीते 8-9वर्षों से देश समाज के उस वर्ग को सशक्त करने का प्रयास कर रहा है, जो उपेक्षित रहा है, वंचित रहा है, वचितों को वरियता… यही मंत्र लेकर हम काम कर रहे हैं…. राशन मिलेगा या नहीं, कितना मिलेगा, यह सबकी चिन्ता होती है, आज सब को मुफ्त मिलरहा है, अस्पताल मे इलाज की चिनता को भी आयुष्मान भारत योजना से दूर कर दिया है, गरीब के घर, टॉयलेट, चिन्ता दूर कर रहे हैं, बैंक के दरवाजे सभी के लिए खुल गए हैं, पानी का क्या महत्व होता है, यह राजस्थान से बेहतर भला कौन जान सकता है, लेक16 करोड़ से लोगों को पानी के लिए संघर्ष करना पड़ता था, अब 11 करोड़ से ज्यादा परिवारों तक पाइप से पानी पहुंचने लगा है, देश में किसानों के खेत तक पानी पहुंचाने का काम व्यापक स्तर पर हो रहा है, सिंचाई के किसान को हर संभव मदद दी जा रही है, छोटा किसान कभी सरकारी मदद के लिए तरसता था, उन्हें भी पीएम किसान सम्मान निधि के, राजस्थआन में 15 हजार करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खातों में सीधे रुपए भेजे गए हैं,

भगवान देव नारायण ने गौ सेवा को समाज सेवा का मार्ग बनाया था, हमारे यहा पशुओं में खुरपखा, मुंहपखा, इससे मुक्ति के लिए बहुत बड़ा अभियान चल रहा है, देश में पशुकल्याण केलिए राष्ट्रीय कामधेनू आयोग बनाया गया है, राष्ट्रीय गोकुल मिशन से वैज्ञानिक तरीके से पशु,,,, पशुधन हमारी आस्था का ही नहीं हमारी ग्रामीण अर्थतंत्र का भी मजबूत हिस्सा है, इसलिए पहली बार पशुपालकों के लिए भी किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा दी गई है, गौ वर्धन योजना चल रही है, कचरे को कंचन में बदलने का काम चल रहे हैं, डेयरी प्लांट गोबर से ही चले, इसके प्रयास चल रहे हैं, पिछले वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर पंच प्रणों पर चलने का आग्रह किया था, ….

राजस्थान तो धरोहरों की धरती है, यहां सृजन है, उत्साह और उत्सव भी है, परिश्रम और परोपकार भी है, शौर्य यहां घर घर के संस्कार है, रग और राग राजस्थान के पर्याय है, उतना ही महत्व, यहां के जन जन के संघर्ष और संयम का भी है, ये प्रेरणा स्थली भारत के अनैक गौरवशाली पलों की व्यक्तित्वों की साक्षी रही है, तेजा जी से पाबू तक गोगा जी से रामदेवजी तक, बप्पा रावल से महाराणा प्रताप तक, यहां के महापुरुषों, जननायकों, लोकदेवताओं और समाज सुधारकों ने हमेशा देश को रास्ता दिखाया है। इतिहास का शायद ही कोई कालखंड है जिसमें इस मिट्टी में राष्ट्र को प्रेरणा नहीं दी हो, इसमें भी गुर्जर समाज शौर्य, पराक्रम और देशभक्ति का पर्याय रहा है, राष्ट्र रक्षा हो या संस्कृति की रक्षा… गुर्जर समाज ने हर कालखंड में प्रहरी की भूमिका निभाई है, क्रांतिवीर भूप सिंह गुर्जर, जिन्हे विजय सिंह पथिक के नाम से जाना जाता है, उनके नेतृत्व में बिजोलिया का किसान आन्दोलन आजादी के लड़ाई में बड़ी प्रेरणा था, कोतवाल धनसिंह औरजोगराज सिंह जी, ऐसे योद्धा रहे हैं जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन दे दिया, इतना हीनहीं रामप्यारी गुर्जर, पन्नाधाय गुर्जर जैसी नारी शक्ति की ऐसी महान प्रेरणाएं हुई हमें हर पल प्रेरित करती है, यह दिखाता है कि गुर्जर समाज की बहिनों ने बेटियों ने कितना बड़ा योगदान देश और संस्कृति की सेवा में दिया है, यह देश का दुर्भाग्य है कि ऐसे अनगिनित सेनानियों को हमारे इतिहास में वो स्थान नहीं मिल पाया जिनके वे हकदार थे, जो उन्हें मिलना चाहिए था. आज का यह भारत उन भूलों को सुधार रहा है, भारत के विकास में जिसका भी योगदान रहा, उसे सामने लाया जा रहा है, आज गुर्जर समाज की जो नई पीढी है, जो युवा है वो भगवान देव नारायण की संदेश को आगे बढा, उनकी शिक्षाओं को और मजबूती से आगे बढाएं, ये गुर्जर समाज को भी सशकत करेगा और देश को आगे बढाने में भी मदद मिलेगी,

21वीं सदी का यह कालखंड भारत के विकास के लिए, राजस्थान के विकास के लिए बहुत अहम है, हमें एकजुट होकर देश के विकास के लिए काम करना है, आज पूरी दुनिया भारत की ओर बहुत उम्मीदों से देख रही है, भारत ने जिस तरह पूरी दुनिया को अपना सामर्थ्य दिखाया है, अपना दमखम दिखाया है, उसने शूरवीरों की इस धरता का गौरव बढाया है, आज भारत दुनिया के बड़े मंच पर अपनी बात डंके की चोट पर कहता है,

आज भारत दूसरे दशों पर अपनी निर्भरता कम कर रहा है, इसलिए ऐसी हर बात जो हम देशवासियों की एकता के खिलाफ है, उससे हमें दूर रहना है, हमें अपने संकल्पों की सिद्ध कर दुनिया की उम्मीदों पर खरा उतरना है, मुझे पूरा विश्वास है कि भगवान देवनारायण के आशीर्वाद से जरूर सफल होंगे, हम कड़ा परिश्रम करेंगे, सब मिलकर के करेंगे, सबके प्रयास से सिद्ध प्राप्त होके रहेगी, और यह भी देखिए, कैसा संजोग है भगवान देवनारायण जी के 1111वां अवतरण वर्ष उसी समय भारत की जी20 की अध्यक्षता और उसमें भी भगवान का अवतरण कमल पर हुआ था, और जी20 का जो लोगो है, उसमें भी कमल केऊपर पूरी पृथ्वी को बैठाया गया है।

ये भी बड़ा संयोग है, और हम तो वो लोग हैं जो पैदाइस भी कमल के साथ हुई है, और इसलिए हमारा आपका नाता कुछ गहरा है, लेकिन मैं, पूज्य संतों को प्राणाम करता हूं, जो इतनी बड़ी संख्या में आशीर्वाद देने यहां आए हैं। मैं समाज का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं कि एक भक्त के रूप में मुझे यहां बुलाया, भक्तिभाव से बुलाया, यह सरकारी काकार्यक्रम नहीं है, पूरी तरह समाज की भक्ति ने मुझे प्रेरित किया और मैंआपके बीच पहुंच गया, मैरी आप सब को अनेक अनेक शुभकामनाएं है, जय देव दरबार, जय देव दरबार, जय देव दरबार।

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