Owl In One And Half Crore : डेढ़ करोड़ का एक उल्लू, तस्करी में डेप्युटी रेंजर का बेटा भी शामिल… जानें क्यों है इतनी कीमत

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Owl In One And Half Crore : डेढ़ करोड़ का एक उल्लू, तस्करी में डेप्युटी रेंजर का बेटा भी शामिल… जानें क्यों है इतनी कीमत

इंदौर : उल्लू की कीमत डेढ़ करोड़ (owl worth 1.5 crores) रुपये है। इंदौर पुलिस (indore crime branch caught rare owl) ने दुर्लभ प्रजाति के इस उल्लू के साथ कई लोगों को गिरफ्तार किया है। दाम सुनकर ही लोगों के होश उड़ गए हैं। इतने रुपये में शानदार लग्जरी कार आ जाती है। पुलिस की टीम ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से एक विलुप्त प्रजाति का कछुआ भी बरामद किया है। आरोपियों में वन विभाग के डिप्टी रेंजर का बेटा भी है। पुलिस ने पूरा मामला वन विभाग को सौंप दिया है। वन विभाग पूरे मामले की जांच कर रही है।


दरअसल, इंदौर क्राइम ब्रांच को मुखबिर से सूचना मिली थी कि ग्राम धतूरा के पास कुछ लोग दुर्लभ प्रजाति का उल्लू और कछुआ बेचने की फिराक में खड़े हैं। मुखबिर की सूचना पर क्राइम ब्रांच की टीम ने मौके पर दबिश दी और वहां से 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जब आरोपियों की तलाशी ली गई तो उनके पास से दुर्लभ प्रजाति का एक उल्लू और एक कछुआ मिला है। बाजार में बरामद कछुआ की कीमत डेढ़ करोड़ रुपये बताई जा रही है।

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क्राइम ब्रांच की टीम ने बताया कि सभी आरोपी उल्लू और कछुए को बेचने की फिराक में वहां खड़े थे लेकिन उससे पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गए। आरोपियों में एक आरोपी डिप्टी रेंजर का बेटा बताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस ने मामला वन विभाग का होने की वजह से वन विभाग को सौंप दिया है। पूरे मामले की जांच में जुट गया है।

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क्राइम ब्रांच के डीसीपी निमिष अग्रवाल ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि कुछ दुर्लभ प्रजाति के वन प्राणी को बेचने की कोशिश कर रहे हैं। इसी सूचना के आधार पर पकड़ा गया है। उनसे दुर्लभ प्रजाति का उल्लू मिला है। इसके बाद पांच लोगों वन विभाग को सुपुर्द किया गया है। वन विभाग ही आगे की कार्रवाई करेगी।

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गौरतलब है कि अंधविश्वास की वजह से उल्लू का प्रयोग लोग तांत्रिक प्रक्रियाओं के लिए करते हैं। इसकी वजह अंतरराष्ट्रीय बाजारों में इसकी मांग है। दुर्लभ प्रजाति के उल्लू को लोग मुंहमांगी कीमत देते हैं। अब देखना होगा कि वन विभाग की टीम इस मामले में जांच के बाद क्या कार्रवाई करती है।

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