कर्नाटक चुनाव: अमित शाह के तीखे हमलो पर राहुल का पलटवार

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कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद के लिए चुनाव होने वाले है. यह चुनाव भाजपा के लिए कितने ज़रूरी हैं इस बात का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भाजपा ने इस चुनाव के लिए पिछले साल 2 नवम्बर से ही अपना चुनावी अभियान शुरू कर दिया था. 75 दिन के इस चुनावी अभियान की अगुवाई भाजपा के राज्य अध्यक्ष बी एस येद्दयुरप्पा ने करी थी और इसे ‘परिवर्तन यात्रा’ का नाम दिया गया था. लेकिन भाजपा का ये अभियान 85 दिन तक चला और 4 फरवरी 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक रैली में भाग लेते हुय खत्म किया.
‘जनता बदलाव चाहती है’

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पिछले हफ्ते बंगलुरु में एक रैली को संबोधित करते वक़्त भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस की सिद्धार्महिया सरकार पर जमकर हमला बोला. अमित शाह ने कहा, देश में एक भी मुख्यमंत्री ऐसा नहीं जिसकी कलाई पर चालीस लाख की घड़ी हो.
मुख्यमंत्री सिद्धार्महिया पर तीखा हमला करते हुए अमित शाह ने कहा “कर्नाटक की जनता मर्डर, माफिया राज, और भ्रष्ट मिनिस्टरों से परेशान है. कर्नाटक राज्य की जनता चाहती है कि गुंडा राज ख़त्म हो और अच्छी सरकार स्थापित हो. अमित शाह ने ये भी बोला कि चार साल के अंदर संघ और भाजपा के 22 कार्यकर्ताओ की हत्या कर दी गई, और उनके चेहरे पर शिकन तक नहीं आई”. उन्होंने अपनी रैली में ये भी कहा की “जिस प्रकार के घोटाले हुए हैं, तुष्टिकरण की राजनीती जिस तरह से चल रही है मैं मानता हूँ कि कर्नाटक की जनता बदलाव के लिए तैयार है. परिवर्तन यात्रा को जनता का पूरा साथ मिला. इसके बावजूद श्री मान सिद्धार्महिया जी बोलते हैं कि केंद्र सरकार ने कर्नाटक के लिए क्या किया है.”
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर खुलकर हमला किया था. उन्होंने कहा “उसके यहाँ हर रोज़ नए घोटाले सामने आ रहे है”. पीएम मोदी ने यहाँ भाजपा की रैली की अगुवाई करते हुए कहा कि “कांग्रेस अपने राज्य के हर काम और हर डील में कमिशन खाती है. जब हाल ही में मैंने कांग्रेस सरकार पर दस प्रतिशत कमिशन लेने का आरोप लगाया तो मेरे पास लोगो के फ़ोन आये और ये उन्होंने मुझे दावे के साथ बताया कि ये कमीशन कहीं ज़्यादा है.
इसके बाद पीएम मोदी ने रैली में आये लोगो से ये भी पूछा कि उन्हें कमीशन सरकार चाहिए या मिशन सरकार.