Parshuram Chaturvedi : कौन था वह शख्स, जिसके लिए फूट-फूटकर रो पड़े केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे

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Parshuram Chaturvedi : कौन था वह शख्स, जिसके लिए फूट-फूटकर रो पड़े केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे

Parshuram Chaturvedi : कौन था वह शख्स, जिसके लिए फूट-फूटकर रो पड़े केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे


पटना:केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे सोमवार को पटना में पत्रकारों से बात कर रहे थे। अचनाक कैमरे के सामने फूट-फूटकर रोने लगे। वहां मौजूद पत्रकारों को कुछ भी समझ में नहीं आया कि आखिर हुआ क्या। सभी पत्रकार सोचने लगे कि मंत्री जी को क्या हुआ। थोड़ी देर बाद खुद मंत्री जी ने बताया कि वे क्यों दुखी हैं। अश्विनी चौबे ने बताया कि बक्सर में 92 दिनों से किसान अपनी जमीन के उचित मुल्य और मुआवजे की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। धरने पर बैठे हैं। अश्विनी चौबे के अनुसार, परशुराम चौबे चार दिनों से भूखे-प्यासे अमरण अनशन पर बैठे थे। इसी बीच किसानों के समर्थन में और केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे के ऊपर किए गए कथित तौर पर हमले के विरोध में भारतीय जनता पार्टी ने आक्रोश मार्च निकाला था। इसी दौरान बीजेपी नेता परशुराम चतुर्वेदी मूर्छित होकर गिर पड़े। इसके बाद उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई।

कौन थे परशुराम चतुर्वेदी?

आक्रोश मार्च के दौरान बीजेपी नेता की मौत की खबर के बाद सियासी गलियारे में सनसनी फैल गई। डॉक्टरों की माने तो बीजेपी नेता परशुराम चतुर्वेदी की हार्ट अटैक से मौत हो गई। उन्हें हार्ट आटैक आया था। बताया जा रहा है कि फिलहाल कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है। बता दें कि परशुराम चतुर्वेदी साल 2020 में बक्सर विधानसभा से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके थे। हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। बीजेपी में काफी दिनों से सक्रिय थे। परशुराम चतुर्वेदी राजनीति में आने से पहले बिहार पुलिस में थे। एसआई पद से वीआरएस लेने के बाद वे बीजेपी में शामिल हो गए थे। बक्सर में बीजेपी के सक्रीय कार्यकर्ता के तौर पर काम कर रहे थे।

बता दें कि बक्सर में किसानों पर हुए लाठीचार्ज और स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे पर कथित हमले के विरोध में बीजेपी ने आक्रोश मार्च निकाला था। बताया जा रहा है कि भगत सिंह पार्क पहुंचने के कुछ वक्त बाद ही बीजेपी नेता मूर्छित होकर गिर पड़े थे। उनकी मौत की खबर मिलते ही बीजेपी नेता दुखी हैं। परशुराम चतुर्वेदी की मौत की खबर मिलते ही केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे पत्रकारों के सामने आये। पत्रकारों से बात करते-करते रोने लगे। उन्होंने कहा कि परशुराम चतुर्वेदी ने किसानों के लिए बलिदान दी है। मन बहुत दुखी है। इसलिए खुद को रोक नहीं पाए।

92 दिनों से धरने पर बैठे हैं किसान

बता दें कि बिहार के बक्सर जिले के चौसा में करीब 10 हजार करोड़ की लागत से 1320 मेगावॉट का थर्मल पावर प्लांट का निर्माण हो रहा है। स्थानीय किसान मुआवजे की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर पांच दिन पहले विवाद भी हुआ था। किसानों ने आरोप लगाया था कि देर रात पुलिस घरों में घुसकर किसानों की पिटाई की थी। इसके बाद किसान सड़क पर उतर गए। इस दौरान किसानों ने पुलिस वैन में आग लगा दी थी। जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने फायरिंग की थी, जिसके बाद हालात और भी अधिक तनावपूर्ण हो गए हैं। अब इस पर सियासत शुरू हो गई है।

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