ट्रांसजेंडर सशक्तिकरण की ओर पाकिस्तान ने बढ़ाया पहला कदम
भारत का पड़ोसी मुल्क या कह लीजिये चिर प्रतिद्वंदी पकिस्तान ने पहली बार ट्रांसजेंडर सशक्तिकरण के लिए एक बेहतरीन कदम उठाया है l पाकिस्तान के ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए रविवार ‘द जेंडर गॉर्डियन’ नाम से एक स्कूल खोला गया है जिसका उद्घाटन रविवार 14 अप्रैल को किया गया l एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) एक्सप्लोरिंग फ्यूचर फाउंडेशन (ईएफएफ) ने इसकी पहल की l यह ईएफएफ की इस तरह की पहली परियोजना हैl ईएफएफ के प्रबंध निदेशक मोइजाह तारिक ने कहा, “स्कूल में नामांकन कराने वाले ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों को हम कौशल आधारित प्रशिक्षण और पाठ्यक्रम उपलब्ध कराएंगेl
पाकिस्तान में खुला ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए स्कूल
उन्होने बताया कि , इनमें से अधिकांश ने कॉस्मेटिक, फैशन डिजाइनिंग, कढ़ाई और सिलाई सीखने के साथ फैशन उद्योग में दिलचस्पी दिखाई है, जबकि कुछ ने ग्राफिक डिजाइनिंग और पाक कला में रुचि दिखाई हैl स्कूल के संचालक आसिफ शहजाद ने कहा कि , 30 लोगों ने स्कूल में दाखिले के लिए नाम लिखाया हैl उन्होंने कहा, “इंडोनेशिया में 2016 में एक ट्रांसजेंडर स्कूल पर बम विस्फोट को देखकर मैं दहल गया थाl दुनिया में किसी इस्लामिक देश में इस तरह का यह पहला स्कूल था इसके बाद हमने उन्हें शिक्षित करने और उन्हें मुख्यधारा में लाने का फैसला कियाl
इस तरह के क़दमों से ट्रांसजेंडर समुदाय को अपनी भागीदारी का एहसास होगा , और उन्हें रोज़गार के अवसर मिलेंगे और वो सशक्त होंगे l
भारत में भी उठाये गए है कई कदम
इससे पहले ,भारत में भी इस तरह के कदम उठाये गये है , 30 दिसम्बर 2017 को केरला में देश का पहला “सहज इंटरनेशनल ” नामक ट्रांसजेंडर स्कूल खोला गया था l जिसका उद्घाटन ट्रांसजेंडर कार्यकार्ता ,लेखिका एवम अभिनेत्री कल्कि सुब्रमनियम ने किया था ,जो कि स्वयं एक ट्रांसजेंडर है l
समाज में पुरुष एवम महिला समुदाय के अलावा एक और लिंग है,जिसे हमारा समाज इंसान की श्रेणी में भी नही रखता l उनके अस्तित्व को सिरे से ख़ारिज कर दिया जाता है , लेकिन बदलते हुए वक़्त के साथ-2 नजरिया भी बदल रहा है l और बदल रही है लोगो कि रुढ़िवादी सोच l हमारे सामने हिजरा समुदाय के लोगो के कई ऐसे उदहारण है , जहाँ उन्होने अपने लिंग के पड़े अपनी एक अनोखी पहचान बनायी है l
दुनिया के लिए मिसाल बनी
1)मानबाई बंदोपाध्य – भारत की पहली ट्रांसजेंडर प्रिंसिपल
2)लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी -लक्ष्मी ट्रांसजेंडर अधिकारों के लिए कार्य करने वाली कार्यकर्ता ,एक हिंदी फिल्म अभिनेत्री और एक प्रशिक्षित भरतनाट्यम न्रित्यांगना है l लक्ष्मी पहली ट्रांसजेंडर थी जिन्होने , UN(2008) मे एशिया पेसिफिक का प्रतिनिधित्व किया l
3)मधु किन्नर -पहली ट्रांसजेंडर मेयर , इन्होने रायगढ़ में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और अपने विरोधी बीजेपी प्रतियाशी को भारी अंतर से हाराया था l
वक़्त बदल रहा है , और वक़्त के साथ -साथ हमे भी बदलना है l पुरुष, महिला और किन्नर केवल एक लिंग है , जिसके आधार पर किसी के मौलिक अधिकारों का हनन करना उचित नही है l