Panna: जुनून की जीत! हीरे की चाहत में बिक गई ढाई एकड़ जमीन, फिर भी नहीं डिगा मजदूर, सालों बाद किस्मत ने यू-टर्न लिया
पन्ना: सालों से एक हीरे की तलाश
पन्ना: मजदूर हुकमन अहिरवार की आर्थिक स्थिति नहीं थी। पन्ना में कई लोगों की किस्मत पलटते हुए उन्होंने देखा था। उनकी आंखों के सामने कई लोग खाकपति से लाखपति हो गए थे। ऐसे में हुकमन की चाहत उन्हें बेचैन कर रही थी। हुकमन ने एक छोटे खदान लेकर खनन शुरू की थी। सालों की मेहनत के बाद भी उन्हें हीरा नहीं मिल रहा था। हीरे की खोज में लगे रहने के कारण कर्ज भी बढ़ गया। इसके बाद हुकमन की स्थिति खराब हो गई।
पन्ना: सालों से एक हीरे की तलाश
पन्ना: मजदूर हुकमन अहिरवार की आर्थिक स्थिति नहीं थी। पन्ना में कई लोगों की किस्मत पलटते हुए उन्होंने देखा था। उनकी आंखों के सामने कई लोग खाकपति से लाखपति हो गए थे। ऐसे में हुकमन की चाहत उन्हें बेचैन कर रही थी। हुकमन ने एक छोटे खदान लेकर खनन शुरू की थी। सालों की मेहनत के बाद भी उन्हें हीरा नहीं मिल रहा था। हीरे की खोज में लगे रहने के कारण कर्ज भी बढ़ गया। इसके बाद हुकमन की स्थिति खराब हो गई।