मोदी की तर्ज पर गहलोत ने पुष्कर सरोवर पर की महाआरती, पहली बार पुष्कर मेले के उद्घाटन में हुए शामिल, आयोध्या जैसा आयोजन
अजमेर : अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरयू की आरती की तर्ज पर मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी पुष्कर सरोवर पर महाआरती की। इसी के साथ उन्होंने विश्व विख्यात पुष्कर मेले का शुभारंभ किया। गहलोत ने पुष्कर सरोवर के ब्रह्म घाट पर पूजा अर्चना और सरोवर की महाआरती की। इस अवसर पर सवा लाख दीपकों के दीपदान में भी भाग लिया। सवा लाख दीपों से सरोवर जगमगा उठा। वहीं गहलोत ने ध्वजारोहण, विकास प्रदर्शनी, ब्रह्या मंदिर के विकास कार्यों का लोकार्पण भी किया। गहलोत ने इस दौरान स्थानीय प्रशासन की मेले को लेकर सराहना की।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उदयपुर से विशेष विमान के से किशनगढ़ एयरपोर्ट पहुंचे। जहां से हैलीकॉप्टर के जरिए पुष्कर में बनाए गए हैलीपेड पर आए। इसके बाद गहलोत ने मेला मैदान में मेले का ध्वजारोहण कर विधिवत शुभारम्भ किया। गहलोत ने पुष्कर मेला विकास प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के बाद इसका अवलोकन भी किया।
अजमेर स्मार्ट सिटी तथा अजमेर विकास प्राधिकरण के द्वारा करवाए गए विकास कार्यो का शुभारंभ भी किया गया। विकास प्रदर्शनी में विभिन्न विभागों के कार्यों को प्रदर्शित किया गया। मुख्यमंत्री गहलोत ने राजीविका के स्वयं सहायता समूहों के द्वारा उत्पादित वस्तुओं की बिक्री स्टॉलों का भी शुभारम्भ किया। इसके बाद उन्होंने ब्रह्मा मंदिर के पास नवीन सुविधा संरचनाओं का लोकार्पण किया। गहलोत ने पुष्कर सरोवर पर दीपदान कार्यक्रम की शुरूआत की। जब एक साथ सवा लाख दीपक सरोवर के घाटों पर जगमगाए तो सरोवर रोशन हो उठा।
पुष्कर में गहलोत ने कहा- मोदी ने तोड़ी उम्मीद
सीएम गहलोत मीडिया से भी रूबरू हुए जिसमें उन्होंने कहा कि मानगढ़ को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की पीएम नरेन्द्र मोदी से मांग की गई थी लेकिन उन्होंने इसे पूरा नहीं किया। मानगढ़ को राष्ट्रीय स्मारक बनाना चाहिए था। मोदी ने महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान और गुजरात को इस संबंध में प्रोजेक्ट बनाने की बात कही है, जिसे बाद में पीएम मंजूरी देंगे।
पुरोहितों ने की सराहना
सीएम गहलोत ने कहा कि इस बार जो कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसकी तीर्थ पुरोहितों ने भी सराहना की। एक लाख 25 हजार दीपकों से दीपदान करके भी एक अलग ही संदेश दिया गया है। स्थानीय प्रशसन ने बेहतरीन व्यवस्थाएं की वह भी इसके लिए बधाई के पात्र है। वह चाहते हैं दिनों दिन पुष्कर मेले का नाम फैलता जाए।
मुख्यमंत्री गहलोत के कार्यक्रम के मद्देनजर सुरक्षा के भी पुख्ता बंदोबस्त किए गए। ढ़ाई हजार से अधिक जवान उनकी सुरक्षा में तैनात रहे। वहीं दोपहर में ही घाट और मंदिर की ओर जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया गया। वहीं घाटों पर आकर्षक रंगोलियां भी बनवाई जिनकी भी सीएम गहलोत ने प्रशंसा की।
रिपोर्ट- नवीन वैष्णव
पीएम मोदी को विदेश में क्यों मिलता इतना सम्मान, गहलोत ने भरे मंच से बताई वजह
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उदयपुर से विशेष विमान के से किशनगढ़ एयरपोर्ट पहुंचे। जहां से हैलीकॉप्टर के जरिए पुष्कर में बनाए गए हैलीपेड पर आए। इसके बाद गहलोत ने मेला मैदान में मेले का ध्वजारोहण कर विधिवत शुभारम्भ किया। गहलोत ने पुष्कर मेला विकास प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के बाद इसका अवलोकन भी किया।
अजमेर स्मार्ट सिटी तथा अजमेर विकास प्राधिकरण के द्वारा करवाए गए विकास कार्यो का शुभारंभ भी किया गया। विकास प्रदर्शनी में विभिन्न विभागों के कार्यों को प्रदर्शित किया गया। मुख्यमंत्री गहलोत ने राजीविका के स्वयं सहायता समूहों के द्वारा उत्पादित वस्तुओं की बिक्री स्टॉलों का भी शुभारम्भ किया। इसके बाद उन्होंने ब्रह्मा मंदिर के पास नवीन सुविधा संरचनाओं का लोकार्पण किया। गहलोत ने पुष्कर सरोवर पर दीपदान कार्यक्रम की शुरूआत की। जब एक साथ सवा लाख दीपक सरोवर के घाटों पर जगमगाए तो सरोवर रोशन हो उठा।
पुष्कर में गहलोत ने कहा- मोदी ने तोड़ी उम्मीद
सीएम गहलोत मीडिया से भी रूबरू हुए जिसमें उन्होंने कहा कि मानगढ़ को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की पीएम नरेन्द्र मोदी से मांग की गई थी लेकिन उन्होंने इसे पूरा नहीं किया। मानगढ़ को राष्ट्रीय स्मारक बनाना चाहिए था। मोदी ने महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान और गुजरात को इस संबंध में प्रोजेक्ट बनाने की बात कही है, जिसे बाद में पीएम मंजूरी देंगे।
पुरोहितों ने की सराहना
सीएम गहलोत ने कहा कि इस बार जो कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसकी तीर्थ पुरोहितों ने भी सराहना की। एक लाख 25 हजार दीपकों से दीपदान करके भी एक अलग ही संदेश दिया गया है। स्थानीय प्रशसन ने बेहतरीन व्यवस्थाएं की वह भी इसके लिए बधाई के पात्र है। वह चाहते हैं दिनों दिन पुष्कर मेले का नाम फैलता जाए।
मुख्यमंत्री गहलोत के कार्यक्रम के मद्देनजर सुरक्षा के भी पुख्ता बंदोबस्त किए गए। ढ़ाई हजार से अधिक जवान उनकी सुरक्षा में तैनात रहे। वहीं दोपहर में ही घाट और मंदिर की ओर जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया गया। वहीं घाटों पर आकर्षक रंगोलियां भी बनवाई जिनकी भी सीएम गहलोत ने प्रशंसा की।
रिपोर्ट- नवीन वैष्णव
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