Nitish Vs Sudhakar: भ्रष्टाचार का नीतीश मॉडल, कृषि रोड मैप फ्लॉप, एक बार फिर ‘सरकार’ पर बरसे सुधाकर सिंह
‘भ्रष्टाचार का नीतीश मॉडल बोलते हैं हमलोग’
सुधाकर सिंह ने नीतीश सरकार के कृषि रोड मैप को फ्लॉप बताया। उन्होंने कहा कि इससे तो किसानों को फायदा हुआ और ना ही उनकी आमदनी बढ़ी। सुधाकर सिंह ने बताया कि किसानों को खेती के लिए दी जाने वाली आधुनिक मशीनों के सब्सिडी में भारी भ्रष्टाचार है। करप्शन को लेकर सुधाकर सिंह ने कहा कि ‘ये पूरा खल है, नीतीश कुमार मॉडल बोलते हैं हम लोग। भ्रष्टाचार का नीतीश मॉडल। इसमें आप जांच करा लीजिए, पुलिस लगाकर जांच करा लीजिए, आप सीबीआई लगाकर जांच करा लीजिए, कुछ नहीं मिलेगा। आप जानते हैं कि चोरी हुआ लेकिन आप जांच कराकर भी नहीं पकड़ सकते। इस तरह से उन्होंने (नीतीश कुमार) सत्ता संरक्षित भ्रष्टाचार का पूरा नेटवर्क पूरे बिहार में बना रखा है। जितना बड़ा अधिकारी, जितना बड़ा नेता जितना ज्यादा सफेद कुर्ता पहन कर घूम रहा होगा, उतना ही आपके साथ नाइंसाफी कर रहा है।’
‘नौजवानों के हाथ में सत्ता सौंप देनी चाहिए’
सुधाकर सिंह ने कहा कि सरकार में ऐसे लोग बैठे हैं, जिनके कारण सूबे के चार करोड़ नौजवान रोजगार के लिए रोजी-रोटी के लिए बिहार से बाहर पलायन कर गए। नीतीश कुमार की सरकार बनते ही किसानों से मंडी छीन ली गई। ऐसे में किसान कैसे खुशहाल होगा। झांसा देने वाले लोग नसीहत दे रहे हैं। झांसे में नहीं आना है। बिहार में सड़क नाम की कोई चीज नहीं है। विकास की लड़ाई पटना से चलकर गांव पहुंचते-पहुंचते गुम हो जाती है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अब नौजवानों के हाथ में सत्ता सौंप देनी चाहिए। नीतीश कुमार बिहार के लोगों की आंखों में धूल झोंकने का काम करते हैं। नीतीश के लोगों ने मंडी कानून खत्म कर दिया। शिक्षा का भी बुरा हाल है। विद्यालय में शिक्षक पढ़ाते नहीं हैं। कई जगह भवन ही नहीं है।
तीन पहले ही दिए हैं नोटिस का जवाब
नीतीश कुमार के खिलाफ बोलने की वजह से 18 जनवरी को सुधाकर सिंह को शो कॉज किया गया था। तीन दिन पहले ही सुधाकर सिंह ने नोटिस का जवाब दिया है। अब इस पर आरजेडी आलाकमान फैसला लेगा। सुधाकर सिंह के पिता जगदानंद सिंह आरजेडी के बिहार अध्यक्ष हैं। अब बताया जा रहा है कि सुधाकर सिंह पर आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव फैसला लेंगे। सुधाकर सिंह ने लिखा है कि ऐसा कोई काम नहीं किया है, जिससे पार्टी को कोई नुकसान हो। वे पार्टी को मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।