Nishank Rathore Death Case: सर तन से जुदा से संबंधित आर्टिकल सर्च कर रहा था निशांक, फॉरेंसिक रिपोर्ट में नहीं मिले हत्या के सुराग

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Nishank Rathore Death Case: सर तन से जुदा से संबंधित आर्टिकल सर्च कर रहा था निशांक, फॉरेंसिक रिपोर्ट में नहीं मिले हत्या के सुराग
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Nishank Rathore Death Case: सर तन से जुदा से संबंधित आर्टिकल सर्च कर रहा था निशांक, फॉरेंसिक रिपोर्ट में नहीं मिले हत्या के सुराग

भोपालः इंजीनियरिंग छात्र निशांक राठौर की हत्या के मामले में जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, इसकी गुत्थी और उलझती जा रही है। मौत की जांच के लिए गठित स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम को निशांक के मोबाइल और लैपटॉप की फॉरेंसिक रिपोर्ट मिल गई है। रिपोर्ट में अब तक हत्या के कोई सुराग नहीं मिले हैं। रिपोर्ट से यह खुलासा भी हुआ है कि अपनी मौत के कई दिन पहले से निशांक सर तन से जुदा से संबंधित आर्टिकल लगातार सर्च कर रहा था।

उलझती जा रही गुत्थी
फॉरेंसिक रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि निशांक राठौर के मोबाइल से ही सर तन से जुदा कर देने वाली पोस्ट एडिट की गई थी। गौरतलब है कि निशांक की मौत से पहले उसके पिता के फोन पर एक मैसेज आया था। इसमें लिखा था कि राठौर साहब आपका बेटा बहुत बहादुर था। साथ में सिर तन से जुदा वाला मैसेज भी था। इसके बाद इस केस को धार्मिक एंगल से जोड़ा जा रहा था। लोगों की मांग पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मामले की जांच एसआईटी से करवाने के निर्देश दिए थे। अब इस खुलासे से मौत की गुत्थी और उलझ गई है। एसआईटी यह नहीं समझ पा रही है कि निशांक सर तन से जुदा जैसे आर्टिकल क्यों सर्च कर रहा था।

कर्ज में था मृतक
एसआईटी के प्रमुख और रायसेन के एडिशनल एसपी अमृतलाल मीणा नवभारत टाइम्स.कॉम को पहले ही बता चुके हैं कि निशांक ने डेढ़ दर्ज से अधिक लोन एप से कर्ज ले रखा था। कर्ज की राशि कितनी है, इसकी फिलहाल जांच चल रही है। पुलिस को निशांक के दो महिला मित्रों के बारे में भी जानकारी मिली है। उनकी तस्वीरें लैपटॉप और फोन में मिले हैं। एसआईटी मृत युवक के दोस्त, परिवार और अन्य लोगों से पूछताछ कर रही है।

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पिता का दावा, बेटे की हत्या हुई
जानकारी के मुताबिक निशांक ने अपने दोस्तों से भी उधार लिया था। उसने जिन एप्स से कर्ज लिया था, वे उसे धमकियां दे रहे थे और ब्लैकमेल भी कर रहे थे। निशांक शायद इससे भी परेशान था। बताया जा रहा है कि निशांक ने अपने दोस्तों से भी उधार लिया था। उसने क्रिप्टो करेंसी में निवेश किया था जिसमें उसे घाटा हुआ था। निशांक के पिता का कहना है कि उन्हें क्रिप्टो करेंसी के बारे में जानकारी थी, लेकिन उसे इतना नुकसान नहीं हुआ था कि वह खुदकुशी कर लेता। उन्होंने जोर देकर कहा है कि उनके बेटे की हत्या हुई है।

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आपत्तिजनक पोस्ट का क्या है एंगल
निशांक राठौर बीई का स्टूडेंट था और भोपाल में टीटी नगर क्षेत्र के शास्त्री नगर में रहकर पढ़ाई कर रहा था। संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी लाश रायसेन जिले के अब्दुल्लागंज थाना क्षेत्र अंतर्गत बरखेड़ा के पास रेलवे ट्रैक पर मिली थी। उसकी मौत से पहले कुछ धार्मिक आपत्तिजनक पोस्ट निशांक के पिता के मोबाइल पर किए गए थे। ये मैसेज उसके मोबाइल के स्टेटस पर लगाए गए थे जो बाद में डिलीट कर दिए गए थे।

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