PAK vs NZ: क्रिकेट खेलने से पहले नियम क्यों नहीं याद कर लेता पाकिस्तान, दुनिया के सामने फिर होना पड़ा शर्मसार h3>
कराची: पाकिस्तान और न्यूजीलैंड (PAK vs NZ) के बीच कराची में टेस्ट सीरीज का पहला मैच खेला जा रहा है। पाकिस्तान ने पहली पारी में बाबर आजम की शतक की मदद से 438 रन बनाए। न्यूजीलैंड की टीम भी जवाब में दमदार खेल दिखा रही है। टॉम लाथम और केन विलियमसन की शतकीय पारी की मदद से टीम ने 500 रनों का स्कोर पार कर लिया है। इस बीच पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम बीमार हो गए और वह फील्डिंग नहीं कर रहे हैं।
कप्तानी करने लगे रिजवान
मोहम्मद रिजवान पाकिस्तान टीम के उपकप्तान है। लेकिन खराब फॉर्म की वजह से उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया। बाबर के बाहर जाने के बाद रिजवान मैदान पर आए। टीम मैनेजमेंट ने उन्हें कप्तानी की जिम्मेदारी देकर भेजा। वह आते ही फील्डिंग लगाने लगे और गेंदबाजों को निर्देश देते भी नजर आए। लेकिन इसके तुरंत बाद अंपायर ने उन्हें रोक दिया। क्योंकि यह नियम के खिलाफ है। इसके बाद सरफराज अहमद ने कप्तानी की भूमिका निभाई।
सब्स्टिट्यूट नहीं कर सकता कप्तानी
नियम के अनुसार कोई भी सब्स्टिट्यूट खिलाड़ी मैच में टीम की कप्तानी नहीं कर सकता है। एमसीसी के 24.1.2 नियम के अनुसार, सब्स्टिट्यूट खिलाड़ी मैच में कप्तानी नहीं कर सकता है। उसे गेंदबाजी करने की भी अनुमति नहीं होगी। सिर्फ अंपायरों की सहमति से वह विकेटकीपिंग कर सकता है। रिजवान ने एक बार डीआरएस लेने के लिए हाथ भी उठाया लेकिन तब तक सरफराज अहमद ने इशारा कर दिया था।
नियम की जानकारी नहीं
यह पहला मौका नहीं है जब नियम की जानकारी नहीं होने की वजह से पाकिस्तान का शर्मसार होना पड़ा है। टी20 वर्ल्ड कप 2022 में भारत के खिलाफ मैच के दौरान भी ऐसा हो चुका है। फ्री हिट पर विराट कोहली बोल्ड हो गए थे और इसके बाद उन्होंने तीन रन भाग लिये। पाकिस्तान की तरफ से कहा गया कि विकेट में लगने के बाद गेंद डेड हो जाती है। फिर विराट को तीन रन कैसे मिले। लेकिन गेंद तभी डेड होती है जब वह या तो विकेटकीपर या फिर बॉलर के हाथ में सेटल हो जाए। इसके अलावा बाउंड्री लाइन के बाहर जाने और बल्लेबाज के आउट होने पर उसे डेड करार दिया जाता है। अगर बल्लेबाज आउट नहीं है तो गेंद डेड नहीं होगी। विराट कोहली आउट नहीं थे।
कप्तानी करने लगे रिजवान
मोहम्मद रिजवान पाकिस्तान टीम के उपकप्तान है। लेकिन खराब फॉर्म की वजह से उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया। बाबर के बाहर जाने के बाद रिजवान मैदान पर आए। टीम मैनेजमेंट ने उन्हें कप्तानी की जिम्मेदारी देकर भेजा। वह आते ही फील्डिंग लगाने लगे और गेंदबाजों को निर्देश देते भी नजर आए। लेकिन इसके तुरंत बाद अंपायर ने उन्हें रोक दिया। क्योंकि यह नियम के खिलाफ है। इसके बाद सरफराज अहमद ने कप्तानी की भूमिका निभाई।
सब्स्टिट्यूट नहीं कर सकता कप्तानी
नियम के अनुसार कोई भी सब्स्टिट्यूट खिलाड़ी मैच में टीम की कप्तानी नहीं कर सकता है। एमसीसी के 24.1.2 नियम के अनुसार, सब्स्टिट्यूट खिलाड़ी मैच में कप्तानी नहीं कर सकता है। उसे गेंदबाजी करने की भी अनुमति नहीं होगी। सिर्फ अंपायरों की सहमति से वह विकेटकीपिंग कर सकता है। रिजवान ने एक बार डीआरएस लेने के लिए हाथ भी उठाया लेकिन तब तक सरफराज अहमद ने इशारा कर दिया था।
नियम की जानकारी नहीं
यह पहला मौका नहीं है जब नियम की जानकारी नहीं होने की वजह से पाकिस्तान का शर्मसार होना पड़ा है। टी20 वर्ल्ड कप 2022 में भारत के खिलाफ मैच के दौरान भी ऐसा हो चुका है। फ्री हिट पर विराट कोहली बोल्ड हो गए थे और इसके बाद उन्होंने तीन रन भाग लिये। पाकिस्तान की तरफ से कहा गया कि विकेट में लगने के बाद गेंद डेड हो जाती है। फिर विराट को तीन रन कैसे मिले। लेकिन गेंद तभी डेड होती है जब वह या तो विकेटकीपर या फिर बॉलर के हाथ में सेटल हो जाए। इसके अलावा बाउंड्री लाइन के बाहर जाने और बल्लेबाज के आउट होने पर उसे डेड करार दिया जाता है। अगर बल्लेबाज आउट नहीं है तो गेंद डेड नहीं होगी। विराट कोहली आउट नहीं थे।