Opposition Meet: नीतीश पर गरजे गिरिराज, गोबर-बालू-गंगाजल से प्रायश्चित करें; तारीख और वजह भी बताया

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Opposition Meet: नीतीश पर गरजे गिरिराज, गोबर-बालू-गंगाजल से प्रायश्चित करें; तारीख और वजह भी बताया

Opposition Meet: नीतीश पर गरजे गिरिराज, गोबर-बालू-गंगाजल से प्रायश्चित करें; तारीख और वजह भी बताया

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बीजेपी और केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों की महा जुटान की तारीख पर हो गई है। 12 जून को सभी विपक्षी दलों की महामीटिंग पटना में आयोजित होने की बात कही गई है। मीटिंग से पहले अभी से ही इस पर सियासत तेज हो गई है। बीजेपी के फायरब्रांड नेता केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार पर कांग्रेस के साथ मिल जाने को लेकर बड़ा हमला बोला है। 

गिरिराज सिंह ने कहा है कि नीतीश कुमार को अपनी गलतियों के लिए प्रायश्चित करना होगा। उन्होंने इसका तरीका भी बताया है और उपयुक्त तिथि की भी जानकारी दे दी।  बीजेपी नेता ने कहा है कि 12 जून को नीतीश कुमार अपने साथियों के साथ बैठक करें। लेकिन 25 जून को उन्हें प्रायश्चित भी करना होगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गाय का गोबर, बालू और गंगाजल ग्रहण कर प्रायश्चित करना नीतीश कुमार के लिए जरूरी हो गया है। 

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तल्ख तेवर में गिरिराज सिंह ने कहा है कि नीतीश कुमार 1974 के आंदोलन की उपज हैं। आपातकाल को लेकर जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में हुए आंदोलन से निकल कर आए हैं। जेपी जीवन भर कांग्रेस की नीतियों का विरोध करते रहे और आज नीतीश कुमार जेपी का शिष्य होने का दावा करते हुए कांग्रेस के साथ घूम रहे हैं। उन्होंने पूछा कि नीतीश कुमार किस मुंह से विपक्षी एकता की बात करेंगे। क्या वह आपातकाल वाले दिन भूल गए।  नीतीश प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं तो उन्हें 25 जून की तारीख को भी याद करना चाहिए।

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बेगूसराय में संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि नीतीश कुमार व्याकुल भारत हो गए हैं। व्याकुल होकर पूरे भारत का भ्रमण कर रहे हैं। उन्होंने नीतीश कुमार की विपक्षी एकता किनारे पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का बनने का ख्वाब देख रहे हैं। नीतीश कुमार सब कुछ भूल गए हैं। उन्हें आपातकाल के पूरे दिन याद नहीं जब जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में कांग्रेस के खिलाफ हुए आंदोलन में सिपाही बने थे। आज कांग्रेस के साथ मधुर बंद संबंध बनाने की बात कर रहे हैं लेकिन उन पर कांग्रेसी ठीक से भाव नहीं दे रहे हैं।

आखिर 25 जून को क्या हुआ था कि गिरिराज सिंह ने यही दिन नीतीश कुमार को प्रायश्चित के लिए सजेस्ट किया है। दरअसल यही वह तारीख थी जब तत्‍कालीन कांग्रेसी प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लागू करने का फैसला किया। आधी रात को देश पर आपातकाल थोपा गया।करीब दो सालों तक भारतवर्ष ने सरकार के दमन का ऐसा रूप देखा कि ब्रिटिश राज की याद आ गई। 

जेपी की रामलीला मैदान में रैली से इंदिरा गांधी पर इतना दवाब बढ़ा कि उन्‍होंने किया इमर्जेंसी लगाने का फैसला ले लिया। 25 जून 1975 की शाम को नई दिल्‍ली के रामलीला मैदान का नजारा देखने लायक था। उससे पहले रामलीला मैदान में एक साथ इतने लोग कभी नहीं जुटे थे। जेपी ने यहीं से प्रधानमंत्री इंदिरा से कुर्सी छोड़ने को कहा। जयप्रकाश नारायण ने सेना और पुलिस से  आह्वान किया कि सरकार के असंवैधानिक और अनैतिक आदेश मानने से इनकार करें। जेपी को जेल में डाल दिया गया।  तब नीतीश कुमार, लालू यादव जैसे लोग जयप्रकाश नारायण के साथ थे। 


 

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