Operation Sheesh Mahal PART-5: जितना बड़ा था पुराना आवास सीएम केजरीवाल के नए ‘महल’ में उतना बड़ा गार्डन!
केजरीवाल के बंगले का फ्लोर मैनेजमेंट कैसे होता है? Operation SheeshMahal के तीसरे पार्ट में देखिए
‘ऑपरेशन शीशमहल’ की पांचवीं कड़ी हिला देने वाली है। इसमें सैटेलाइट इमेजेस का इस्तेमाल करके कई बड़े चौंकाने वाले खुलासे किए गए हैं। 11 फरवरी 2022 की सैटेलाइट इमेज में दिखाया गया है कि केजरीवाल के नए ‘महल’ के सामने पुरानी बिल्डिंग का मलबा है। 17 मार्च की तस्वीरों में दिखता है कि पुरानी बिल्डिंग साफ ही कर दी गई। पुरानी वाली बिल्डिंग की जगह पर घास लगाई गई। दरअसल, यह नई बिल्डिंग के सामने बना लॉन है। आवास के कुछ एरिया का इस्तेमाल गाड़ियों की पार्किंग के लिए बना दिया गया। गार्डन के साथ लगा हुआ टेनिस कोर्ट भी तैयार कर दिया गया। इस तरह केजरीवाल का नया महल पुराने सीएम आवास से कहीं ज्यादा बड़ा और आलीशन है।
‘महल’ में पैसे की बर्बादी की आ चुकी है रिपोर्ट
ऑपरेशन शीशमहल में पहले ही बड़े खुलासे किए जा चुके हैं। इसमें बताया जा चुका है कि केजरीवाल के नए ‘महल’ में 8-8 लाख रुपये के पर्दे लगाए गए। 4-4 लाख रुपये के कमोड लगे। करोड़ों का मार्बल खपाया गया। यह मामला सीएम हाउस के रेनोवेशन के नाम पर 45 करोड़ रुपये के खर्च से जुड़ा है।
दिल्ली के एलजी ने मंगाई रिपोर्ट, AAP ने दी है चुनौती
इस ऑपरेशन के बाद दिल्ली में मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (BJP) केजरीवाल सरकार पर हमलावर है। वह केजरीवाल की ईमानदारी पर सवाल खड़े कर रही है। दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने इस पूरे मामले में 15 दिन के भीतर रिपोर्ट जमा करने के आदेश दिए हैं। यह और बात है कि आम आदमी पार्टी (AAP) ने इस आदेश को अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक करार दिया है। उसने कहा है कि उपराज्यपाल के पास ऐसा आदेश देने का अधिकार नहीं है।
इस घर को बनाने में अब कई तरह की अनियमितताओं के सवाल उठने लगे हैं। ऑपरेशन की पिछली कड़ियों में बताया जा चुका है कि केजरीवाल का नया घर 2 फ्लोर का है। इसमें 7 बेडरूम हैं। दो किचन हैं। आलीशान ड्राइंग रूम है। कभी खुद सीएम कहते थे कि उन्हें 4-5 कमरों से ज्यादा के मकान की जरूरत नहीं है। लेकिन, ऑपरेशन शीशमहल में केजरीवाल की कथनी और करनी में साफ फर्क दिखता है।