‘Nitish Kumar पिछले 18 साल से संभाल रहे गृह विभाग, फिर भी 1 लाख पर केवल 75 पुलिसकर्मी’, Samrat Chaudhary का तंज
नीतीश सरकार (Nitish Kumar) की सुशासन व न्याय के साथ विकास में रूचि नहीं है। बिहार में लगातार अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है लेकिन सरकार आंखें मूंदे बैठी हुई है। यह आरोप है बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) का। चौधरी ने कहा कि बिहार में 1 लाख की आबादी पर केवल 75 पुलिसकर्मी हैं।
बिहार में पुलिसकर्मियों की संख्या काफी कम: सम्राट चौधरी
बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी का कहना है कि नीतीश सरकार अपने झूठ का पुलिंदा प्रस्तुत करवा कर अपनी पीठ खुद थपथपा रही है। जबकि हकीकत कुछ और ही है। बिहार में मात्र 76 पुलिसकर्मियों के जिम्मे एक लाख लोगों की सुरक्षा है, जबकि राष्ट्रीय औसत 195.39 का है। चौधरी ने यह भी कहा कि आरजेडी पहली कैबिनेट में जो 10 लाख पक्की नौकरियां बांट रही थी, उसका क्या हुआ? तेजस्वी यादव राज्य के युवाओं को तारीख बताएं। बगल के राज्य यूपी में 33 लाख करोड़ का इन्वेस्टमेंट प्लान है, बिहार में इसके लिए क्या प्लान है? सरकार सिर्फ और सिर्फ दिखावा करने का काम कर रही है।
‘जातीय जनगणना में भी सिर्फ मकान गिनवा रही नीतीश सरकार’
सम्राट चौधरी ने नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जातीय जनगणना कराने का निर्णय हमलोगों ने यानी बीजेपी ने किया। लेकिन 9 महीना हो गया आज तक सरकार मकान ही गिनवा रही है। सम्राट चौधरी ने यह भी कहा कि राज्य की सभी पंचायतों में सीसीटीवी कैमरा ए कब्रिस्तान, श्मशानन की घेराबंदी की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि आश्चर्यजनक है कि 18 वर्षों से मुख्यमंत्री ही गृहमंत्री की जिम्मेदारी का संभाल रहे हैं। बावजूद इसके राज्य के 37 प्रतिशत थाने व ओपी यानी 1,263 में से 471 आज भी भवनहीन है। 50 भवनहीन थानों के लिए सरकार आज तक भूमि तक चिन्हित नहीं कर पाई है।
बिहार में अपराध चरम पर: सम्राट चौधरी
सम्राट चौधरी का कहना है कि बिहार में अपराध का बोलबाला है। पिछले पांच महीनों से प्रति महीने औसतन 300 हत्याएं बिहार में हुई है। हत्या के मामले में एनसीआरबी (NCRB) की रिपोर्ट के अनुसार बिहार का स्थान दूसरा और जमीनी विवाद के मामले में पहला स्थान है। विगत पांच महीने में संज्ञेय अपराधों की घटना में 256 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। सम्राट चौधरी ने बताया कि नीतीश सरकार ने आपातकालीन सेवा डायल 112 का शुभारंभ 6 जुलाई, 2022 को किया। इस जन-कल्याणकारी सेवा का अनुभव काफी बुरा रहा है। सरकार की घोषणा के अनुसार अपराध की घटना, आग लगने, वाहन दुर्घटना आदि की आपात स्थिति में डायल 112 पर कॉल करने के 15 से 20 मिनट में 400 डेडीकेटेट वाहन के जरिए पुलिस सहायता उपलब्ध कराना था लेकिन यह नम्बर अमूमन इंगेज्ड रहता है।
जहरीली शराब और शिक्षकों की स्थिति पर भी सम्राट चौधरी ने उठाए सवाल
सम्राट चौधरी का कहना है कि पिछले कुछ महीनों में जहरीली शराब से हुई सैकड़ों मौतों की सरकार ने चर्चा करना भी मुनासिब नहीं समझा है। क्योंकि जहरीली शराब से मरने वाले गरीब,दलित, शोषित, पीड़ित वर्ग से हैं। जातीय आधार पर वोट बैंक की राजनीति करने वाले सत्ताधारी दलों को इनसे कोई मतलब नहीं। क्योंकि सरकार तो अपराधियों व दारू-बालू माफिआयों के सहयोग से चल रही है। उन्होंने कहा कि सरकार इतनी लचर और लस्त-पस्त है कि सिपाही से लेकर अधिकारी तक और शिक्षक से लेकर कर्मचारी तक किसी भी नियुक्ति को पारदर्शी और निर्विवाद तरीके से नहीं कर सकती है। सारी भर्ती एजेंसियां भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है। एक भी ऐसी प्रतियोगी परीक्षाएं नहीं हैं जो विवादों में नहीं घिरती हो, परीक्षा का पर्चा लीक नहीं होता हो, भर्ती एजेंसियां, आयोगों व परीक्षा माफिया तथा सेटरों की मिलीभगत से छात्रों के भविष्य को अंधकारमय करने का बिहार में खेल लगातार जारी है।
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